बैठक में निर्णय : धोलावाड़ इको टूरिज्म पार्क की बागडोर सौंपी जाएगी अब निजी हाथों में
पर्यटन गतिविधियां की जिम्मेदारी अब निजी क्षेत्र की
जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद की कार्यकारिणी समिति की बैठक
हरमुद्दा
रतलाम, 1 दिसंबर। धोलावाड़ इको टूरिज्म पार्क की बागडोर अब निजी हाथों में सौंपी जाएगी। दिसंबर में होने वाले महोत्सव में पर्यटन गतिविधियां की जिम्मेदारी निजी क्षेत्र निर्वाह करेगा। इसके लिए टेंडर आमंत्रित किए जा रहे हैं।
यह निर्णय जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद की कार्यकारिणी समिति की बैठक में लिया गया।कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित की गई।
दिसंबर में होगा महोत्सव
कलेक्टर ने धोलावाड़ इको टूरिज्म पार्क को प्रबंधकीय अनुबंध पर दिए जाने हेतु तैयार किए गए प्रारूप की जानकारी दी। कलेक्टर ने बताया कि इसी दिसंबर माह में धोलावाड़ इको टूरिज्म पार्क पर पर्यटन महोत्सव आयोजित किया जाएगा। इसके लिए निजी क्षेत्र के माध्यम से पार्क में उपलब्ध गतिविधि सामग्री तथा कार्यरत अमले सहित एकमुश्त राशि पर प्रबंधकीय अनुबंध पर संचालन हेतु दिया जाएगा। एक सप्ताह में टेंडर जारी किए जाएंगे।
न्यूनतम ऑफर 3 लाख
शासकीय ऑफर की न्यूनतम राशि 3 लाख रुपए निर्धारित की गई है जिसके ऊपर राशि की बिड भरने वाली संस्था से अनुबंध तकनीकी मानदंड की पूर्ति पर किया जाएगा। तकनीकी योग्यता में विभिन्न प्रमाण पत्र एक ही संस्था के होना अनिवार्य किया गया है। संस्था की नेटवर्थ 50 लॉख रुपए तथा विगत 3 वर्ष का टर्नओवर 1 करोड़ रुपये होने की शर्त रखी गई है। पार्क में वर्तमान में कार्यरत गतिविधि सहायकों को कार्य से नहीं हटाया जाएगा।
जून तक का कार्य दिया जाएगा चयनित संस्था को
गतिविधि सहायक द्वारा नियम विरुद्ध कार्य करने पर संस्था अपने स्तर से निर्णय ले सकेगी, वह अन्य स्टाफ भी रख सकेगी। चयनीत संस्था को दिसंबर से जून माह तक के लिए कार्य आदेश प्रदान किया जाएगा और दिसंबर माह में पर्यटन महोत्सव का भी आयोजन किया जाने हेतु निर्देशित किया जाएगा।
यह थे मौजूद
बैठक में पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी, जिला वन मंडल अधिकारी डी.एस. डोडवे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर ननावरे, निगमायुक्त सोमनाथ झारिया, परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण अरुण पाठक, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण अनुराग सिंह, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन पी.के. खरत, कार्यपालन यंत्री पीएचई पी.के. गोगादे, कार्यपालन यंत्री राजेश धनोतिया, सहायक संचालक मत्स्य सुश्री सोना यादव, जिला परिवहन अधिकारी दीपक माझी आदि उपस्थित थे।