कलेक्टर की क्लास में पीएचई की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में
महिला बाल विकास विभाग एवं शिक्षा विभाग को हकीकत बताने का सौपा जिम्मा
काम नहीं किया गया तो आर्थिक अनियमितताओं के प्रकरण
अनुशासनात्मक कार्रवाई के साथ होगी एफआईआर
हरमुद्दा
रतलाम, 20 दिसंबर। सोमवार को कलेक्टर की क्लास में पीएचई द्वारा जल जीवन मिशन के तहत आंगनवाड़ी तथा स्कूलों में किए गए नल कनेक्शन व जल वितरण की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में आ गई। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने सख्त लहजे में कहा कि काम नहीं किया गया तो आर्थिक अनियमितताओं के प्रकरण के साथ-साथ अन्य अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। फिलहाल कलेक्टर ने महिला बाल विकास विभाग एवं शिक्षा विभाग को तीन दिन में हकीकत बताने का जिम्मा सौपा गया है। पीएचई की जानकारी पर भरोसा नहीं है।
खास बात यह रही कि कलेक्टर की क्लास में पीएचई के कार्यपालन यंत्री सहायक यंत्रियों द्वारा प्रश्नों का संतुष्टिपूर्वक जवाब नहीं दिया जा सका। यही स्थिति थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन करने वाले प्रतिनिधि की रही। जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर नाराज कलेक्टर ने महिला बाल विकास विभाग तथा जिला शिक्षा विभाग को जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा कि वे अपने मैदानी अमले से जल जीवन मिशन के तहत आंगनवाड़ी में तथा स्कूलों में दिए गए नल कनेक्शन तथा उनसे पेयजल आपूर्ति की वास्तविक जानकारी प्राप्त करें। कलेक्टर ने आगामी तीन दिवस में रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया। उसके पश्चात पुनः बैठक आयोजित की जाएगी।
तो मिलेगी वास्तविक जानकारी
शिक्षा तथा महिला बाल विकास से प्राप्त जानकारी के आधार पर जल जीवन मिशन के वास्तविक क्रियान्वयन की स्थिति जानी जा सकेगी। कलेक्टर ने स्पष्ट कहा कि यदि काम नहीं किया गया तो आर्थिक अनियमितताओं के प्रकरण के साथ-साथ अन्य अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
स्कूल वाले ना दे फर्जी सर्टिफिकेट
कलेक्टर ने स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि स्कूलों में स्टाफ द्वारा किसी भी रूप में फर्जी सर्टिफिकेट योजना के क्रियान्वयन का नहीं दिया जाए अन्यथा स्टाफ के उस व्यक्ति के विरुद्ध सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
यह बताया जिम्मेदार ने
बताया गया कि जल जीवन मिशन के तहत जिले में 57 योजनाएं पूर्ण की जा चुकी है। 127 योजनाएं प्रगतिरत है। 111 में कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है। योजना के तहत जिले के 1567 स्कूलों में नल के माध्यम से जल उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। इसके अलावा जिले की 2000 के आसपास की आंगनवाड़ियों में भी नल के माध्यम से जल उपलब्ध कराया जाएगा।
यह थे बैठक में मौजूद
बैठक में कार्यपालन यंत्री पीएचई पी.के. गोगादे, महिला बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी रजनीश सिन्हा, जिला शिक्षा अधिकारी के.सी. शर्मा, पीएचई के एसडीओ उपयंत्री आदि उपस्थित थे।