नवाचार : आंगनवाड़ियों में बच्चों की उचित शिक्षा-दीक्षा, खानपान, स्वच्छता आदि में बेहतरी लाने के लिए अधिकारी लेंगे एक आंगनवाड़ी गोद

 कलेक्टर स्वयं 5 आंगनवाड़ियां लेंगे गोद

 नागरिकों से भी आंगनवाड़ी गोद लेने की अपील

 अधिकारियों के परिजन भी जुड़ेंगे इस सामाजिक सरोकार से

हरमुद्दा
रतलाम 10 जनवरी।  जिले की आंगनवाड़ियों में बच्चों की उचित शिक्षा-दीक्षा, खानपान, स्वच्छता आदि में बेहतरी लाने के लिए जिले के प्रत्येक अधिकारी द्वारा कम से कम एक आंगनवाड़ी गोद ली जाएगी। समय अवधि पत्रों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने कहा कि उनके द्वारा स्वयं 5 आंगनवाडी गोद ली जाएगी।

कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम

कलेक्टर ने सहायक आयुक्त आबकारी  को 3 आंगनवाडी गोद लेने के लिए कहा। साथ ही अधिकारियों को यह भी कहा कि वे अपने परिजनों को भी इस सामाजिक सरोकार से जुड़ेंगे। कलेक्टर पुरुषोत्तम ने जिले के नागरिकों से भी अपील की है कि आंगनबाड़ियों को गोद लेकर बच्चों के विकास में सहयोग देवें।

व्यक्तिगत रूप से ले रुचि

बैठक में तय किया गया कि जिले के सभी एसडीएम, सभी अधिकारी कम से कम एक आंगनवाड़ी गोद लेंगे और व्यक्तिगत रूचि रखते हुए आंगनवाड़ी और बच्चों के विकास के लिए, उन्नति के लिए कार्य करेंगे। उनकी समस्याओं का हल करेंगे। उल्लेखनीय है कि जिले में 2100 से ज्यादा आंगनवाड़िया हैं, इनमें 1707 बड़ी आंगनवाड़ी तथा  404 छोटी आंगनवाड़ी है।

मुख्यमंत्री के निर्देशों का पालन

मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार आंगनवाड़ी केन्द्र के सुदृढ़ीकरण हेतु समुदाय की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया है। इस कार्यक्रम अन्तर्गत आंगनवाड़ी केन्द्रों को गोद लेने के लिए जनप्रतिनिधिगण, शासकीय कर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता, सामाजिक संगठन, गैर शासकीय संस्थाये, औद्योगिक सस्थाऐं एवं अन्य संगठनों आदि द्वारा निम्न गतिविधियों हेतु सहयोग प्राप्त किया जाएगा।

इन बातों पर देंगे ध्यान

यथा अधोसंरचना में सहयोग अन्तर्गत आंगनवाडी भवन एवं परिसर हेतु भूमि, बाल सुलभ आंनवाडी, नवीन आंगनवाडी, अतिरिक्त कक्ष, बाल सुलभ शौचालय का निर्माण,, किचन या किचनशेड निर्माण, पूर्व से निर्मित भवनों की मरम्मत, रंग रोगन, बाउंड्रीवाल का निर्माण, हैण्डपम्प की स्थापना, सोलर पेनल, विद्युतीकरण, पोषण वाटिका निर्माण।

यह सब रहेगा शामिल

आंगनवाड़ी संचालन में सहयोग अन्तर्गत आउट-डोर एवं इन-डोर खेल सामग्री का प्रदाय, सीख आधारित खिलौने, बाल रुचिपूर्ण पेंटिंग, बच्चों को यूनिफार्म, छाता, जूते-चप्पल, स्वेटर, विषेले पदार्थ रहित खिलौने, पुस्तकें उपलब्ध कराना, केंद्र संचालन में आवश्यक सामाग्री जैसे- पंखा, घड़ी, फर्नीचर, बर्तन, टेबल-कुर्सी, कूलर, लाईट, दरी, मेट एवं अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराना शामिल है।

दी जाएगी सामग्री अथवा वित्तीय सहायता

पोषण सुधार अन्तर्गत बच्चों में पोषण स्तर में सुधार के लिए आवश्यक वित्तीय अथवा सामग्री का प्रदाय, अति कम वजन वाले बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्रों में भेजने हेतु आवश्यक सहयोग, अति कम वजन वाले बच्चों एवं परिवार को आवश्यकतानुसार वित्तीय/सामग्री के रूप में सहायता शामिल है।

व्यवस्था एवं संसाधन सहायता में करें वृद्धि

कलेक्टर ने अपील की है कि आंगनवाड़ी केन्द्रों को गोद लेकर संचालित केन्द्रों  की व्यवस्था एवं संसाधन वृद्धि में सहयोग करें। आंगनवाड़ी केन्द्र को गोद लेने हेतु  अधिक जानकारी के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी रजनीश सिन्हा के मोबाइल नम्बर 9425406844 अथवा लिंक- https//mpwcdmis.gov. in/AwcadoptionDetails-aspx पर पंजीयन किया जा सकता है।

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