अपराधियों के आशियाने पर अभियान पंजा : सूदखोर दीपू टांक आलीशान भवन पर हुई कार्रवाई
फिल्मी स्टाइल में आया वकील, ब्रेक के बाद फिर हुई कार्रवाई
मकान मालिक दीपू टांक के विरुद्ध तीस से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज
हरमुद्दा
रतलाम, 25 जनवरी। प्रशासन का पंजा चलाओ अपराधियों को सबक सिखाओ अभियान के तहत मंगलवार को दीनदयाल नगर में ब्याज खोर दीपू टाक के मकान पर कार्रवाई हुई और नक्शा बदल दिया। कार्रवाई शुरू हुई हुई थी कि वकील आया। कार्रवाई पर ब्रेक लगा और फिर से शुरू हो गई कार्रवाई। प्रशासन अपना काम पूरा किया।
मंगलवार को दोपहर 3 बजे बाद प्रशासन ने दीनदयाल नगर मेनरोड पर एक आलीशान मकान पर पंजा मार कर तहस-नहस कर दिया। आलीशान मकान दीपक उर्फ दीपू टांक का था,जिसके विरुद्ध तीस से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज है। मकान तोडने की कार्यवाही के दौरान प्रशासन को न्यायालय के स्टे आदेश की प्रतिलिपि भी दिखाई गई,लेकिन आखिरकार प्रशासन ने मकान को तोड ही दिया।
एमओएस से अधिक बना है मकान
21 जनवरी को हुई फायरिंग के बाद से शहर में प्रारंभ की गई गुण्डा विरोधी मुहिम के दौरान आज प्रशासन की टीम दीनदयाल नगर पंहुची,जहां मेन रोड पर बनाए गए एक भव्य आलीशान मकान को तोडा जाना था। उक्त मकान दीपू उर्फ दीपक टांक का था,जिसके खिलाफ सूदखोरी व अन्य अपराधों की तीस से अधिक एफआईआर दर्ज है। उक्त मकान को एमओएस से अधिक निर्माण के चलते नगर निगम द्वारा तोडने का नोटिस दिया गया था।
विरोध का नहीं हुआ असर
कार्रवाई को अंजाम देने के लिए नगर निगम की टीम के अलावा एडीएम एमएल आर्य,सिटी एसडीएम अभिषेक गेहलोत और सीएसपी हेमन्त सिंह चौहान समेत अनेक वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद थे। किसी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। जैसे ही जेसीबी से मकान तोडने की शुरुआत की गई,मकान में रहने वालों से इसका विरोध किया,लेकिन भारी पुलिस बल की मौजूदगी के चलते उनका विरोध कोई असर नहीं दिखा पाया।
आदेश के अध्ययन के बाद फिर हुई कार्रवाई
जेसीबी का पंजा चलना शुरू ही हुआ था कि इसी दौरान वहां पंहुचे एक वकील ने न्यायालय का स्टे आर्डर अधिकारियों को दिखाया। अभिभाषक पंकज रजक का कहना था कि उक्त भवन के लिए न्यायालय द्वारा स्थगनादेश प्रदान किया गया है। ऐसी स्थिति में इस भवन को तोडा नहीं जा सकता। अधिकारियों ने न्यायालय के आदेश का अध्ययन करने के बाद मकान तोडने की कार्रवाई को पुन: शुरू करवा दिया।
वकील ने कहा न्यायालय की अवमानना
मकान तोडने की कार्रवाई शुरू होने पर अभिभाषक श्री रजक का कहना था कि न्यायालय के स्पष्ट आदेश के बावजूद अधिकारी जानबूझकर न्यायालय की अवमानना कर रहे है। मौके पर मौजूद एसडीएम अभिषेक गेहलोत ने मीडीयाकर्मियों को बताया कि उक्त मकान में एमओएस से अधिक निर्माण किया गया है। इसके लिए नगर निगम द्वारा उक्त भवन स्वामी को नोटिस दिया गया था। इसी परिप्रेक्ष्य में एमओएस से अधिक किए गए निर्माण को नगर निगम द्वारा तोडा गया है। प्रशासन के अधिकारी कानून व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखने के लिए मौजूद है।