प्रियंका की सभा में मीडियाकर्मियों के बैठने के लिए कुर्सियां तक नहीं, हुए हलाकान
रतलाम, 13 मई। प्रियंका की सभा को कवर करने गए मीडियाकर्मियों बैठने के लिए कुर्सियां तक नहीं थी। तेज गर्मी में हलाकान हुए। जिम्मेदार कांग्रेसी नेता जिम्मेदारी से बचते नजर आ रहे थे। आसमभा में शहर के लोगों की मौजूदगी बेहद कम थी और सर्वाधिक भीड सैलाना से लाई गई थी।पोलोग्राउंड में आयोजित सभा में कई दिलचस्प नजारे दिखे। प्रियंका के आने के पहले आलोट विधायक मनोज चावला मंच पर कुर्सी पर बैठे थे। जब वे भाषण देने के लिए उठे,तो उनकी कुर्सी पर किसी अन्य ने कब्जा जमा लिया। भाषण ख़त्म करके जब चावला कुर्सी पर लौटे तो उस व्यक्ति ने कुर्सी छोडने से इंकार कर दिया। चावला की काफी देर तक उस व्यक्ति से बहस होती रही। सारे मीडियाकर्मी इसका मजा ले रहे थे। बाद में विक्रांत भूरिया ने बीच-बचाव करके चावला को दूसरी कुर्सी पर बैठाया।
सभा को सफल बनाने के लिए सबसे ज्यादा भीड लेकर आए सैलाना विधायक हर्षविजय गेहलोत आयोजन से नाराज हो गए। वे काफी देर तक पोलोग्राउंड के भीतर ही नहीं आए। वे अपने कई समर्थकों के साथ बाहर ही खड़े रहे। इधर मंच से वक्ता उनका नाम भी ले रहे थे। यहां तक कि प्रियंका के आने के बाद भी गेहलोत मंच पर नहीं आए।
पूरे सभा स्थल पर हर ओर अव्यवस्थाएं फैली रही। सभास्थल पर मीडिया गैलेरी में कुर्सियों की कोई व्यवस्था नहीं थी। कई पत्रकार ,इलेक्ट्राकि मीडिया के प्लेटफार्म पर बैठने को मजबूर थे,जबकि कई पत्रकार तो पूरे समय खडे ही रहे। मीडिया गैलरी में कई अन्य लोग भी घुस गए थे।