न्याय की उम्मीद : परी (अक्षरा) की मौत का परिजनों को मलाल, स्कूल में मौत कैसे हुई उठा रहे है सवाल, निष्पक्ष जांच कर बताएं हकीकत

 स्कूल में हुई थी अक्षरा मूणत (परी) की मौत

 स्कूल प्रबंधन नहीं दे रहा है सही सही जानकारी

 स्कूल प्रशासन की गलती है तो वह ले सबक

 स्कूल प्रबंधन गलत है तो दर्ज किया जाए मुकदमा

 सीएसपी का दल करेगा जांच

हरमुद्दा
रतलाम, 21 फरवरी। अक्षरा मूणत (परी) की मौत का मलाल परिजनों को है, मगर अब सवाल यह है कि आखिर स्कूल में मौत कैसे हुई? यह सच अभी तक सामने नहीं आया है। अक्षरा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी कुछ खुलासा नहीं हो पाया है। हालांकि अन्य जांच के लिए अंगों व ब्लड को बाहर भेजा गया है। उसकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है। ऐसे में परिजनों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर इस मामले में निष्पक्ष जांच की बात की है। ज्ञापन के माध्यम से कहा गया है कि 8 दिन में अवगत कराएं ताकि हम आगे की कार्रवाई कर सकें। यदि स्कूल प्रबंधन दोषी है तो उस पर मुकदमा दर्ज किया जाए।

दर्जनों लोगों द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी को सौपकर परिजनों की यही मांग एक ही मौत की जांच निष्पक्ष रूप से की जाए। परिजनों का कहना है कि हमने लाडली बिटिया को तो खो दिया लेकिन सच भी सामने आना चाहिए कि आखिर स्कूल में अक्षरा की मौत कैसे और किन हालात में हुई। हमें तो सच जानना है और सच तभी सामने आएगा, जब पुलिस निष्पक्षता पूर्वक जांच करेगी। यदि इस मामले में स्कूल प्रशासन की गलती है तो वह सबक ले और अन्य बच्चों के साथ ऐसी घटना ना घटे। इसके लिए सतर्क रहें।

यह हुई थी घटना

अक्षरा मूणत

उल्लेखनीय है कि 17 फरवरी को अक्षरा मूणत (13 वर्ष) स्कूल गई थी और स्कूल स्टाफ ने सूचना दी कि आपकी बिटिया गिर गई है और उसे अस्पताल लाए हैं। अस्पताल में परीक्षण के बाद चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था। इसके बाद परिजन सहित रिश्तेदारों में आक्रोश नजर आया था और उन्होंने हंगामा किया था कि आखिर ऐसा कैसे हो सकता है? सुबह वह स्कूल स्वस्थ प्रसन्न होकर गई थी और कुछ घंटों में मिली ऐसी सूचना ने परिजनों को झकझोर दिया।

उन लोगों की फिक्र में करवाएं नेत्रदान

समाजजनों और रिश्तेदारों की समझा। इसके बाद परिजन कुछ शांत हुए। बिटिया खोने की विकट परिस्थिति के बावजूद निकटतम लोगों की समझाइश पर अक्षरा के नेत्रदान करवा कर एक मिसाल कायम की। पिता निखिल मूणत का कहना था कि बिटिया तो चले गए लेकिन उसके नेत्र दो व्यक्तियों की जिंदगी में रोशनी ला सकते हैं।

यह थे मौजूद

ज्ञापन देने के दौरान मौजूद समाजजन

ज्ञापन देने के दौरान अक्षरा के दादाजी अमृतलाल मूणत, पिता निखिल मूणत, विनोद मूणत, सुभाष मूणत, कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, पारस भरगत सहित दर्जनों समाजजन मौजूद थे। ज्ञापन का वाचन सुभाष मूणत ने किया।

पूर्व महापौर श्री सकलेचा व कटारिया से चर्चा करते हुए

ज्ञापन देने के दौरान धर्मेंद्र मंडवारिया ने कहा कि स्कूल प्रबंधन में 1 फिजीशियन चिकित्सक की नियुक्ति होती है। जो कि स्कूल समय के दौरान भी मौजूद रहना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं पाया गया कि स्कूल प्रबंधन ने कहा कि हमारा गायत्री हॉस्पिटल से टाईअप है। जबकि स्कूल परिसर और हॉस्पिटल में काफी दूरी है। पूर्व महापौर पारस सकलेचा ने निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए पोस्टमार्टम की रिपोर्ट पर पुलिस अधीक्षक से चर्चा और श्री तिवारी ने उनको संतोषजनक जवाब दिया।

होगी निष्पक्ष जांच

ज्ञापन लेने के पश्चात समाजजनों को आश्वस्त किया कि इस मामले में निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। जांच के लिए सीएसपी के निर्देशन में एसआईटी गठित की जाएगी।

 अभिषेक तिवारी, पुलिस अधीक्षक रतलाम

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