रेलवे पटरी टूटी होने पर लाल गमछा लेकर दौड़ने वाला चरवाहा हुआ डीआरएम के हाथों सम्मानित
चरवाहे की जागरूकता से टल गया बहुत बड़ा हादसा
नगद राशि भी दी गई चरवाहे को
हरमुद्दा
रतलाम, 23 फरवरी। रतलाम दिल्ली मुंबई मुख्य रेलमार्ग पर एक ग्रामीण चरवाहे की वजह से बड़ा रेल हादसा होने से टल गया। रेल पटरी टूटी होने पर पिता की सीख से चरवाहा लाल गमछा लिए पटरी पर दौड़ रहा था, ताकि ट्रेन दुर्घटना ग्रस्त ना हो जाए। ग्रामीण चरवाहे की इस जागरूकता पर मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार गुप्ता ने कार्यालय में चरवाहे राकेश सिंह का सम्मान कर ₹5000 नगद राशि दी गई।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पश्चिमी रेलवे के रतलाम रेल मंडल में रतलाम दाहोद के बीच मंगलमउड़ी उसरा रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे पटरी में फ्रैक्चर आ गया था जिसे जंगल में बकरियां चरा रहे चरवाहे राकेश पिता दीप सिंह ने देखा। उसने अपने पिता को जानकारी दी। पिता ने राकेश को कहा कि रेलवे ट्रैक पर मालगाड़ी आने वाली है तो राकेश ने अपना लाल रंग का गमछा लेकर रेलवे ट्रैक पर दौड़ लगा दी। मालगाड़ी के चालक ने जैसे ही लाल गमछे के साथ आदमी को रेल ट्रैक पर देखा तो उसे लगा कोई गंभीर बात है। उन्होंने मालगाड़ी रोक दी। फिर राकेश ने मालगाड़ी के ड्राइवर व गार्ड को रेल पटरी में टूटने की सूचना दी।
रेल कर्मियों ने दी फिर रेल नियंत्रण कक्ष पर सूचना
रेलकर्मियों ने इसकी सूचना रेलवे नियंत्रण कक्ष पहुंचाई। मालगाड़ी 2 घंटे तक वहीं जंगल में खडी रही। टूटी हुई पटरी को बदला गया। उसके बाद मुंबई रेल दिल्ली मार्ग पर रेल यातायात प्रारंभ हुआ।
प्रशस्ति पत्र व ₹5000 दिए इनाम
जागरूक राकेश की वजह से बड़ी रेल दुर्घटना टल गई। मंडल रेल प्रबंधक श्री गुप्ता ने मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में राकेश सिंह को बुलवाकर प्रशस्ति पत्र तथा ₹5000 का नगद इनाम देकर सम्मानित किया।
टूटी पटरी को जांच के लिए भेजा साबरमती
रेलवे ट्रैक पर लगातार सतत निगरानी रखी जाती है। रेल पटरियों की मजबूती तथा उसमें खराबी को मशीनों के द्वारा जांचा जाता है, जहां वर्तमान में जहां पर यह पटरी टूटी है। उस पर सोमवार को ही निरीक्षण किया गया था किंतु उस समय कोई खराबी नजर नहीं आई थी। टूटी हुई रेल पटरी को विशेषज्ञ जांच के लिए साबरमती भेजा गया है। उसी के बाद मालूम होगा कि रेल पटरी में क्या खराबी आई थी?
विनीत कुमार गुप्ता, मंडल रेल प्रबंधक रतलाम
जानकर व फोटो : राकेश पोरवाल