असल कोरोना योद्धा आयुर्वेद के चिकित्सक, जान की बाजी लगाकर लाखों कोविड-19 के मरीजों की जिंदगी बचाई : आयुर्वेदाचार्य डॉ. निगम

🔲 जिले के 50 आयुर्वेदिक चिकित्सकों का हुआ सम्मान

🔲 राजस्थान औषधालय मुम्बई का आयोजन

हरमुद्दा
रतलाम, 25 फरवरी। आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने अपनी जान की बाजी लगाकर लाखों कोविड-19 के मरीजों की जिंदगी बचाई, असल कोरोना योद्धा आयुर्वेद के चिकित्सक हैं। भारत में आयुर्वेदिक औषधियों का उपयोग करने के कारण ही देश से कोरोना के मरीजों की संख्या में कमी आई थी, उस समय आयर्वुेद के कारण ही कोरोना नियंत्रण आया। सम्मान समारोह में उन आयुर्वेदिक चिकित्सकों का सम्मान किया गया, जिन्होंने जिले में कोरोना के दौरान निस्वार्थ भाव से आमजन की सेवा की। उसी को देखते हुए आरएपीएल ग्रुप मुम्बई ने आयुर्वेदिक डॉक्टर्स का सम्मान कर नई ऊर्जा दी हैं।

यह बात जिले के प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. रत्नदीप निगम ने कही। डॉ. निगम राजस्थान औषधालय (आरएपीएल ग्रुप) मुम्बई द्वारा डॉक्टर्स सम्मान समारोह बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे। मंच पर अतिथि डॉ. चेतन शर्मा, डॉ. अनूप शर्मा, डॉ. मुकेश भारद्वाज, डॉ. राकेश जैन मौजूद थे।

प्रतीक चिह्न भेंट कर किया सम्मानित

डॉक्टर को सम्मानित करते हुए ग्रुप के पदाधिकारी

आरएपीएल ग्रुप के चैयरमेन रहे डॉ. सलाऊदीन चोपदार को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। सम्मान समारोह में अतिथियों ने राजस्थान औषधालय मुम्बई (आरएपीएल ग्रुप) परिवार की ओर से माला, शॉल, साफा, प्रतीक चिह्न भेंट कर डॉक्टर्स को सम्मानित किया गया।

धनवंतरि पूजन अर्चन से शुरुआत

धनवंतरी के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित करते हुए अतिथि

डॉक्टर्स सम्मान समारोह की शुरुआत धन्वतंरि पूजा से की गई। अतिथियों ने धन्वतंरि की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किया।

भगवान का दूसरा रूप होता हैं चिकित्सक : डॉ. चेतन शर्मा

अतिथि डॉ. चेतन शर्मा ने कहा कि कोविड-19 के दौरान आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने अपनी जान की बाजी लगाकर मानवीय सेवा कर साबित किया कि एक चिकित्सक भगवान का दूसरा रूप होता हैं। आयुर्वेदिक औषधियां कोरोना के दौरान कारगर साबित हो रही थी, उस समय आयुर्वेद के डॉक्टर्स पर भी बड़ी जिम्मेदारियां आई, जिसका रतलाम जिले के चिकित्सकों ने सामना किया। उसी मेहनत को समझते हुए राजस्थान औषधालय ने सम्मानित कर आयुर्वेदिक डॉक्टर्स को नई दिशा दी है। आरएपीएल ग्रुप के चैयरमेन रहे डॉ. चोपदार ने भारत में नशा मुक्त अभियान की शुरुआत कर देश के लाखों लोगों को नशा मुक्ति की दवा देकर नया जीवनदान दिया।

हर चिकित्सक का मनोबल बढ़ा हैं सम्मान से

बतौर अतिथि डॉ. अनूप शर्मा व डॉ. मुकेश भारद्वाज ने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने आयुर्वेदिक प्रणालियों का उपयोग करते हुए मरीजों को काढ़ा सहित अन्य प्रकार की आवश्यक दवा उपलब्ध करवाई, जो कि कारगर साबित हुई। सम्मान से हर चिकित्सक का मनोबल बढ़ा हैं, भारत के प्राचीनतम पद्धति की पूरे विश्व ने प्रशंसा की हैं।

आयुर्वेद पद्धति को अपनाकर ही हराया जा सकता कोरोना को : डॉ. जैन

आयुर्वेदाचार्य डॉ. राकेश जैन ने कहा कि आयुर्वेद पद्धति को अपनाकर ही कोरोना को हराया जा सकता हैं, कोविड-19 से लड़ने के लिए आयुर्वेद नई-नई खोज कर दवाई तैयार कर रहा हैं। चिकित्सकों ने जिस तरह से जिले में कोरोना काल के दौरान सेवा की, उसी का परिणाम हैं, कि राजस्थान औषधालय ने उन्हें सम्मान से नवाजा।

यह थे मौजूद

सम्मान समारोह में मौजूद गणमान्य जन

सम्मान समारोह में डॉ. एस.के. सिंह, डॉ. शहनाज सैयद, डॉ. आशीष तिवाड़ी, डॉ. एम.के.सिंह, डॉ. त्रिवेदी, डॉ. गौरव पुरोहित, डॉ. संजय नागोरियां, डॉ. निर्मला डांगी, डॉ. पिंकी बोरिवाल, डॉ. एस.एन. पाटीदार, डॉ. एस.एस. पाटीदार, कॉर्डिनेटर कविता जादव, डॉ. एम. एस. चौहान, डॉ. ऋषि भट्ट, कार्यक्रम प्रभारी आसिफ अख्तर, दीपक नरवरियां, मिराज आलम, शेर खान सहित जिले भर के आयुर्वेदिक चिकित्सक एवं गणमान्यजन उपस्थित थे। संचालन कैलाश व्यास ने किया। आभार ग्रुप के मैनेजर आसिफ अख्तर ने माना।

फोटो : राकेश पोरवाल

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