राष्ट्रीय विज्ञान दिवस : सेवानिवृत्त भौतिकविदों ने भौतिकी को दिनचर्या के साथ जोड़कर छात्रों के बीच रखने का सबक सिखाया शिक्षकों को
रतलाम एसोसिएशन ऑफ फिजिक्स टीचर्स का आयोजन
हरमुद्दा
रतलाम, 27 फरवरी। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (28 फरवरी) की पूर्व संध्या पर रविवार को रतलाम एसोसिएशन ऑफ फिजिक्स टीचर्स द्वारा खास आयोजन किया गया। नोबल पुरस्कार प्राप्त भारतीय वैज्ञानिक चंद्रशेखर वेंकट रमन को याद किया गया। सेवानिवृत्त भौतिकविदों ने भौतिकी को दिनचर्या के साथ जोड़कर छात्रों के बीच रखने का सबक शिक्षकों को सिखाया।
प्रायोगिक महत्ता से रूबरू करवाया शिक्षकों को
कार्यक्रम के अतिथि इंदौर के डॉ. पी के दुबे ने कोणीय संवेग का दैनिक जीवन की घटनाओं से सम्बद्धता का प्रायोगिक प्रदर्शन कर भौतिकी के शिक्षकों को प्रायोगिक महत्ता से रूबरू करवाया।
रमन इफेक्ट के विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में महत्ता, उपयोगिता
शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय के सेवानिवृत्त प्राचार्य एवं भौतिकविद डॉ. एस के जोशी ने रमन इफेक्ट के विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में वर्तमान स्थिति में महत्ता, उपयोगिता, सार्थकता व प्रासंगिकता पर प्रोजेक्टर के माध्यम से विस्तार से प्रकाश डाला।
भौतिकी के क्षेत्र में व्यापक संभावना
शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय के भौतिकविद सेवानिवृत्त प्रोफ़ेसर व थाओ ऑफ फिजिक्स के अनुवादक डॉ. धर्मराज वाघेला ने भौतिकी को दिनचर्या के साथ जोड़कर छात्रों के बीच रखे जाने की बात रखी। नाभिकीय भौतिकी के क्षेत्र में व्यापक संभावनाओं को रेखांकित किया। भौतिकी के शिक्षकों को RAPT के बैनर तले अपने शोध पत्र प्रकाशित करने की पहल करने की सलाह दी।
नाभिकीय भौतिकी के स्पेक्ट्रोस्कोपी
सेवानिवृत्त प्राचार्य श्यामवंत पुरोहित ने नाभिकीय भौतिकी के स्पेक्ट्रोस्कोपी पर विस्तृत व्याख्यान देकर स्पेक्ट्रोस्कोपी की अवधारणा व कार्यविधि की बारीकियों को समझाया।
यह थे मौजूद
कार्यक्रम में सेवानिवृत्त प्राचार्य सुंदरलाल गौड़, दिलीप मूणत, ऋषिकुमार त्रिपाठी, जितेंद्र जोशी, श्रवण भावसार, जितेंद्र गुप्ता, संदीप जैन, वीरेंद्र मिंडा, दिलीप कुमार पाटीदार, अरविंद गुप्ता, सुधीर गुप्ता, अकरम पठान, राजेन्द्र बिष्ट, स्वतंत्र श्रोत्रिय, रितेश त्रिवेदी, महेंद्रपाल सिंह जादौन मौजूद थे। संचालन राकेशसिंह जादौन ने किया। आभार राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त भौतिकविद गजेन्द्रसिंह राठौर ने माना।