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मुद्दे की बात : खोए हुए मान सम्मान प्रतिष्ठा को हासिल करने के लिए एकता जरूरी

🔲 श्री सनातन कर्मकांडीय ब्राह्मण संघ की बैठक

🔲 वरिष्ठ कर्मकांडीय ब्राह्मणों का अभिनंदन समारोह शीघ्र

हरमुद्दा
रतलाम, 14 मार्च। देश प्रदेश समाज में दिन पर दिन ब्राह्मणों का मान सम्मान और प्रतिष्ठा कम हो रही है। यह उचित नहीं है। इसका एकमात्र कारण यह रहा है कि ब्राह्मणों में एकता शक्ति का अभाव हो गया है, लेकिन अब हमें एक होना होगा, ताकि हम अपनी शक्ति का एहसास उन लोगों को करा सके जो हमें कमजोर समझने लगे हैं। और यह तभी संभव है, जब हम सभी एक होंगे। हमारा मुद्दा एक होगा। एकता की ताकत एक होगी।

बैठक में मौजूद कर्मकांडीय ब्राह्मण

यह विचार आचार्य सत्यव्रत शास्त्री ने व्यक्त किए। आचार्य शास्त्री अमृत सागर के सामने हनुमान बाग पर श्री सनातन कर्मकांडीय ब्राह्मण संघ की बैठक में मौजूद थे।

यह थे मंचासीन

मंच पर संरक्षक हरीश चतुर्वेदी, पुष्पोद्भव शास्त्री, संयोजक नंदकिशोर व्यास, भानु प्रकाश शर्मा मौजूद थे। बैठक में यह भी तय किया है कि शीघ्र ही वरिष्ठ कर्मकांडीय ब्राह्मणों का अभिनंदन समारोह आयोजित किया जाएगा।

ओम प्रकाश शर्मा विचार व्यक्त करते हुए और मंचासीन अतिथि

ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि ब्राह्मणों को ब्राह्मणों का साथ ही देना जरूरी है। जब तक हम अपनी एकता का परिचय नहीं देंगे, तब तक लोग हमें उपेक्षित समझेंगे। हम एक दूसरे की भावना और उनकी विद्वत्ता का ध्यान रखें। कोई यजमान आकर हमें किसी अन्य ब्राह्मण की बुराई करें तो उसे ना करने दें, बल्कि उस ब्राह्मण का साथ दें।

एकता की शुरुआत खंडित ना हो

संरक्षक श्री चतुर्वेदी ने कहा कि जो एकता की शुरुआत हुई है वह खंडित ना हो। हमें हर परिस्थिति और स्थिति में एक साथ रहना है। अपने स्वार्थ को छोड़ते हुए ब्राह्मणों की एकजुटता का परिचय देना होगा।

ब्राह्मण एक दूसरे को दुश्मन नहीं अपना साथी समझें सुख दुख का

संयोजक श्री व्यास ने कहा कि ब्राह्मण दूसरे ब्राह्मण को बेर भाव से नहीं देखे। न ही उन्हें दुश्मन माने। हम सभी सुख दुख के साथी बने। अपनी और अपनों की काबिलियत बढ़ाएं उन्हें आगे बढ़ने का मौका दें। उन्हें पीछे धकेलने का कार्य न करें।

दक्षिणा पत्रक भी होना चाहिए तैयार

गिरिराज शर्मा एवं सत्येंद्र उपाध्याय ने कहा कि हमें अपना दक्षिणा पत्र तैयार करना चाहिए। हर कार्य का शुल्क होना चाहिए। यदि किसी पंडित ने किसी कार्य के ₹5000 दक्षिणा बताई है तो उस कार्य की यही दक्षिणा बतानी चाहिए। देखने में आता है कि हजार दो हजार में भी अन्य पंडित यह कार्य कर देते हैं। इसी से हमारी एकता प्रदर्शित होगी, सभी का एक जैसा मान सम्मान होगा। बैठक में दीपक शर्मा ने कहा कि ब्राह्मण समाज के लड़कों को आजकल कोई लड़की देना पसंद नहीं करता है। यह स्थिति चिंतनीय है। जबकि पंडिताई के व्यवसाय में भी बेहतर आय होती है। बैठक में पंडित शिव शंकर संजय दवे, मनीष परसाई, चेतन शर्मा सहित अन्य ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

यह थे मौजूद

हाथ उठाकर एकता प्रदर्शित करते हुए कर्मकांडीय ब्राह्मण

बैठक में श्री सनातन कर्मकांडीय ब्राह्मण संघ अध्यक्ष भरत शर्मा, उपाध्यक्ष भूपेंद्र जोशी, सचिव प्रवीण शर्मा, सह सचिव राजेंद्र भट्ट, कोषाध्यक्ष शैलेंद्र जोशी, देवीलाल शर्मा, नरेंद्र परसाई, नंदकिशोर पंचोली, मदनलाल शर्मा, भावेश पाठक, प्रवीण मिश्रा, दुर्गेश रावल, नंद किशोर जोशी, धीरेंद्र द्विवेदी, कुलदीप, हेमंत शास्त्री, संस्कार दुबे, अक्षय शर्मा, यशवंत शर्मा, प्रीतम पाठक, बद्री प्रसाद शर्मा, रामगोपाल शर्मा, नंद किशोर उपाध्याय, मुकेश शर्मा, धीरज दुबे, भूपेंद्र राजावत, मनोहर लाल जोशी, जितेंद्र शर्मा, गोपाल व्यास, महेश शर्मा सहित अन्य मौजूद थे। संचालन भूपेंद्र जोशी ने किया आभार भरत शर्मा ने माना।

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