दंगाइयों के घर चला मामा का बुलडोजर : रामनवमी जुलूस पर पथराव करने वालों को चिन्हित कर उनके मकानों को किया जमींदोज, 77 लोगों की हुई गिरफ्तारी
⚫ पूर्व मुख्यमंत्री ने किया कार्रवाई का विरोध
⚫ उपद्रवियों ने खूब मचाया तांडव
⚫ एसपी के पैर में लगी गोली
हरमुद्दा
खरगोन, 11 अप्रैल। रविवार को श्री राम नवमी जुलूस पर पथराव करने वालों दंगाइयों के घर मामा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बुलडोजर पहुंच गया और घरों को जमींदोज करना शुरू कर दिया। सोमवार सुबह से यह कार्रवाई शहर के कई क्षेत्रों में चली। कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 77 लोगों को गिरफ्तार किया है। गायों के घर तोड़ने की कार्रवाई का पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने विरोध किया है।
कार्रवाई करते हुए बुलडोजर
जिला प्रशासन ने खरगोन में रामनवमी जुलूस पर पथराव करने वाले आरोपियों के घरों को ढहा दिया है। सोमवार शहर के संवेदनशील क्षेत्र मानें जाने वाले छोटी मोहन टाकीज क्षेत्र में भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में सरकार के अधिकारी वहां बुलडोजर लेकर पहुंचे और हिंसा करने वाले आरोपियों के मकानों को ढहा दिया।
पथराव के बाद हुई हिंसा और आगजनी
जानकारी के लिए बता दें कि 10 अप्रैल को राम नवमी के मौके पर खरगोन में शोभायात्रा निकाली गई थी। इस यात्रा के दौरान कुछ लोगों ने पथराव किया था, जिसके बाद पूरे क्षेत्र में हिंसा शुरू हो गई थी। हिंसा के दौरान कुछ लोगों ने पेट्रोल बंब भी फेंके थे। इस पूरे घटनाक्रम में आम जनता समेत 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
77 लोगों की हुई गिरफ्तारी
खरगोन हिंसा मामले में अभी तक 77 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। प्रशासन के आलाधिकारी मौके पर कैंप कर रहे हैं। इससे पहले श्रीराम शोभायात्रा पर रविवार शाम को तालाब चौक के पास पथराव होने के बाद हिंसा भड़क गई थी। इस दौरान उपद्रवियों ने 30 से ज्यादा दुकानों और मकानों में आग लगा दी थी। इस घटना में 10 पुलिसकर्मी और 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। एसपी सिद्धार्थ चौधरी के बाएं पैर में गोली लगी है।
कार्रवाई का दिग्विजय सिंह ने किया विरोध
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, ‘मामू का बुलडोज़र बलात्कार करने वालों पर और बलात्कारियों को सहयोग देने वालों पर नहीं चलता। केवल शक्ल देख कर बुलडोज़र चलाए जा रहे हैं।
आरोपियों की हो गई पहचान नहीं बख्शे नहीं जाएंगे कोई भी : मुख्यमंत्री
इस घटना को लेकर राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इस हिंसा में शामिल आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उन्हें बख्सा नहीं जाएगी। सीएम ने कहा कि रामनवमी के अवसर पर खरगोन में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. मध्यप्रदेश की धरती पर दंगाइयों के लिए कोई स्थान नहीं है। यह दंगाई चिन्हित कर लिए गए हैं, इनको छोड़ा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कठोरतम कार्यवाही की जाएगी।
कार्रवाई बन जाएगी मिसाल
इस मामले पर राज्य के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पहले ही कहा था कि सरकार द्वारा ऐसी कार्रवाई की जाएगी, जो पूरे देश के मिसाल बन जाएगी। नरोत्तम मिश्रा ने कहा था, ‘इस हिंसा के बाद मामले की जांच की जा रही है। जैसे ही पूरा घटनाक्रम सामने आता है, ऐसी कार्रवाई होगी जो मिसाल बन जाएगी। मध्य प्रदेश शांति का टापू है और इसे किसी सूरत में बदलने नहीं दिया जाएगा।