मामला गुना में पुलिसकर्मियों की मौत का : मुठभेड़ में दो आरोपियों को पुलिस ने मार गिराया, मुख्य आरोपी की तलाश
⚫ प्रदेश के गृह मंत्री ने की पुष्टि
⚫ आरोपियों के घरों पर चला बुलडोजर
⚫ मुख्यमंत्री ने बुलाई उच्च स्तरीय बैठक
⚫ पुलिसकर्मियों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता
हरमुद्दा
गुना, 14 मई। शनिवार को तड़के काले हिरण का शिकार कर ले जाने वाले आरोपियों को रोकने पर उन्होंने पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग की। नतीजतन तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई इसके पश्चात सर्चिंग के दौरान आरोपियों की तलाश हुई। इसके बाद दो आरोपियों को मौत के घाट उतार दिया गया है। इस बात की पुष्टि प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने की है। इसके साथ ही यह भी बताया है कि आरोपियों के घर को बुलडोजर से गिरा दिया गया है। वहीं मुख्य आरोपी की तलाश जारी है गुना की घटना को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई जिसमें अधिकारी वर्चुअल रूप से शामिल हुए। पुलिसकर्मियों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है।
मध्य प्रदेश के गुना के आरोन थानाक्षेत्र में शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात पुलिस और शिकारियों के बीच मुठभेड़ में एक एसआइ सहित तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। रात में मुठभेड़ में एक शिकारी नौशाद मारा गया था, वहीं दूसरे शिकारी शहजाद को भी पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इसकी पुष्टि कर दी, उन्होंने बताया कि दसूरा आरोपी कहीं पहाड़ के पास छिपा था, उसने आठ राउंड गोली पुलिस पर चलाई, जवाबी कार्रवाई में मारा गया। मुख्य आरोपित अभी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।
पुलिस ने पकड़ा दो तीन शिकारियों को, तो हुई पीछे से फायरिंग
जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात करीब 12.30 बजे आरोन थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि शहरोक गांव की पुलिया से आगे मौनवाड़ा के जंगल में शिकारियों द्वारा ब्लैक बग हिरण और मोर का शिकार किया गया है। इस पर थाने से एसआइ राजकुमार जाटव, प्रधान आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम मीना सहित सात लोग दो चार पहिया और एक बाइक से जंगल की ओर रवाना हुए। इस दौरान पुलिस ने चार मोटरसाइकिल से आए दो-तीन शिकारियों को पकड़ लिया। लेकिन तभी पीछे से आए शिकारियों के अन्य साथियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसमें तीन पुलिसकर्मियों में से सभी सात से आठ गोलियां लगने से मौके पर मौत हो गई, जबकि अन्य भाग निकले। सरकार की ओर से बलिदानी पुलिसकर्मियों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है।
घटनास्थल से बरामद हुए हिरण, मोर
मुठभेड़ में उपनिरीक्षक राजकुमार जाटव, नीरज भार्गव और संतराम की मौत हो गई हैं। वहीं सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल से हिरण, मोर के शव भी बरामद किए हैं। जबकि आरोपित फरार हो गए हैं। इधर, अभी कोई पुलिस अधिकारी ज्यादा कुछ जानकारी देने से बचते नजर आ रहे हैं। मुठभेड़ में बलिदान हुए उपनिरीक्षक राजकुमार जाटव मूलत: अशोकनगर जिले के रहने वाले थे।
सीएम शिवराज ने बुलाई उच्चस्तरीय बैठक
गुना में शिकारियों द्वारा पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सुबह 9:30 बजे आपात उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। बैठक में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के अलावा सीएस, डीजीपी, एडीजी, पीएस गृह सहित पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। डीजीपी और गुना प्रशासन के बड़े अधिकारी बैठक से वर्चुअली जुड़े। बैठक के बाद सीएम शिवराज ने इस मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए ग्वालियर आइजी को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए।
परिजनों को एक-एक करोड़ देने की घोषणा
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि गुना की गोलीबारी में बलिदान हुए पुलिस के तीनों अधिकारी/ कर्मचारियों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए की अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी। अंतिम संस्कार में जिलों के प्रभारी मंत्री शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम पर हमले में 07 शिकारी शामिल थे। उनमें से एक शिकारी क्रास फायरिंग में मारा गया। अपराधियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करेंगे। मध्य प्रदेश की पुलिस मुस्तैदी से जान की बाजी लगाकर कर्तव्य निर्वहन कर रही है। रात्रि में भी पुलिस पेट्रोलिंग नियमित व निरंतर हो रही है, इसीलिए शिकारियों को घेर पाए।
जंगल में पुलिस बल
शिकारियों से मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मियों की मौत के बाद जिले से भारी पुलिस बल जंगल में भेजा गया है। शिकारियों के संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही है। जानकारी मिल रही है कि पुलिस ने एक शिकारी को मार गिराया है। उसका नाम नौशाद बताया जा रहा है।
वन अमला मुस्तैद
आरोन के जंगलों में हुए इस कांड के बाद वन विभाग ने शुरू की जांच। गुना डीएफओ और पूरे स्टाफ को किया गया सक्रिय। वन बल प्रमुख आरके गुप्ता ने विभाग की जांच एजेंसियों को भी नजर रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो भोपाल से भी जांच एजेंसी होंगी रवाना।
बदमाशों के घरों पर चला बुलडोजर
इधर, शिकारियों से मुठभेड़ में पुलिसकर्मियों की शहादत के बाद पुलिस और जिला प्रशासन ने भी सख्त तेवर अपनाएं हैं। एक ओर पुलिस ने बदमाशों की पहचान करने के साथ ही गिरफ्तारी की तैयारी की। वहीं दूसरी तरफ बदमाशों के बिदौरिया गांव स्थित घरों पर बुलडोजर भी चलाना शुरू कर दिया है। इसके लिए सुबह से ही पुलिस और प्रशासन की टीमों को सक्रिय कर दिया गया था। साथ ही 150 से 200 की संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।