पुलिस की कार्रवाई : सवा करोड़ के गबन के आरोप में रतलाम केंद्रीय विद्यालय में पढ़े क्रिकेटर के पिता गिरफ्तार

⚫ केसीसी के 34 फर्जी खाते खुलवा कर किया राशि का गबन

⚫ गबन की राशि बांटने में और भी है शामिल

⚫ क्रिकेटर नमन ओझा पहुंचे थाने

हरमुद्दा
सोमवार, 6 जून। रतलाम के केंद्रीय विद्यालय में पढ़े क्रिकेटर नमन ओझा के पिता विनय कुमार ओझा को पुलिस ने सवा करोड़ के गबन के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोप है कि श्री ओझा ने केसीसी के लिए 34 फर्जी खाते खुलवाए और तकरीबन सवा करोड़ की राशि का गबन किया। इस मामले में बैंक के पूर्व मैनेजर सहित अन्य कर्मचारी भी शामिल है जिन्होंने आपस में गबन की राशि का बंटवारा किया।

वीके ओझा

मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को मुलताई पुलिस ने वीके ओझा को गिरफ्तार किया है। गबन के इस मामले में सन लिप्त अन्य लोगों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। पिता की जमानत के लिए नमन ओझा मुलताई आए और प्रयास किए लेकिन जमानत नहीं हो पाई।

क्रिकेटर नमन ओझा

इन्होंने पार्टी गबन की राशि

पूर्व मैनेजर अभिषेक रत्नम, विनोद पवार, लेखापाल निलेश छलोत्रे, दीनानाथ राठौर सहित बैंक मैनेजर विनय कुमार ओझा ने गबन की राशि आपस में बांट ली। ज्ञातव्य की 2013 में बैंक ऑफ महाराष्ट्र की शाखा जोलखेड़ा में श्री ओझा और प्रबंधक के पद पर कार्यरत थे। इसके पहले श्री रत्नम बैंक के मैनेजर थे, उनके कार्यकाल में ही गबन की साजिश रची थी और उनका तबादला हो गया। जून 2013 में साजिश को मूर्त रूप देते हुए केसीसी के करीब 34 फर्जी खाते खुलवाए और सवा करोड़ की राशि का गबन किया। सभी ने आपस में राशि बांट ली।

इन धाराओं में किया था प्रकरण दर्ज

2014 में प्रकरण दर्ज होने के बाद पुलिस 8 साल से आरोपियों की तलाश कर रही थी। साजिश में शामिल आरोपियों पर धारा 409, 420, 467, 468, 471, 120 बी, 34 और आईटी एक्ट की धारा 65 व 66 के तहत प्रकरण दर्ज किया था। ज्ञातव्य है कि अन्य लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। सोमवार को पुलिस ने ओझा को गिरफ्तार किया। जमानत के लिए आए क्रिकेटर ओझा को सफलता नहीं मिली उन्हें पुनः बैतूल लौटना पड़ा। संभावना है कि वे मंगलवार को पुनः इस मामले में कार्रवाई करवाएंगे।

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