कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं समझे दबंगई नहीं चलेगी, कलेक्टर व एसपी ने ग्रामीणों से चर्चा की
हरमुद्दा
रतलाम 29 मई। हमारे यहां सामाजिक समरसता की एक लंबी परंपरा रही है। सभी ग्रामीण इस परंपरा को सामंजस्य के साथ निभाते चले, किसी असामाजिक तत्व के बहकावे में नहीं आए यह बात कलेक्टर रुचिका चौहान तथा पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने जिले के ग्राम बरबोदना एवं राकोदा में चर्चा के दौरान ग्रामीणों से कहीं। अधिकारी द्वय ने कहा कि कोई भी व्यक्ति अपने आप को कानून से ऊपर नहीं समझे दबंगई दिखाने वालों से सख्ती के साथ निपटा जाएगा। शासन-प्रशासन किसी भी कमजोर वर्ग के हितों की रक्षा के लिए कटिबद्ध है।
गांव के गलत लोगों की दे जानकारी
कलेक्टर व एसपी ने गांव में स्पष्ट लहजे में कहा कि कोई भी व्यक्ति अगर दबंगई दिखाता है तो प्रशासन एवं कानून उसके विरुद्ध बेहद सख्ती के साथ कार्रवाई करेगा। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वह गलत व्यक्तियों को चिन्हित करें उनकी जानकारी प्रशासन को दें। सामाजिक समरसता को बिगाड़ने वाले व्यक्तियों को अपने मध्य पनपने नहीं दें। अपने गांव की छवि खराब नहीं होने दे।
निजी स्कूलों में दिलाएं बच्चों को प्रवेश
कलेक्टर श्रीमती चौहान ने ग्रामीणों को शिक्षा का अधिकार अधिनियम की जानकारी दी साथ में ग्रामीणों से आग्रह किया कि इस अधिनियम का लाभ उठाएं। प्राइवेट स्कूलों में 25 प्रतिशत स्थानों पर कमजोर वर्ग के बच्चे एडमिशन ले सकते है। ग्राम पंचायतों के सचिवों को कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया कि शासन द्वारा पेंशन योजना राशि में बढ़ोतरी के दृष्टिगत संभावित पात्र व्यक्तियों को चिन्हित करते हुए लाभ दिलाएं। ग्राम बरबोदना में ग्रामीणों द्वारा जल समस्या बताई जाने पर कलेक्टर द्वारा अतिशीघ्र निराकरण के लिए आश्वस्त करते हुए कहा कि पीएचई विभाग द्वारा एक मोटर शीघ्र गांव को दिलाई जाएगी, एक मोटर का प्रबंध ग्राम पंचायत करेगी। गांव के समीपस्थ कुएं से गांव तक जल लाने के लिए पाइप तथा अन्य अधोसंरचना का इंतजाम भी कर दिया जाएगा।
कुपोषित बच्चों की विभिन्न प्रकार से करें मदद
कलेक्टर ने गांव वालों से आग्रह किया कि अपने गांव के कुपोषित बच्चों की मदद के लिए आगे आए। वह गरीब परिवारों के कुपोषित बच्चों को विभिन्न प्रकार से मदद कर सकते हैं ताकि वह स्वस्थ होकर अच्छा जीवन जी सकें। कलेक्टर की बात पर ग्रामीणों द्वारा सहमति जताई गई।