शिक्षक भर्ती घोटाला : मंत्री सहित उनकी सहयोगी को किया गिरफ्तार, मंत्री हो गए बीमार
⚫ मुख्यमंत्री से बात नहीं करने दी मंत्री को
हरमुद्दा
कोलकाता, 23 जुलाई। शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में शनिवार को सुबह पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं इसके साथ ही उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को भी हिरासत में ले लिया है। गिरफ्तार किए गए मंत्री का कहना है कि ईडी ने मुख्यमंत्री से बात नहीं करने दी।
उल्लेखनीय है कि अधिकारियों ने चटर्जी से आवास पर शुक्रवार सुबह 8 बजे से उनसे पूछताछ शुरू की थी, जोकि रात भर चली और शनिवार सुबह उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक पार्थ चटर्जी को गिरफ्तारी के बाद मेडिकल के लिए ले जाया जा रहा है। पार्थ को कोलकाता में सीजीओ कॉम्प्लेक्स ले जाया जाएगा। फिर उन्हें कोर्ट ले जाया जाएगा।
शुक्रवार से चल रही थी सभी के घर पर जांच और पूछताछ
बता देंकि ED ने शुक्रवार को छापेमारी के दौरान कथित शिक्षक भर्ती घोटाले के संबंध में पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की एक ‘‘करीबी सहयोगी” अर्पिता मुखर्जी के परिसरों पर छापेमारी में 20 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है। ईडी ने पश्चिम बंगाल के उद्योग और वाणिज्य मंत्री चटर्जी, उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी, शिक्षा राज्य मंत्री परेश सी अधिकारी, विधायक और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य और कई अन्य लोगों के परिसरों में समन्वित तलाशी शुरू की। ईडी ने एक बयान में कहा कि तलाशी के दौरान, ईडी ने पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के आवासीय परिसर से लगभग 20 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की।
शिक्षकों की भर्ती में घोटाला
ईडी ने एक बयान में आरोप लगाया कि इस धन के स्कूल सेवा आयोग (SSC) घोटाले से जुड़े होने का संदेह है। ईडी ने कहा, अर्पिता मुखर्जी के परिसर से 20 से अधिक मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं, जिसके उद्देश्य और उपयोग का पता लगाया जा रहा है। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने धन शोधन का मामला दर्ज किया। पूर्व में कलकत्ता हाई कोर्ट ने सीबीआई को समूह ‘C’ और ‘D’ कर्मचारियों, कक्षा 10वीं और 11वीं के सहायक शिक्षकों, प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती में कथित घोटाले की जांच करने का निर्देश दिया था।
तब था उनके पास शिक्षा का प्रभार
कथित घोटाला जब हुआ था उस वक्त चटर्जी के पास शिक्षा का प्रभार था। सीबीआई ने उनसे दो बार 26 अप्रैल और फिर 18 मई को पूछताछ की थी। तृणमूल कांग्रेस ने ईडी द्वारा छापेमारी की कार्रवाई को केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार द्वारा अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को ‘परेशान’ करने का आरोप लगाया है। वहीं, भाजपा ने आरोप लगाया कि सत्ता में आने के बाद से प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और माध्यमिक स्तर पर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में टीएमसी ने ‘‘बड़े पैमाने पर अनियमितताएं कीं।’