हक के लिए हुंकार : प्रदेश के 7 लाख पेंशनरों के साथ अन्याय, 14 अगस्त को गांधी प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन
⚫ क्या मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डरपोक हैं?
हरमुद्दा
भोपाल, 31 जुलाई। प्रदेश में 5 लाख पेंशनर्स एवं 2 लाख अर्द्धशासकीय एवं स्वायत्य शासी इस प्रकार लगभग 7 लाख पेंशनर्स के साथ छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री सर्वश्री भूपेश बघेल एवं शिवराजजी चौहान संगनमत होकर लगातार अन्याय कर रहे है। यदि 10 अगस्त तक मांगे नहीं मानी गई तो 14 अगस्त को गांधी प्रतिमा के समक्ष पेंशनर द्वारा प्रदर्शन किया जाएगा।
यह बात पेंशनर्स एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष श्याम जोशी व जिला शाखा के अध्यक्ष एवं महामंत्री बाबूलाल शर्मा ने कही। पदाधिकारियों ने बताया कि पूर्व में प्रदेश की ओर से 8% राहत राशि के लिए एवं अब 11% के लिए सहमती मांगी थी तो एक लंबे समय के पश्चात् 11% के स्थान पर 5% को दोनो बार मान्य कर अपने डरपोक पन का परिचय देते हुए प्रदेश के पेंशनर्स के साथ लगातार असहनीय व्यवहार के कारण पेंशनर्स की नाराजगी का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
शासकीय घोषणा की निंदा
विद्युत मण्डल पेंशनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष पी.एल. मकवाना, सचिव आर. सी. सोमानी, नगर पालिक निगम पेंशनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष आर. के. धैमन एवं सचिव गोधा ने शासकीय घोषणा की निंदा करते हुए पेंशनरों को संपूर्ण बकाया राहत राशि केन्द्र के समान 17% की घोषणा प्रदेश के मुख्यमंत्री को करते हुए छत्तीसगढ़ की सहमती के लिए हिम्मत बताते हुए धारा 49 (6) को समाप्त कर अपने डरपोक पन को समाप्त करना चाहिए।
मांगे 10 अगस्त तक नहीं मानी गई तो 14 अगस्त को प्रदर्शन
पेंशनर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने स्पष्ट शब्दों में मांग की है कि यदि 10 अगस्त तक पेंशनरों की 17% राहत राशि, छटे वेतन आयोग का माननीय उच्च न्यायालय के निर्णयानुसार 32 माह का एरियर 6% ब्याज सहित, सांतवे वेतनमान के 27 माह के एरियर की राशि का भुगतान, केश लेस स्वास्थ्य सुविधा आदि की स्वीकृती नहीं की गई तो प्रदेशभर में गांधी प्रतिमा के समक्ष 14 अगस्त 2022 को दोपहर 1 बजे जंगी प्रदर्शन किया जाएगा। इसके पश्चात माह सितम्बर में भोपाल में विशाल प्रदर्शन किया जाएगा।