शादीशुदा व्यक्ति की दूसरी पत्नी को तीसरे नंबर की प्रेमिका ने उतारा मौत के घाट
⚫ हत्याकांड में प्रेमिका की सहेली ने भी दिया साथ
⚫ दूसरे नंबर की प्रेमिका के यहां हत्यारिन गई थी ब्लाउज सिलवाने
⚫ बबलू अपनी दूसरी पत्नी का शव लेकर अस्पताल पहुंचा और कहा बेहोश हो गई
हरमुद्दा
देवास, 10 अगस्त। बबलू की शादी 14 साल पूर्व हुई थी और उसके तीन बच्चे हैं, लेकिन बबलू के मेडिकल पर काम करने वाली रानी से उसका प्रेम-प्रसंग हो गया। रानी से उसने 3 माह पूर्व शादी कर ली। एक कमरे के किराए में रखा था। वही बबलू का 6 साल से शादीशुदा महिला ऋतु से भी प्रेम प्रसंग चल रहा था। ऋतु ज्वेलर्स की दुकान पर काम करती है। सहेली को साथ लेकर ऋतु ने रानी को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर सारे मामले का पर्दाफाश कर दिया है।
कोतवाली थाना पुलिस ने बताया कि 7 अगस्त शाम को केदारेश्वर मेडिकल के संचालक बबलू उर्फ नरसिंहदास पर्मार्थी अपनी दूसरी पत्नी रानी उर्फ राजू मालवीय (23 साल) निवासी ग्राम बर्छापुरा जिला सिहोर (हाल मुकाम अखाड़ा रोड) को जिला अस्पताल लाया था। वहां डक्टर ने रानी को मृत घोषित कर दिया था। इस पर पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को जांच में लिया था।
पति ने बनाया बहाना
हत्या के षड्यंत्र में शामिल प्रेमी झूठी कहानी बनाकर पत्नी का शव अस्पताल लेकर पहुंचा और कहा था कि पत्नी बेहोश हो गई, लेकिन शार्ट पीएम रिपोर्ट में पर्दाफाश हुआ कि गला घोंटकर हत्या की गई है। इस पर पुलिस ने अज्ञात आरोपितों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर मामला जांच में लिया था।
सख्ती से की पूछताछ तो बबलू ने कबूल किया जुर्म
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए कोतवाली थाना पुलिस ने टीम गठित की। रानी के पति बबलू से सख्ती से पूछताछ की गई। इसमें घटना का सच सामने आ गया। इसके बाद पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त दुपट्टा व तकिया जब्त किया।
बबलू के घर आना-जाना था ऋतु का
रानी बबलू के मेडिकल पर कार्य करती थी। उसने 3 माह पूर्व ही शादी कर रानी को किराए के मकान पर रखा था। इसके कारण बबलू का परिवार भी नाराज था और बबलू भी दुखी था। बबलू की प्रेमिका ऋतु भी शादीशुदा है। उसकी सात साल की बच्ची भी है। दोनों का करीब 6 साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। ऋतु एक ज्वेलर्स के यहां काम करती है और बबलू के घर उसका आना-जाना भी था।
रानी को मौत के घाट उतारने की बनाई योजना
प्रेमिका ऋतु और प्रेमी बबलू दोनों रानी को अपने प्रेम के रास्ते से हटाना चाहते थे और इसके लिए दोनों ने करीब एक माह से उसे मारने की योजना बना रहे थे। 7 अगस्त को प्रेमिका ऋतु ने अपनी बचपन की कर्मचारी साथी प्रियंका के साथ ब्लाउज सिलवाने के बहाने रानी के घर पहुंची थी। उसे अकेला देखकर दोनों ने हाथ दुपट्टा से गला घोटकर रानी की हत्या कर दी और शव को वहीं छोड़ दिया। इसके बाद ऋतु ने बबलू को जाकर बताया कि उसने अपने प्रेम की दुश्मन रानी को मार दिया है। उसके बाद नाटक करते हुए बबलू रानी के घर पहुंचा और शव को जिला अस्पताल लाया और डाक्टर के सामने झूठी कहानी बताई कि रानी बेहोश हो गई है।
पर्दाफाश में इनकी अहम भूमिका
हत्या के खुलासे में थाना प्रभारी कोतवाली महेंद्र परमार, उपनिरीक्षक पवन यादव, उपनिरीक्षक कृष्णा सूर्यवंशी, उपनिरीक्षक हर्ष चौधरी, सहायक उप निरीक्षक संजय तवर, प्रधान आरक्षक मनोज पटेल, प्रधान आरक्षक रवि गरोड़ा और प्रधान आरक्षक पवन पटेल सहित का सहरहानीय योगदान रहा।