मध्यप्रदेश में भारी बारिश: प्रदेश के कई संभागों में भारी बारिश का अलर्ट, 6 जिलों में बंद किए गए स्कूल, नर्मदा खतरे के निशान से ऊपर
⚫ गुना, राजगढ़, शाजापुर, उज्जैन, झाबुआ, रतलाम, मंदसौर और आगर-मालवा जिले में भारी बारिश का अलर्ट
हरमुद्दा
मंगलवार, 16 अगस्त। मध्यप्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश के कारण बाढ़ के हालात बने हुए हैं। बीते दो दिनों से राज्य के कई जिलों में जोरदार बारिश हो रही है। राजधानी भोपाल में एक बार फिर से मानसून एक्टिव हो गया है। भोपाल, रीवा और नर्मदापुरम संभाग समेत कई जगहों में बीते दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। भारी बारिश के कारण पांच जिलों के स्कूल में छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं। लगातार बारिश के कारण शहरों की स्थिति भी खराब है। सड़कों में जलभराव हो गया है। राज्य के कई नदी और नाले ऊफान पर हैं। भोपाल में लगातार बरसात के बाद भदभदा डैम के गेट खोल दिए गए हैं।
रतलाम शहर में सोमवार शाम से ही लगातार बारिश हो रही है कभी धीमी तो कभी तेज बारिश के चलते आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति निर्मित हो रही है। पिपलोदा में भी जोरदार बारिश के चलते सड़कों पर पानी भर गया है एक बस भी नाले में गिरते-गिरते बची। हालांकि बस में ड्राइवर और क्लीनर ही मौजूद था। मौसम विभाग ने गुना, राजगढ़, शाजापुर, उज्जैन, झाबुआ, रतलाम, मंदसौर और आगर-मालवा जिले में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।
रतलाम जिले में अब तक 680 मिमी बारिश दर्ज
जिले में अब तक करीब 680.6 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। गत वर्ष इस अवधि तक औसत 590.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई थी। जिले में गत 24 घंटो के दौरान मंगलवार सुबह 8.00 बजे तक औसत 78.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। आलोट में 78 मिलीमीटर, जावरा में 134 मिलीमीटर, ताल में 66 मिलीमीटर, पिपलौदा में 119 मिलीमीटर, बाजना में 78 मिलीमीटर, रतलाम में 54 मिलीमीटर, रावटी में 35.6 मिलीमीटर तथा सैलाना में 66 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। उल्लेखनीय है कि रतलाम जिले की सामान्य वर्षा 918.3 मिलीमीटर है।
यहां बंद किए गए स्कूल
भोपाल में भारी बारिश के कारण कलेक्टर अविनाश लावनिया ने सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को बंद करने का निर्देश जारी किया है।प्रशासन ने भोपाल, सीहोर, बैतूल, होशंगाबाद, रायसेन और नर्मदापुरम जिले में बारिश को देखते हुए स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी है।
नर्मदा नदी में उफान
भारी बारिश के कारण नर्मदापुरम जिले में नर्मदा नदी में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। जिले में नर्मदा नदी खतरे के निशान के ऊपर से बह रही है। बारिश और नर्मदा नदी के जलस्तर को देखते हुए निचले हिस्से में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम तैनात कर दी गई है।
अधिकारियों को दिए निर्देश
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से जलस्तर की जानकारी ली। सीएम लगातार स्टेट सिचुएशन रूम से संपर्क में हैं। उन्होंने मुख्य सचिव, एसीएस राजेश राजौरा सहित संबंधित जिलों के कलेक्टर्स से फोन पर इसको लेकर चर्चा की। इसके साथ ही सुबह कमिश्नर नर्मदापुरम, कलेक्टर नर्मदापुरम, सीहोर, हरदा, रायसेन, विदिशा, भोपाल से फोन पर चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए।
सीएम शिवराज ने की स्थिति की समीक्षा
सीएम शिवराज ने कहा कि लगातार बारिश होने के कारण बरगी, बारना, तवा डैम के गेट खोलने के कारण नर्मदा नदी का जल स्तर बढ़ा है। हमारे प्रयास हैं कि हम डैम से रेगुलेटेड कर पानी छोड़ रहे हैं जिससे कोई अप्रिय स्थिति ना बने। जल स्तर बढ़ने और लगातार बारिश के कारण नर्मदा नदी के केचमेंट एरिया के जिलों को अलर्ट किया गया है। उन्होंने जनता से अपील की है कि लगातार हो रही बारिश के कारण प्रशासन जो निर्देश दे रहा है, अलर्ट जारी कर रहा है, जनता इन निर्देशों के पालन में अपना सहयोग करें।