कृषक की मेहनत रंग लाई, शासकीय भूमि पर आम की बहार आई, कलेक्टर ने की बढ़ाई
हरमुद्दा
रतलाम, 06 जून। जिले में एक कृषक की मेहनत रंग लाई है। शासकीय भूमि पर आम की बहार आई है। कलेक्टर रुचिका चौहान ने कृषक की बढ़ाई की है।असफल होने के बाद फिर से एक बार कृषक की तमन्ना पहाड़ी क्षेत्र में फलदार पौधे लगाने की है। वनमण्डलाधिकारी ने आम के बीच बांस लगाने की सलाह भी दी है।
बात बता रहे है ग्राम नौगांवा कला के कृषक भेरूलाल चतुर्भुज धाकड़ की। श्री धाकड़ ने ग्राम की शासकीय भूमि पर मेहनत से आम की फसल खड़ी कर दी। समीप बने पहाड़ी क्षेत्र पर भी फलदार वृक्ष लगाने की इच्छा जताई है। कलेक्टर श्रीमती चौहान ने किसान के कार्य को सराहा और उनके द्वारा लगाए गए आम के बाग में पहुंचकर इसी तरह कार्य करने हेतु प्रेरित किया।
यह भी थे साथ
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ सोमेश मिश्रा, वन मंडल अधिकारी डॉक्टर शैलेंद्र कुमार गुप्ता ,अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री दिनेश वर्मा एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे ।
तब बनाई थी योजना
ग्राम नौगावां कला के भेरूलाल धाकड़ ने अपने खेत के समीप पड़ी एक हैक्टेयर भूमि पर आम के वृक्ष लगाने की चाहत 2015 -16 में व्यक्त की थी। तब उन्हें 5 लाख 92 हजार की लागत से आम के पौधे मनरेगा के तहत उपलब्ध कराए गए थे। आज यह पौधे बड़े हो गए हैं और इनपर तोतापरी आम की बहार है।
फिर भी नहीं मानी हार
सफलता का फल मिलने से उत्साहित धाकड़ ने समीप पड़ी एक हैक्टेयर भूमि पर भी आम के पौधे लगाने की मंशा जाहिर की है और वर्ष 2018 में उन्हें 200 पौधे और प्रदान किए गए। मगर पौधे सुरक्षा एवं पानी के अभाव में जीवित नहीं रह सके। इसके बावजूद हार नहीं मानी, वे चाहते हैं कि इस बार फिर फलदार वृक्ष लगाएं। ताकि यह क्षेत्र हरा भरा हो सके।
मिलेंगे और भी अच्छे परिणाम
कलेक्टर ने धाकड़ की इच्छा को प्रेरणादायी बताते हुए कहा कि यह अच्छा कार्य है और इसको साइंटिफिक टीम के मार्गदर्शन में किया जाए तो इसके और अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं । पौधों के बीच दूरी अधिक रखें और उन्हें अच्छी तरह पानी दें ताकि वे जीवित रहे।
दिए निर्देश, बनाएं समूह
उन्होंने जनपद पंचायत सीईओ को निर्देश दिए कि इन्हें फलदार पौधे उपलब्ध कराए जाएं और इनका एक स्वयं सहायता समूह बनाया जाए। इस समूह में पंचायत और इनकी शेयरिंग रहे ताकि यहां उत्पादित होने वाले फलों को विक्रय कर आय भी हो सके।
आम के पास लगाएं बांस
डीएफओ डॉ गुप्ता ने बताया कि यदि ये आम के पौधों के आसपास सुरक्षा की दृष्टि से बांस के पौधे लगाना चाहे तो इन्हें विभाग की बांस मिशन योजना के तहत पौधे प्रदान किए जा सकते हैं और इसमें इन्हें 120 रुपए प्रति पौधा जीवित रहने पर प्रोत्साहन राशि भी प्राप्त हो सकेगी।