महाराणा प्रताप जयंती: आन, बान और शान से निकली शौर्य यात्रा, हुआ आत्मीय अभिनन्दन
हरमुद्दा
रतलाम, 6 जून। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती जोश, जुनून और राजपुताना उत्साह के साथ मनाई गई। शहर में गुरुवार को आन, बान और शान के साथ शौर्य यात्रा निकाली गई। शौर्य यात्रा का शहर की सामाजिक संस्थाओं ने आत्मीय अभिनंदन कर महाराणा के जन्मदिन की बधाइयां दी। सड़कें फूलों से पट गई। महाराणा प्रताप चौक सैलाना बस स्टैंड पर महाराणा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।
श्री महाराणा प्रताप जन्मोत्सव समिति एवं राजपूत नवयुवक मंडल न्यास, श्री चारभुजानाथ मंडल के संयुक्त तत्वावधान में निकाली शौर्य यात्रा में समाजजन शामिल हुए। राजमहल पैलेस रोड से निकली शौर्य यात्रा का विभिन्न सामाजिक संगठनों, समाजजनों, राजनैतिक संगठनों द्वारा पुष्पवर्षा कर आत्मीय स्वागत किया गया।समाज के वरिष्ठजन केसरिया साफा बांधे शौर्य यात्रा में सबसे आगे चल रहे थे। सुसज्जित रथों में महाराणा प्रताप, हिन्दू हृदय सम्राट वीर शिवाजी महाराज, रत्नपुरी संस्थापक महाराजा श्री रतनसिंह जी की तस्वीर थी। विभिन्न मार्गों से होती हुई शौर्य यात्रा महाराणा प्रताप चौक पहुंची। यहां पर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की भव्य प्रतिमा पर नगर निगम आयुक्त एसके सिंह ने माल्यार्पण किया। मिठाई वितरण की गई।
विशेष रूप से हुए शामिल
श्री महाराणा प्रताप जन्मोत्सव समिति एवं संयुक्त राजपूत समाज संगठन द्वारा आयोजित शौर्य यात्रा में विशेष रूप से डीएसपी भूपेंद्रसिंह राठौड़, सीएसपी मानसिंह ठाकुर, एसडीएम लक्ष्मी गामड़, दो बत्ती थाना प्रभारी राजेन्द्र वर्मा, यातायात थाना प्रभारी सीमा भंडारी, नगर निगम स्वास्थ्य निरीक्षक एपी सिंह आदि शामिल थे।
शुरुआत हुई आरती से
उत्सव के तहत महलवाड़ा में स्थित श्री राज राजेश्वरी माँ नागणेच्या माता एवं जागनाथ महादेव की महाआरती की गई। रत्नपुरी संस्थापक महाराजा श्री रतनसिंह जी प्रतिमा एवं महाराजा सज्जन सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।