कलेक्टर का हर बार बढ़ता बीपी और मस्ती मारते अधिकारी : शिकायतों के निराकरण में जिम्मेदारों की रुचि नहीं, डाट खाने के बाद भी सेहत पर कोई असर नहीं, मुस्कुराकर निकलते हैं बैठक से

⚫ सी.एम. हेल्पलाईन में कई अधिकारियों द्वारा गुणवत्तायुक्त निराकरण नहीं करने पर कलेक्टर ने दी सी.आर. वार्निंग

⚫ समय सीमा में आमजन की समस्या के समाधान को मजाक बना दिया अधिकारियों ने

हरमुद्दा
रतलाम, 12 सितंबर। आमजन की सुविधा के विस्तार और समस्याओं के समाधान के लिए जिला प्रशासन तैनात है मगर जिम्मेदार अधिकारी हैं कि वे काम करते नहीं हैं। शिकायतों का समय पर समाधान करने में रुचि नहीं रख रहे हैं। कलेक्टर अपना बीपी बढ़ाते रहते हैं। हर बार कलेक्टर की नाराजगी का सामना करते हुए कई अधिकारी डांट खाते हैं कि उन्होंने समय सीमा में काम नहीं किया। इसके बावजूद भी जिम्मेदार अधिकारी की सेहत पर कोई असर नहीं हो रहा है। बैठक के खत्म होते ही हम नहीं सुधरेंगे का ध्येय वाक्य चिंतन कर मुस्कुराते हुए निकलते हैं। कलेक्ट्रेट में ऐसे नजारे हर सोमवार को आम बात हैं। खास बात यह भी है कि ऐसी बैठक में 90 फीसद अधिकारी डांट खाने के ही काम करते हैं जबकि मुश्किल से 10 फीसद ही ऐसे होते हैं जो शाबाशी के लायक कार्य करते हैं।

सोमवार को हुई समय सीमा पत्रों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने सी.एम. हेल्पलाईन में गुणवत्तायुक्त निराकरण नहीं किए जाने पर कई अधिकारियों को फटकार लगाते हुए सी.आर. वार्निंग तक दे दी।

सड़क खोद दी मगर मरम्मत नहीं की

कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को निर्देशित किया कि आलोट क्षेत्र में नल जल योजना के क्रियान्वयन पश्चात ठेकेदार द्वारा सड़क उखड़ने पर रीस्टोरेशन मरम्मत का कार्य नहीं किया गया है। ऐसी शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए ठेकेदार से सड़क मरम्मत करवाई जाए। एसडीएम आलोट को भी इस संबंध में निर्देशित किया गया।

इंदौर के इंजीनियर को दिए निर्देश समस्या के समाधान के लिए

जिले में सरफेस वाटर से नल जल योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में समस्याओं के समाधान हेतु कलेक्टर द्वारा जल निगम के इंदौर स्थित इंजीनियर को दूरभाष से निर्देशित किया गया कि वह मंगलवार को जिले में आकर विभाग संबंधी समस्या का समाधान करें।

शिकायत के बावजूद तहसीलदार ने प्रधानमंत्री आवास दिलाने में नहीं ली रुचि

कलेक्टर द्वारा प्रधानमंत्री आवास के निर्माण के संबंध में पिपलोदा से प्राप्त शिकायत के संदर्भ में नायब तहसीलदार पिपलोदा के विरुद्ध सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए उनको निर्देशित किया कि इतने लंबे समय से रानीगांव के आवासविहीन आवास के लिए प्रवीण जैन द्वारा आवेदन किया गया परंतु तहसीलदार द्वारा इस संबंध में अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई है। कलेक्टर ने तत्काल हितग्राही से बात करके उसको आवास दिलाने के लिए कार्रवाई प्रारंभ की जाए।

मृत्यु के बाद भी परिजनों को आर्थिक सहायता देने में आनाकानी

इसी प्रकार नामली में कुएं में गिरने से हुई मृत्यु के मामले में परिजन को राहत राशि दिलाने के लिए तहसीलदार द्वारा की गई देरी पर भी कलेक्टर ने सख्त नाराजगी व्यक्त की। मौजूद एसडीएम ग्रामीण को निर्देशित किया कि परिवार को आर्थिक सहायता दिलाने के लिए फौरन कार्रवाई करें।

संवेदनशीलता नहीं रख रहे हैं आप लोग गरीबों के प्रति

इसी प्रकार जावरा के नाना साहब का मोहल्ला निवासी डोलीबाई की पेंशन रुक जाने की शिकायत प्राप्त हुई थी। कलेक्टर ने इस मामले में जावरा नगर पालिका अधिकारी के विरुद्ध सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि आपको सैलरी मिल रही है लेकिन आप लोग गरीबों के प्रति संवेदनशीलता नहीं रख रहे हैं, तत्काल उक्त महिला की पेंशन चालू करवाई जाए।

…तो उनके विरुद्ध जिला स्तर से कार्रवाई

कलेक्टर ने प्रधानमंत्री आवास योजना में अधिकाधिक आवासविहीन हितग्राहियों को आवास उपलब्ध कराने की समीक्षा में स्पष्ट कहा कि यदि किसी तहसीलदार, नायब तहसीलदार द्वारा पीएम आवास के मामले में त्वरित कार्रवाई नहीं की गई तो उनके विरुद्ध जिला स्तर से कार्रवाई की जाएगी।

सीएम हेल्पलाइन में क्वालिटी वर्क नहीं किया तो रहे कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार

मुख्यमंत्री हेल्पलाइन की समीक्षा में जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित किया कि शिकायतों का निपटारा गुणवत्तायुक्त करें। कलेक्टर ने सभी जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि उनके द्वारा सीएम हेल्पलाइन में क्वालिटी वर्क नहीं किया गया तो कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। सीएम हेल्पलाइन में जिन अधिकारियों को बी, सी, डी ग्रेड प्राप्त हुई है। उनकी विशेष रूप से समीक्षा 15 सितंबर को शाम 6ः00 बजे कलेक्टर द्वारा की जाएगी।

जावरा सीईओ को चेतावनी

आगामी 17 सितंबर से आरंभ हो रहे मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के संबंध में कलेक्टर द्वारा जनपद जावरा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को चेतावनी देते हुए कहा कि वे सक्रियता से कार्य करें। अभियान के बारे में कलेक्टर द्वारा सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वह अपने स्तर पर कंट्रोल रूम बनाएं। कंट्रोल रूम से प्रत्येक घंटे में रिपोर्ट प्राप्त की जाए।

हर दिन सुबह शाम चर्चा करेंगे कलेक्टर

आयुष्मान कार्ड निर्माण की भी समीक्षा, बैठक में हुई। इस संबंध में जहां कई विभागों द्वारा तेजी से की गई कार्रवाई की सराहना की गई वहीं नगर निगम रतलाम तथा महिला बाल विकास विभाग द्वारा ठीक से कार्य नहीं किए जाने पर सख्त नाराजगी व्यक्त की गई। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि वे अपने कंट्रोल रूम सक्रिय करें। कलेक्टर प्रत्येक दिवस सुबह-शाम चर्चा करेंगे।

निर्वाचित प्रतिनिधियों के स्थान पर पति अथवा परिजन का ना हो हस्तक्षेप

बैठक में कलेक्टर द्वारा यह भी निर्देश दिए गए कि जनपदों ग्राम पंचायतों में जहां महिलाएं विभिन्न पदों पर चुनी गई है वहां पर उन महिलाओं के पति अथवा परिजनों का हस्तक्षेप नहीं हो। पद संबंधी समस्त कार्य महिला प्रतिनिधि द्वारा ही किया जाना सुनिश्चित किया जाए। अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।

पेश करें आरोप पत्र

बैठक में कलेक्टर द्वारा सहायक आयुक्त सुश्री पारुल जैन को निर्देशित किया गया कि जिन विभागीय व्यक्तियों को निलंबित किया गया है उनके खिलाफ आरोप पत्र तत्काल पेश किए जाएं

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