पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सिद्धांतों से भारत बनेगा विश्व गुरू : जिला प्रभारी
⚫ जयंती पर भाजपा ने माल्यार्पण कर किया याद
⚫ दीनदयाल उपाध्याय अमर रहे के नारे हुए गुंजायमान
हरमुद्दा
रतलाम, 25 सितंबर। देश की आाजादी के बाद भारत में एकमात्र दल राजनीतिक दल कांग्रेस था। बाद में कई दल बने, लेकिन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के राष्ट्रवाद के विचार के साथ काम करते हुए भारतीय जनसंघ के रूप में स्थापित हुई भारतीय जनता पार्टी आज इतना बड दल बनी है। भाजपा की इस सफलता में पं दीनदयाल उपाघ्याय के एकात्म मानववाद और अंत्योदय के सिद्धांतों का बहुत योगदान है।
यह विचार भारतीय जनता पार्टी के पितृ पुरूष पं दीनदयाल उपाघ्याय की जयंती पर दीनदयाल नगर स्थित उद्यान में माल्यार्पण पश्चात जिला प्रभारी श्यामसुंदर शर्मा ने व्यक्त किए। रविवार को बडी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने दीनदयाल नगर पहुंचकर पार्टी के पितृ पुरूष का स्मरण किया। इस मौके पर पं दीनदयाल उपाध्याय अमर रहे के नारे गुंजायमान हुए।
भारत की अलग पहचान बनी विश्व पटल पर
उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जिला प्रभारी श्री शर्मा ने भाजपा की स्थापना से लेकर विशाल वटवृक्ष बनने के सफर पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद के विचार को लेकर जब पार्टी के कार्यकर्ता जनता के बीच गए, तो उसे सबने स्वीकार किया। इस विचार के कारण ही आज विश्व पटल पर भारत की अलग पहचान बनी है। भाजपा के निचले स्तर पर काम करते हुए उच्च स्तर पर पहुंचे है, इसलिए समाज और देश की आवश्यकता को अच्छे से समझते है। अटलजी के समय प्रधानमंत्री सडक योजना और नदी जोडो योजना बनी थी,जबकि प्रधानमंत्री मोदीजी की सरकार ने उससे आगे बढकर एक्सप्रेस वे बनाकर भारत को जोडने का कार्य किया है। मध्य प्रदेश में भी लाडली लक्ष्मी योजना से लेकर जनहित की कई योजनाओं से अंत्योदय का काम हो रहा है। पार्टी के कार्यकर्ता एकजुटता से भारत फिर विश्व गुरू बने, इस उददेश्य से कार्य कर रहे है।
यह थे मंचासीन
भाजपा जिला मीडिया प्रभारी अरुण त्रिपाठी ने बताया कि कार्यक्रम को पूर्व जिला महामंत्री मनोहर पोरवाल ने भी संबोधित किया। महापौर नगर निगम अध्यक्ष मनीषा शर्मा, पूर्व महापौर शैलेन्द्र डागा, पूर्व जिलाध्यक्ष बजरंग पुरोहित प्रदेश कार्यसमिति सदस्य निमिष व्यास, क्षेत्रीय पार्षद संगीता सोनी, मंडल अध्यक्ष कृष्ण कुमार सोनी मंचासीन रहे। आभार सहप्रभारी धर्मेन्द्र सिंह देवडा ने माना।