वेब पोर्टल हरमुद्दा डॉट कॉम में समाचार भेजने के लिए हमें harmudda@gmail.com पर ईमेल करे आदिवासियों के भगवान बिरसा मुंडा देव की प्रतिमा स्थापना स्थल बदलने का मुद्दा गरमाया, पहले बताया था बजाना बस स्टैंड पर होगी स्थापना, अब अन्यत्र बगीचे में चल रही है तैयारी -

आदिवासियों के भगवान बिरसा मुंडा देव की प्रतिमा स्थापना स्थल बदलने का मुद्दा गरमाया, पहले बताया था बजाना बस स्टैंड पर होगी स्थापना, अब अन्यत्र बगीचे में चल रही है तैयारी

⚫ जयस के प्रदेश संरक्षक ने लगाया प्रशासन पर मनमानी आदिवासी समाज की भावना के साथ खिलवाड़ करने का आरोप

⚫ द्वारकापुरी सोशल वेलफेयर सोसायटी भी कर रही है प्रशासन के इस निर्णय का पुरजोर विरोध

हरमुद्दा
रतलाम, 3 नवंबर। आदिवासियों के भगवान बिरसा मुंडा देव की प्रतिमा स्थापना स्थल बदलने से समाजजनों सहित कॉलोनी वासियों में खासा आक्रोश पनप रहा है। जयस के प्रदेश संरक्षक का कहना है कि जिला एवं नगर निगम प्रशासन मनमानी करते हुए आदिवासी समाज की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहा है। वहीं गोपाल गौशाला नगर की द्वारकापुरी सोशल वेलफेयर सोसाइटी के पदाधिकारियों का कहना है कि बगीचे में मूर्ति स्थापना कदापि उचित नहीं है। यह बाजना बस स्टैंड पर ही स्थापित होना चाहिए। हम सभी आदिवासी समाज की भावनाओं का सम्मान करते हैं।

ज्ञातव्य है कि आदिवासी समाज के भगवान बिरसा मुंडा देव की जयंती 15 नवंबर को है। सूत्रों के अनुसार पहले तय कार्यक्रम के तहत भगवान बिरसा मुंडा देव की प्रतिमा की स्थापना बाजना बस स्टैंड पर करने का तय हुआ था, लेकिन अब प्रतिमा की स्थापना गोपाल गौशाला नगर की कॉलोनी में स्थित बगीचे में करने की योजना जिला एवं नगर निगम प्रशासन ने बनाई है जोकि सरासर गलत है। बगीचे में मूर्ति स्थापना करना कदापि भी उचित नहीं है।

नहीं करने दी जाएगी भगवान की प्रतिमा बगीचे में स्थापित

डॉ. अभय ओहरी

जयस के प्रदेश संरक्षक डॉ. अभय ओहरी ने हरमुद्दा से चर्चा में बताया कि जिला एवं नगर निगम प्रशासन शुरू से ही अपनी मनमानी कर रहा है। आदिवासी समाज की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहा है। पहले तय कार्यक्रम यही था कि बाजना बस स्टैंड पर भगवान बिरसा मुंडा देव की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। यदि वहां पर नहीं होती है तो आदिवासी समाज के विभिन्न घटक इसका पुरजोर विरोध करते हैं और जरूरत हुई तो आंदोलन तक किए जाएंगे। लेकिन हमारे भगवान की प्रतिमा बगीचे में स्थापित नहीं होने दी जाएगी। उनकी प्रतिमा स्थापना का स्थल बाजना बस स्टैंड पुराना अथवा नया ही उचित है। या फिर ऐसी जगह स्थान तय किया जाए, जहां पर बड़े आयोजन के लिए भी पर्याप्त जगह मिल सके।

गोपाल गौशाला नगर की सोसायटी के पदाधिकारियों ने भी किया प्रशासन के निर्णय का विरोध

द्वारकापुरी सोशल वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष नरेश सकलेचा, उपाध्यक्ष दिनेश पोरवाल, सचिव प्रमोद पटवा, सचिव धन्नालाल मेहता, कोषाध्यक्ष ललित मूणत सहित करीब 29 रहवासियों से हस्ताक्षरित एक पत्र नगर निगम आयुक्त हिमांशु भट्ट को दिया है, जिसमें बताया गया है कि गोपाल गौशाला नगर की कॉलोनी के बगीचे में आदिवासियों के भगवान बिरसा मुंडा देव की मूर्ति स्थापना के लिए स्थान का चयन किया है, जिसका हम कॉलोनीवासी पुरजोर तरीके से विरोध करते हैं। हम सभी आदिवासियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए चाहते हैं कि भगवान की प्रतिमा बाजना बस स्टैंड सहित ऐसे चौराहे पर हो, जहां पर उनके दर्शन सभी कर सके। बगीचा मूर्ति स्थापना के लिए कदापि भी उचित नहीं है। अतः कॉलोनीवासियों की भावनाओं को समझें। पूर्व निर्धारित बाजना बस स्टैंड पर ही प्रतिमा की स्थापना की जाए।

इन सभी ने किया है स्थल का विरोध करते हुए की मांग

सोसायटी के संरक्षक आनंदीलाल नाहर, चंदनमल फिरोदिया, रमेश चंद कटारिया, हेमंत बोथरा, भोलाराम चौहान, राकेश उपाध्याय, परामर्शदाता दिलीप बाफना, राजेंद्र सुरेका, मनोज कटारिया, महेंद्र भंडारी, पूनम चंद मेहता, शैलेंद्र गांधी, कार्यकारिणी सदस्य अशोक दुबे, शरद भटेवरा, बृजेश पिपलिया, जम्मू पिरोदिया, रंजीत बोहरा, विशाल पितलिया, शरद मूणत, विजय कटारिया, विजय चोपड़ा, प्रशांत पोरवाल, गणेश बोहरा, अशोक चौधरी, नीलेश मूणत, कमल ललवानी महेंद्र चोरड़िया, गौरव कटारिया, अभिनव घोंचा, अमित नाहटा, चंदन बसेर, राजेश सोनी, राजकुमार मूणत, राजेश पटवा अन्य लोगों ने नगर निगम प्रशासन के इस निर्णय का पुरजोर तरीके से विरोध जताया है और मांग की है कि भगवान बिरसा मुंडा देव की प्रतिमा की स्थापना बाजना बस स्टैंड शहीद ऐसे स्थान पर की जाए जहां पर अधिकाधिक की संख्या में सभी दर्शन कर सके अच्छे आयोजन हो सके ऐसी जगह पर ही प्रतिमा स्थापित की जाए।

एम आई सी के निर्णय अनुसार होगी स्थापना

नगर निगम आयुक्त हिमांशु भट्ट

न्यायालय का आदेश है कि प्रतिमाओं की स्थापना ऐसे स्थानों पर ना की जाए जिससे यातायात बाधित होता हो। वैसे भी प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय एमआईसी करती है। वह जो निर्णय लेगी उसी के अनुसार प्रतिमा की स्थापना होगी।

हिमांशु भट्ट, आयुक्त, नगर निगम, रतलाम

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