हृदय विदारक दर्दनाक हादसा : तेज रफ्तार कार ने 12 को रौंदा, 4 की मौत 8 गंभीर घायल, मौके पर मची चीख-पुकार
⚫ फोरलेन पर कर रहे थे रेलिंग लगाने का कार्य
⚫ सूचना बोर्ड लगाने के बावजूद तेज रफ्तार कार आ गई दूसरी लाइन पर
⚫ जानकारी मिलते ही पुलिस पहुंची मौके पर
⚫ सभी को एंबुलेंस और लोडिंग वाहन की मदद से पहुंचाया अस्पताल
हरमुद्दा
रतलाम, 15 नवंबर। मंगलवार शाम को इंदौर रतलाम मार्ग पर ह्रदय विदारक दर्दनाक हादसा हो गया तेज रफ्तार कार रेलिंग लगाने का कार्य कर रहे मजदूरों कुचले हुए निकल गई। हादसे में 4 की मौत हो गई वहीं आठ गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें एंबुलेंस और लोडिंग वाहन की मदद से अस्पताल लाया गया। जिला अस्पताल में एक बार फिर अव्यवस्था नजर आई। दर्दनाक हादसे के मद्देनजर पुलिस जांच में जुट गई है। पुलिस ने कार चालक को हिरासत में ले लिया है। ग्रामीण विधायक कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक पहुंचे। अस्पताल घायलों की कुशलक्षेम पूछी। सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए गंभीर घायलों को इंदौर रेफर करने की बात भी कही।
दर्दनाक हादसा मंगलवार शाम को इंदौर की तरफ से आ रही तेज रफ्तार कार ने सरवड़ जमुनिया फंटे पर फोरलेन कंपनी के मजदूरों को टक्कर मारते हुए निकल गई। वे रेलिंग लगाने का कार्य कर रहे थे, तभी हादसा हो गया और आगे जाकर कार रुकी। कार चालक का कहना था कि झपकी लगने के कारण संतुलन बिगड़ा और हादसा हो गया।
मौके पर मच गई चीख-पुकार
जैसे ही हादसा हुआ मौके पर चीख-पुकार मच गई लोग तड़पने लगे। घटना की सूचना तत्काल पुलिस को दी गई टोल कंपनी से एंबुलेंस भी आई जिसमें कुछ मजदूरों को जिला अस्पताल भेजा गया वही फिर एंबुलेंस का इंतजार करते रहे लेकिन नहीं आई तब लोडिंग वाहन से मजदूरों को भेजने की कार्रवाई की गई। सभी मजदूर उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के रहने वाले हैं और फोरलेन कंपनी के लिए काम करने के लिए रतलाम आए थे। हादसे के समय भी सभी मजदूर फोरलेन पर ग्राम जमुनिया के समीप काम कर रहे थे।
सड़क पर लगा था बोर्ड, लेकिन रफ्तार से आई कार
मौके पर मौजूद लोगों का कहना था कि फोरलेन मार्ग पर 100 मीटर दूर पर बोर्ड भी लगाया गया था ताकि वाहनों को इस पट्टी पर न आने और रफ्तार धीमी रखने की सूचना मिल सके। इसके बावजूद गाड़ी ने तेज गति में आकर कार्य करने वाले लगभग सभी को कुचल दिया। हादसे में कार का अगला हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया, घटनास्थल से कुछ दूरी पर जाकर कार भी रुक गई। कार में मौजूद परिवार के लोग वहीं उतर गए, जबकि चालक को भी चोट आई है।
दर्द से कराहते रहे मजदूर
जिला अस्पताल में एक बार फिर अव्यवस्था नजर आई। हादसे में प्रभावित सभी को अस्पताल में पुलिसकर्मियों और मीडियाकर्मियों ने स्ट्रेचर पर लेटाया और अंदर तक ले गए। स्वास्थ्य कर्मचारियों की कमी नजर आई। घायलों को प्रारंभिक ड्रेसिंग आदि के बाद चिकित्सकों ने आकर देखा लेकिन रात में उनका एक्स-रे या अन्य जांच तक नहीं हो सकी। घायल दर्द से काफी देर तक कराहते रहे। फोरलेन कंपनी के लिए कार्य करने वाले ठेकेदार ने मजदूरों के परिजनों को सूचना दी है, वह बुधवार को आएंगे।
हादसे में हो गई इनकी मौत
हादसे में घायल अलीगढ़ जिले के ग्राम मलिकपुरा व अन्य गांव के रहने वाले मजदूर 20 वर्षीय टीटू पिता सुरेश, 23 वर्षीय छोटू पिता सुरेश, 19 वर्षीय विकास पिता राकेश कश्यप, 22 वर्षीय हरिओम पिता हरप्रसाद की मौत हो गई।
इनका चल रहा है उपचार
हादसे में 18 वर्षीय दीपक कुमार पिता जगमोहन सेन निवासी ग्राम मथना जिला अलीगढ़, 17 वर्षीय योगेश पिता महेश, 32 वर्षीय मनवीरसिंह पिता मंगल सिंह, 31 वर्षीय ओमपाल सिंह पिता मंगल सिंह, 18 वर्षीय अमित पिता दलवीर सिंह, 17 वर्षीय चंदू पिता शेर सिंह व 18 वर्षीय आशीष पिता नाहर सिंह सभी निवासी ग्राम मलिकपुरा जिला अलीगढ़(यूपी) हैं।
कार सवार भी हुए घायल
कार में सवार 28 वर्षीय सौरभ पिता शैलेन्द्र जैन निवासी पैलेस रोड रतलाम, उनकी मां 52 वर्षीय शालिनी जैन व नानी 75 वर्षीय शांता जैन निवासी नई आबादी मन्दसौर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हादसे की जांच में जुटी पुलिस
दर्दनाक हादसे की सूचना मिलते ही तुरंत ग्रामीण और आसपास के टोल कर्मी मौके पर पहुंचे, जहां सभी ने पुलिस और एंबुलेंस टीम की मदद करते हुए घायलों को अस्पताल पहुंचाया। शवों को भी पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया गया है। उधर, पुलिस ने कार चालक को हिरासत में ले लिया है, जहां पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। प्रारंभिक रूप से जानकारी मिली है कि चालक को झपकी लगने के कारण हादसा हो गया।
जिला चिकित्सालय में घायलों से मिले, उनकी कुशलक्षेम पूछी
दुर्घटना में घायल हुए व्यक्तियों की कुशलक्षेम जानने विधायक दिलीप मकवाना, कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी शाम को जिला चिकित्सालय पहुंचे, उनके उपचार का जायजा लिया। इस दौरान मौजूद सिविल सर्जन डॉ. आनंद चंदेलकर को घायलों के बेहतर से बेहतर उपचार के लिए निर्देशित किया। जिन घायलों को इंदौर उपचार की आवश्यकता थी उनको तत्काल इंदौर भिजवाने के निर्देश सिविल सर्जन को दिए। पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी भी मौजूद थे।