पत्रकारों के लिए नवाचार : पत्रकरिता में किए उच्च कार्यों के लिए पत्रकार बाफना एवं शर्मा का हुआ सम्मान

⚫ वरिष्ठ पत्रकार श्रेणिक बाफना ने कहा जोखिम और प्रतिदिन चुनौती भरा है पत्रकारिता

⚫ वरिष्ठ पत्रकार ऋषि कुमार शर्मा ने कहा पत्रकारिता से जुड़ने वाला जीवन भर करता है विषपान

⚫ सृजन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एंड साइंस के चेयरमैन प्रतिवर्ष करेंगे पत्रकारों का सम्मान

हरमुद्दा
रतलाम, 18 नवंबर। राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस के अवसर पर सृजन पत्रकारिता महाविद्यालय रतलाम के तत्वावधान में पत्रकार सम्मान एवं मिलन समारोह का आयोजन किया गया। पत्रकार सम्मान समारोह में वरिष्ठ पत्रकार श्रेणिक बाफनाऋषिकुमार शर्मा को उनके द्वारा पत्रकरिता में किए उच्च कार्यों के लिए सम्मान रूपी प्रशस्ति पत्र देकर उनका सम्मान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार शरद जोशी ने की। विशेष अतिथि के रूप में रतलाम प्रेस क्लब के अध्यक्ष मुकेश पुरी गोस्वामी एवं सृजन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एंड साइंस के चेयरमैन अनिल झालानी मंचासीन थे।

वरिष्ठ पत्रकार ऋषि कुमार शर्मा का सम्मान करते हुए

प्रारंभ में मंचासीन अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया। पत्रकारिता महाविद्यालय की छात्राओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। पत्रकरिता विभाग के विद्यार्थियों कविता, व्यंग व भाषण की प्रस्तुति देकर अपनी कला से परिचय कराया।

प्रतिवर्ष किया जाएगा सम्मान समारोह

संबोधित करते हुए चेयरमैन श्री झालानी

सृजन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एंड साइंस के चेयरमैन श्री झलानी ने स्वागत उद्बोधन में कहा की आज राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस के मौके पर हम पत्रकार की सेवाओं के योगदान के लिए सम्मान समरोह की परम्परा की शुरुआत कर रहें हैं जिसे निरंतर प्रति वर्ष किया जाएगा। सृजन महाविद्यालय का उद्देश्य समाज में नए जुझारु और जिज्ञासु पत्रकार तैयार करना है, जो समाज को नई दिशा दिखाने में खरे उतरें।

यह थे मौजूद

सम्मान समारोह में मौजूद पत्रकार सहित अन्य जन

कार्यक्रम में शहर के उपस्थित पत्रकारों में सुरेंद्र जैन, नरेंद्र जोशी, रमेश टाक, गोविन्द उपाध्याय, हेमंत भट्ट, भुवनेश पंडित, मिश्रीलाल सोलंकी, नीरज शुक्ला, तुषार कोठारी, हिमांशु जोशी, असीम पांडे, के के शर्मा, सहित पत्रकार जगत से जुड़े शहर के लगभग सभी मीडियाकर्मी मौजूद रहे। संचालन लेखक-कविताकार निसर्ग दुबे ने किया। आभार भाषण सृजन महाविद्यालय पत्रकरिता विभाग के प्राचार्य डॉ. मोहन परमार ने माना।

पत्रकारिता में अपडेट रहने की बहुत आवश्यकता

पत्रकरिता का व्यवसाय जोखिम और प्रतिदिन चुनौती भरा है। इस पेशे में सार्वजानिक हितों की उपेक्षा नहीं की जा सकती। पारदर्शिता से पत्रकारिता की जाए तो बेहतर रहता है। आज का समय तकनीकी के नए नए रूप लेता हुआ नज़र आ रहा है। इसलिए पत्रकारिता में अपडेट रहने की बहुत आवश्यकता है।

श्रेणिक बाफना, वरिष्ठ पत्रकार

पत्रकारिता का पेशा नीलकंठ महादेव के सामान

पत्रकारिता का पेशा नीलकंठ महादेव के सामान है। जो इस व्यवसाय से जुड़ गया, वो जीवन भर विषपान करता है। निर्भीकता के साथ अपने निजी विचारों को छोड़ कर आमजन की समस्याओ को शासन व समाज के सामने मुखरता से प्रकाशित करता है। यही उसका नैतिक धर्म है।

ऋषिकुमार शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार

पत्रकार को अपनी दृष्टि शासन व समाज की गतिविधियों पर रखना ही उसकी जिम्मेदारी है। पत्रकार की नज़र से कोई चीज छूटना नहीं चाहिए।

शरद जोशी, कार्यक्रम के अध्यक्ष

श्रम साध्य है पत्रकारिता

पत्रकारिता का व्यवसाय श्रम साध्य के साथ साथ समाज में गरिमा का स्थान भी है।

मुकेश पुरी गोस्वामी, विशेष अतिथि

फोटो : राकेश पोरवाल

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