जानी मैदानी हकीकत : स्कूलों में किया विद्यार्थियों से संवाद, बच्चों को नहीं मिल रहा मीनू से तय भोजन, जिम्मेदारों द्वारा भारी लापरवाही
⚫ छात्रावास में मिली गंदगी, नाराजगी भरे लहजे में दिए निर्देश
⚫ मध्यप्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य ने किया शासकीय और अशासकीय संस्थाओं का निरीक्षण
हरमुद्दा
रतलाम, 28 नवंबर। मध्यप्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य सोनल निनामा द्वारा सोमवार को रतलाम जिले के शासकीय और अशासकीय संस्थाओं का निरीक्षण कर मैदानी हकीकत को जाना। अव्यवस्था पाए जाने पर नाराजगी भरे लहजे में सुधार के निर्देश दिए। कक्षाओं में विद्यार्थियों से सीधे संवाद करते हुए उनकी समस्याओं को जाना। शासन द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में भी पूछताछ की। मैदानी हकीकत में पता चला कि जिम्मेदारों द्वारा भारी लापरवाही बरती जा रही है।
श्रीमती निनामा ने सोमवार को उत्कृष्ट बालक छात्रावास का निरीक्षण किया गया। छात्रावास और शालाओं के बच्चों से भी चर्चा की गई। छात्रावास में व्याप्त गंदगी पर उनके द्वारा असंतोष व्यक्त किया गया। बच्चों के भोजन व्यवस्था का भी अवलोकन करने पर पाया गया की कहीं भी मीनू डिस्प्ले नहीं था और बच्चों को मीनू अनुसार भोजन नहीं दिया जा रहा है।
दिए निर्देश
इस पर श्रीमती निनामा द्वारा मेस संचालक तथा प्राचार्य कुमावत को निर्देशित किया गया कि व्यवस्थाओं को तत्काल बेहतर करें और मीनू का डिस्प्ले कराना सुनिश्चित करें।
बालिका गृह में बताए उनको अधिकार
बालिका गृह के निरीक्षण के दौरान उनके द्वारा बालिका गृह के अधिकार को बताया गया कि जो बालिकाएं अन्य प्रदेशों की है, उन्हें बाल कल्याण समिति से समन्वय सुनिश्चित कर संबंधित प्रदेश अथवा जिले में भिजवाने की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें।
बच्चों के लिए किए जाए सर्वोत्तम हित
श्रीमती निनामा द्वारा समस्त बाल कल्याण समिति के सदस्यों, जेजे बोर्ड के सदस्यों एवं चाइल्डलाइन के सदस्यों की बैठक कर अनौपचारिक चर्चा में बच्चों के सर्वोत्तम हित को सुनिश्चित करने की समझाईश दी गई।