19 वा गीता जयंती महोत्सव 4 दिसंबर को : गीता में दिए उपदेश आज भी उतने ही प्रासंगिक, जो मनुष्य को जीवन जीने की सही राह दिखाते, जीवन को रिचार्ज करते हैं उत्सव
⚫ श्रीमद भगवत गीता का पूजन अर्चन सुबह 10 बजे से
⚫ श्रीमद भगवत गीता का पाठ दोपहर 12 बजे से
⚫ विद्वानों की अमृतवाणी दोपहर 2 बजे से
⚫ आरती और प्रसाद वितरण शाम 4 बजे
हरमुद्दा
रतलाम, 3 दिसंबर। श्रीमद भगवत गीता में दिए उपदेश आज भी उतने ही प्रासंगिक है। जो मनुष्य को जीवन जीने की सही राह दिखाते है। इसीलिए प्रतिवर्ष उत्सव भी मनाया जाता है। ताकि मनुष्य का जीवन धार्मिक उपदेशों से रिचार्ज होता रहे। इसी तारतम्य में 19वां गीता जयंती महोत्सव 4 दिसंबर को हनुमान बाग में धार्मिक उल्लास के साथ मनाया जाएगा।
राधाकृष्ण संस्कार परिषद एवं गीता जयंती महोत्सव समिति के बैनर तले आयोजित होने वाले कार्यक्रम की जानकारी देते हुए संस्थापक एवं संयोजक पंडित पुष्पोदभव शास्त्री ने बताया कि हनुमान बाग अमृत सागर पर श्रीमद भगवत गीता का पूजन अर्चन सुबह 10:00 बजे से शुरू होगा, 12 बजे तक धर्मालुजन पूजन कर सकेंगे। श्रीमद भगवत गीता का पाठ दोपहर 12:00 बजे से शुरू होगा।दोपहर 2:00 बजे विद्वानों की अमृतवाणी धर्मालुजन को भाव विभोर करेगी। शाम को 4:00 आरती के पश्चात प्रसाद वितरण होगा।
धर्मालुओं से आह्वान
गीता जयंती महोत्सव समिति के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र शर्मा, मुकेश कृष्णात्रे, मनोज शर्मा, सतीश राठौर, शरद वर्मा, संतोष सोनी, शांतू गवली, मोहन गोधा, सुरेंद्र सलूजा, मनीष दीक्षित, केशव द्विवेदी आदि ने शहर के धर्मालुओ से आयोजन में शामिल होने का आह्वान किया है।