भारत जोड़ो यात्रा : भगवान राम के आदर्श और माता सीता की विरोधी है भाजपा आरएसएस

⚫ आगर की सभा में राहुल का निशाना

अंधेरे में निकल पड़ा राहुल का काफिला

⚫ नईम कुरैशी

आगर मालवा, 3 दिसंबर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा शुक्रवार को मप्र के सीमावर्ती जिले आगर मालवा में प्रवेश कर गई। ग्राम झालरा से आगर पहुंचे राहुल गांधी ने भाजपा आरएसएस और प्रदेश सरकार पर करारा हमला करते हुए उन्हे भगवान राम के आदर्शो और माता सीता का विरोधी बताया। राहुल पहली बार भगवान राम को लेकर खुलकर और लम्बा बोले। उन्होंने तीन नारे लगाए और कहा कि भगवान राम ने पूरी जिंदगी तपस्या की। गांधी जी हे राम कहते थे, हे राम का मतलब, श्री राम का व्यक्तित्व उनका आचरण, प्यार, भाईचारा, सम्मान और तपस्या है। जिसने विश्व को जीने का तरीका सिखाया। गांधी जी जब हे राम कहते थे उनका मतलब होता था, भगवान राम हमारे दिल में हैं, उसे लेकर हमें जिंदगी जीना है। राम जी ने प्यार भाईचारा फैलाया और अपने आचरण से सबके आदर्श बने।

राहुल गांधी यहीं नही रुके उन्होंने सिया राम का मतलब बताते हुए कहा कि जय सीता, जय राम मतलब सीता और राम एक ही हैं। इसलिए नारा है जय सियाराम या जय सीताराम। भगवान राम ने माता सीता के सम्मान और इज्जत के लिए लड़ाई लड़ी। जब हम जय सियाराम कहते हैं, जिससे हम सीताजी को याद करते हैं। समाज में सीता की जगह होनी चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी के लोग जय श्रीराम करते हैं, मगर उनके आदर्शोँ  को नहीं अपनाते। उन्होंने माता सीता को राम से अलग किया हुआ है।

सीता विरोधियों के संगठन में भी महिला नहीं

राहुल गांधी ने आरएसएस पर हमले की धार को तेज करते हुए कहा कि ये लोग भगवान राम का नाम तो लेते हैं, माता सीता का नही। ये महिला विरोधी लोग हैं, इसका प्रमाण है कि इनके संगठन में भी महिलाओं को स्थान नही है। ये जय सियाराम और जय सीताराम नहीं बोल सकते। उनके दिल में माता सीता और संगठन में महिलाओं का स्थान नही है।

मप्र के स्कूलों में सिर्फ़ ब्लैक बोर्ड, शिक्षक नहीं

राहुल गांधी ने मप्र की शिक्षा व्यवस्था को लेकर सरकार पर निशाना साधा। राहुल ने कहा मुझसे मिलने आई छात्राओं ने बताया कि हमारे स्कूल में पढ़ाई के मुकम्मल इंतजाम नही हैं। खास तौर पर शिक्षक नही होने से पढ़ाई नही हो रही है। राहुल गांधी ने कहा मप्र के स्कूलों के हाल खराब हैं और बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। यहां के स्कूलों में सिर्फ़ ब्लैक बोर्ड बचे हैं, शिक्षक नही हैं।

देशभक्ति के नाम पर नफ़रत

भाजपा पर जुबानी हमला करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वो एक तरफ कहते हैं कि हम देशभक्त हैं। वहीं दूसरी तरफ नफरत फैलाते हैं, भाई को भाई से लड़ाते हैं। ये लोग देश की रीड़ की हड्डी को तोड़ रहे हैं। आज इस नफ़रत की वजह से देश में युवाओ को रोजगार नही मिल सकता। सारे रास्ते बंद किए जा रहे है। उनके जो दो-तीन उद्योगपति मित्र हैं, वह रोजगार नही दे सकते। रोजगार छोटे दुकानदार, किसान व छोटा व्यापारी ही दे सकता है, इन सबको खत्म किया जा रहा है। पब्लिक सेक्टर की कंपनियां उन्ही उद्योगपति मित्रों को बेची जा रही हैं, हर सेक्टर का निजीकरण किया जा रहा है। हमें न्याय का हिन्दुस्तान चाहिए ऐसा दोहरा हिन्दुस्तान नही, जहां अपने लोगों के साथ अन्याय हो।

आज का दिन महिलाओं के नाम

राहुल गांधी ने ग्राम झालरा से प्रातः 6 बजे यात्रा की शुरुआत की और आगर पहुंचने के दौरान लगभग 26 किमी की यात्रा में अधिकांश महिलाओं और बच्चियों से ही मिले। उन्होंने यात्रा को पिंक डे नाम दिया। हालांकि राहुल के इस पिंक डे ने हज़ारों लोगों को निराश भी किया, जिसके लिए उन्होंने सभा में माफ़ी मांगते हुए कहा कि हमने तय किया है कि हर प्रदेश में यात्रा का एक दिन महिलाओं को समर्पित करेंगे, उस दिन उन्ही से मिलेंगे और उनकी बात सुनेंगे।

अंधेरे में निकल पड़ा राहुल का काफिला

ठण्ड ने मालवा में दस्तक दे दी है। दिन छोटे और रात लम्बी होने से सूरज की आमद भी देर से होती है। मगर भारत जोड़ो यात्रा हर हाल में अपने निर्धारित समय पर अगले पड़ाव के लिए निकल पड़ती है। सबसे पहले यात्रा के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह और संयोजक जयराम रमेश प्रातः वंदना और राम धुन के साथ निकलते हैं। उनके साथ स्थाई यात्रियों के अलावा सेवादल के लोग यात्रा को आगे बढ़ाते हैं। शुक्रवार को यात्रा शुरू होने से पहले ही हजारों लोग झालरा पहुंच गए थे। धुंध और ठण्ड के साथ अंधेरे में ही राहुल गांधी का काफिला आगर के लिए निकल पड़ा।

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