“सरकार आपके द्वार” कार्यक्रम से शाजापुर में होगा नवाचार : जिला प्रभारी मंत्री

हरमुद्दा
शाजापुर, 16 जून। ‘‘शासन की योजना गांव तक, गांव की समस्या शासन तक’’ की थीम को लेकर शाजापुर जिले में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का नवाचार किया जाएगा। इसके लिए 17 जून को जिला स्तरीय एवं 18 जून को जनपद स्तरीय प्रशिक्षण होगा। यह बात प्रदेश के उच्च शिक्षा तथा खेल एवं युवा कल्याण मंत्री एवं जिला प्रभारी जीतू पटवारी ने जिला योजना समिति की बैठक में कहीं। इस अवसर पर प्रदेश के जल संसाधन मंत्री हुकूम सिंह कराड़ा, सांसद महेन्द्र सिंह सोलंकी, विधायक सुसनेर विक्रम सिंह राणा, विधायक कालापीपल कुणाल चौधरी, कलेक्टर डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत, पुलिस अधीक्षक पंकज श्रीवास्तव, जिला पंचायत सीईओ क्षितिज सिंघल भी उपस्थित थे।

आंकड़ो में एवं मैदानी स्तर पर अंतर
प्रभारी मंत्री श्री पटवारी ने आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि प्रायः देखने में आता है कि योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में दिए जा रहे आंकड़ो में एवं मैदानी स्तर पर अंतर देखने को मिलता है। इसे देखते हुए ग्रामों में भ्रमण कर सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति जांचने और हितग्राहियों को योजनाओं की जानकारी देने एवं लाभांवित करने तथा ग्रामीणों की जायज समस्याओं-शिकायतों का निराकरण करने के लिए ‘‘सरकार आपके द्वार ’’ कार्यक्रम का नवाचार किया जाएगा। इस कार्यक्रम की थीम ‘‘शासन की योजना गांव तक, गांव की समस्या शासन तक’’ रखी गई है।
दलगत भावना से उठे ऊपर
मंत्री श्री पटवारी ने सभी राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे दलगत भावना से ऊपर उठकर सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में सहभागी बने तथा कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए जा रहे दल में शामिल होकर सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन की जमीनी स्थिति देखें। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के तहत गठित दल प्रत्येक सप्ताह में लगातार दो-दो दिन ग्रामों का भ्रमण करेगा। शेष दिवसों में दल के शासकीय सदस्य अपने कार्यालय के रूटिन के कार्य संपादित करेंगे। भ्रमण के दौरान दल गांवों में रात्रि विश्राम भी करेगा। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से भी आग्रह किया कि वे भी दल के साथ रहें और उन्ही के साथ रात्रि विश्राम करें। उन्होंने विधायकों से भी अनुरोध किया कि अभियान के दौरान वे भी किसी भी ग्राम में आकस्मिक भ्रमण करें और दल की कार्यवाही को देखे।
प्रभारी मंत्री भी करेंगे निरीक्षण, लापरवाह पर होगी करवाई
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी इस दौरान आकस्मिक निरीक्षण करेंगे। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान लापरवाही करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह है कार्यक्रम का उद्देश्य
अभियान की जानकारी देते हुए जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सिंघल ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण परिवेश का भ्रमण, ग्रामीणजनों की समस्या एवं विशिष्टताओं को जानने का प्रयास, ग्रामीणजनों से प्रत्यक्ष संवाद, ग्रामीणजनों के सरोकारों पर चर्चा तथा उनकी समस्याआें का त्वरित निदान है। ग्रामीण जन-जीवन में बसाहट की मूलभूत सुविधाआें जैसे कि जल (पानी के स्रोत), विद्युत, ग्रामीण सड़के, सुरक्षा प्रबंध, शिक्षा तथा स्वास्थ्य सुविधा का आंकलन करना हैं। इसके लिए ग्राम चौपालों का आयोजन किया जाएगा। चौपाल में किसानों की समस्या जैसे कि कृषि उत्पादन का परिवहन, विक्रय, विक्रय मूल्य की सहज सुलभ प्राप्ति, मण्डी में होने वाली कठिनाईया, खाद बीज एवं कर्ज की उपलब्धता, कर्जमाफी योजना की वर्तमान स्थिति, बिजली एवं सिचाई के साधनों की उपलब्धता, फसल बीमा, आर्गेनिक खेती की स्थिति के साथ ग्राम में पेयजल उपलब्धता, शौचालयों का निर्माण, ग्रामीण आवास की जानकारी भी एकत्रित की जाएगी। इसके अलावा स्कूल छात्रावास की उपलब्धता, संसाधन, मध्यान्ह भोजन सुविधा तथा छात्रवृत्ति, आंगनवाड़ी केन्द्रों की स्थिति,कुपोषित बच्चों की देखरेख, आशा-उषा की कार्ययोजना, प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र, जननी सुरक्षा एवं गर्भवती माता के स्वास्थ्य का परीक्षण, सड़कों की स्थिति ,पंचायत व्यवस्था वृद्धावस्था पेंशन योजना, विवाह योजना, स्कूल से बाहर बच्चों के प्रवेश, कृषि मजदूरों की स्थिति, मनरेगा योजना की समीक्षा, जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं नए जल स्त्रोतो के निर्माण, उज्जवला योजना, फल सब्जियों के उत्पादन एवं विक्रय, पशु संवर्धन, चारागाह की उपलब्धता, कुक्ककुट पालन, मछली पालन एवं ग्राम उद्योग तथा सामाजिक समरसता पर चर्चा होगी।
प्रशिक्षण 17 व 18 जून को
इसके लिए 17 जून को जिला स्तरीय एवं 18 जून को जनपद स्तरीय प्रशिक्षण होगा। अभियान के क्रियान्वयन के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत के लिए एक के मान से कुल 32़6 नोडल अधिकारी, प्रत्येक पॉंच ग्राम पंचायत स्तर पर एक पर्यवेक्षण अधिकारी इस प्रकार कुल 66 पर्यवेक्षण अधिकारी, प्रत्येक 10 ग्राम पंचायत पर एक सेक्टर अधिकारी के मान से कुल 33 सेक्टर अधिकारी तथा 02 सेक्टर अधिकारी के ऊपर एक जोन अधिकारी के मान से कुल 16 जोनल अधिकारी बनाए गए है। कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अपने क्षेत्र के नोडल अधिकारी होंगे। समस्त विभाग प्रमुख अपने से संबंधित बिन्दुओं के क्रियान्वयन के लिए विभागीय नोडल अधिकारी होंगें। जिला पंचायत में मानिटरिंग एवं समन्वय सेल तथा कलेक्टर कार्यालय में कन्ट्रोल रूम की स्थापना भी की जाएगी।

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