समाज सेवा का हुआ सूरज अस्त : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा में विभिन्न पदों पर रहे प्रसिद्ध समाजसेवी महेंद्र गादिया का निधन, शहर में शोक की लहर
⚫ रविवार को होगा अंतिम संस्कार
⚫ कोरोना काल में काफी सेवाएं की मरीजों की
हरमुद्दा
रतलाम 17 दिसंबर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के विभिन्न पदों पर रहे प्रसिद्ध समाजसेवी महेंद्र का दिया का शनिवार की रात को हृदय गति रुकने से निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार रविवार को किया जाएगा। श्री गादिया के निधन की खबर को कोई भी मानने को तैयार नहीं है क्योंकि वह हरदम मुस्कुराते हुए समाज सेवा में सक्रिय रहते थे। समाज सेवा का सूरज शनिवार को अस्त हो गया। शनिवार को भी उन्होंने जैन जागरण का परचम लहराया और सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल घोषित करने का घोर विरोध करते हुए महा रैली निकाली।
शहर की विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं से जुड़े महेंद्र गादिया हरदम सेवा के लिए तत्पर रहते थे। समाजसेवी होने के साथ ही वे प्रसिद्ध कॉलोनाइजर भी थे। फिर भी उनका रुझान समाज सेवा में ही ज्यादा रहा। कोरोना काल में मरीजों की हर प्रकार से काफी सेवाएं और मदद की। उन्होंने रतलाम रेडक्रॉस सोसाइटी के चेयरमैन रहते हुए स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने में उन्होंने काफी मेहनत की। इसके साथ ही वर्तमान में वे मध्यप्रदेश रेड क्रॉस सोसाइटी के सदस्य भी थे। इसके अलावा शहर की दर्जनों समाजसेवी संस्थाओं से जुड़े होने के साथ ही उन संस्थाओं के लिए भरसक मेहनत की। कार्य किया। उनका चले जाना शहर की दर्जनों समाजसेवी संस्थाओं के लिए बहुत ही पीड़ादायक खबर है। सामाजिक सद्भावना विभाग के तहत व सद्भावना प्रमुख भी थे। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार उनकी तबीयत खराब हुई और में रतलाम के निजी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। जहां पर उनका उपचार किया जा रहा था। उन्हें वेंटिलेटर पर भी रखा गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। चिकित्सकों के सारे प्रयास विफल हो गए। प्रारंभिक रूप से उनका निधन हृदयाघात से होना बताया जा रहा है।
9 बजे निकलेगी अंतिम यात्रा
प्रीतेश के पिताजी अक्षत व दिव्यम के दादाजी सुरेंद्र, विजेन्द्र, नरेंद्र के छोटे भाई, मनोज, संजय, हितेश के बड़े भाई महेंद्र गादिया की अंतिम यात्रा उनके निवास स्थान पैलेस रोड से रविवार सुबह 9 बजे त्रिवेणी मुक्तिधाम के लिए निकलेगी।