धर्म संस्कृति : मांगल्य मन्दिर में तुलसी पूजन दिवस पर सैकड़ों हाथों ने किया पूजन, बालसंस्कार के बच्चों ने तुलसी महिमा दर्शाती सुंदर नाटिका एवं नृत्य का किया मंचन
⚫ पूरे मन्दिर परिसर को तुलसी के पौधों, पुष्पाहारों, एवं सुंदर रंगोली बनाकर सजाया
हरमुद्दा
रतलाम, 26 दिसंबर। संत श्री आसाराम जी बापू की पावन प्रेरणा से मांगल्य मंदिर रतलाम में तुलसी पूजन दिवस पर पहुंचे सैकड़ों हाथों ने तुलसी पूजन किया। इस अवसर पर पूरे मन्दिर परिसर को तुलसी के पौधों, पुष्पाहारों, एवं सुंदर रंगोली बनाकर सजाया गया था।
आयोजन में अतिथि के रूप में श्री दंडी स्वामी जी , महादेव गुरुजी , महापौर, ब्रह्मकुमारी विश्वविद्यालय से सुश्री सविता दीदी , गायत्री परिवार से नरेंद्र पाठक, अर्जुन सिंह चौहान ,जीव दया समिति से दिनेश वाघेला उपस्थित थे। पतंजलि जिला प्रभारी विशाल वर्मा, पंडित शिव शंकर दवे एवं पंडित चेतन शर्मा सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। सभी अतिथियों का समिति एवं संघ के लोगों व साधकों ने पुष्पाहारो से स्वागत किया।कार्यक्रम का प्रारंभ बालसंस्कार के बच्चो द्वारा तुलसी महिमा दर्शाती सुंदर नाटिका एवं नृत्य का मंचन कर किया । जिसे सभी अतिथियों एवं दर्शकों ने खूब सराहा एवं तालियां बजाकर बच्चों का उत्साहवर्धन किया।
हजारों दीपों से रोशन मंदिर
पंडित दवे एवं पंडित शर्मा ने मंत्रोचार द्वारा तुलसी माता का मानस पूजन कराया। साधक साधकों ने संपूर्ण मंदिर परिसर को दीपों से सजाया गया था। दीपमाला से रोशन मंदिर प्रांगण में उपस्थित सभी लोगों ने दीप जलाकर तुलसी माता की आरती की। हर हाथ में दीपक से मांगल्य मंदिर परिसर का सुंदर दृश्य अत्यंत मनोहारी होगया था।
महापौर ने सुनाया भजन
महापौर ने तुलसी पूजन कार्यक्रम की मुक्त कंठ से प्रशंसा की और सभी से ग्रीन रतलाम क्लीन रतलाम में सहयोग की अपील की एवं अपनी सुरीली आवाज में नारायण नारायण भजन गाया जिस पर लोग झूम उठे ।
तुलसी के उपयोग समझाएं
दंडी स्वामीजी ने कहा हम शरीर नहीं उस अविनाशी ईश्वर का ही अंश है। जिस दिव्य सनातन संस्कृति ने हमे यह ज्ञान दिया है। उस संस्कृति की रक्षा सभी का दायित्व है। ब्रम्हाकुमारी सविता दीदी ने कहा स्वच्छ भारत के साथ-साथ ह्रदय कोभी स्वच्छ किया जाए तो मन शांत होने लगेगा जिसकी अभी अत्यंत आवश्यकता है। गायत्री परिवार के श्री पाठक ने गायत्री मंत्र का उच्चारण कराया। सभी अतिथियों ने सनातन संस्कृति के इस विलक्षण कार्यक्रम तुलसी पूजन की मुक्त कंठ से प्रशंसा की एवं तुलसी के धार्मिक, आर्थिक एवं अनेक औषधीय उपयोग समझाएं।
अतिथि स्नेहाभिनंदन
उपस्थित अतिथियों का योग वेदांत समिति अध्यक्ष प्रेम प्रकाश बाथव. युवा सेवा संघ अध्यक्ष रुपेश सालवी, डा, डीएस वाघेला, मुकेश मालवीय, पंकज भाई, शंकरलाल राठौड़ , डॉ. जितेंद्र पुरोहित, सुदामा भाई, प्रवीण भाई, धर्मेश भाई, महावीर भाई आदि ने शाल, ओढ़ाकर एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्नेहाभिनंदन किया। अंत में सभी को प्रसाद वितरित किया गया। संचालन रविन्द्र सिंह जादौन ने किया।