नन्हें रंगकर्मियों से संवाद किया एसपी गौरव तिवारी ने
हरमुद्दा
रतलाम 19 जून। शहर की नाट्य संस्था “युगबोध” के बैनर में चल रहे बच्चों के ग्रीष्मकालीन नाट्य प्रशिक्षण शिविर में पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने नन्हे रंगकर्मियों से संवाद किया। “युगबोध” के प्रयास की जितनी सराहना की जाए, उतनी कम है। वहीं बच्चों की जिज्ञासा, सीखने की ललक और उत्सुकता स्तुत्य है।अभिनय हमें रियल लाइफ में भी सिखाता है हीरो बनना
एसपी श्री तिवारी ने नाट्य प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे बच्चों से संवाद कर कहा कि अभिनय हमें रियल लाइफ में भी हीरो बनना सिखाता है। यदि हमारे भीतर अभिनय कला है तो हम किसी भी विपरीत परिस्थिति का सामना कर सकते हैं। हमारे जीवन में अनुशासन और अपने कठिन से कठिन कार्य को सरलता से करने की प्रेरणा अभिनय से ही प्राप्त होती है।
जीवन में भी उतारें नाट्य प्रस्तुति
उन्होंने नन्हें रंगकर्मियों से कहा कि वे जिस विषय पर अपनी नाट्य प्रस्तुति दे रहे हैं, उन विषयों को अपने जीवन में भी उतारें और इसके लिए अपने परिवार समाज एवं पड़ोसियों को भी प्रेरित करें। श्री तिवारी ने बच्चों से उनकी जिज्ञासा जनी और उनको आश्वस्त किया कि वे इसी तरह लगन से प्रयास करें तो सभी की आकांक्षाएं पूर्ण होगी ।
नाट्य प्रतिभा से किया प्रभावित
नन्हे रंगकर्मी नाट्य प्रशिक्षण शिविर में आशीष दशोत्तर द्वारा लिखित दो नाटक” घूरे के दिन फिरे” एवं “मुन्ना मोबाइल” की तैयारी कर रहे हैं। इन दोनों नाटकों की रिहर्सल नन्हे कलाकारों ने श्री तिवारी के समक्ष की।
बच्चों के प्रयास सराहनीय
श्री तिवारी ने बच्चों के प्रयास को सराहनीय बताते हुए कहा कि आज के समय में जब युवा पीढ़ी पढ़ने-लिखने से विमुख होती जा रही है ऐसे समय में यदि छोटे बच्चे इतने लंबे संवाद याद रखते हैं और उन्हें पूरे विश्वास के साथ बोलते हैं तो मन में आशा जगती है कि हमारा समय अब भी बेहतर है और आने वाला समय ऐसे बच्चों के माध्यम से और भी बेहतर हो सकेगा। बच्चों की अभिनय क्षमता की भरपूर प्रशंसा करते हुए कहा कि इन कलाकारों में से कल यदि कोई रतलाम का नाम रोशन करे तो आश्चर्य नहीं होगा।
शहर के लिए शिविर एक सौगात
उन्होंने संस्था की मेहनत और वरिष्ठ रंगकर्मी ओम प्रकाश मिश्र के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए श्री तिवारी ने कहा कि रतलाम शहर के लिए यह शिविर एक सौगात है और इसकी निरंतरता के लिए सभी को प्रयास करना चाहिए।
यह भी थे मौजूद
उन्होंने युगबोध के प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना भी की। इस दौरान चिंतक विष्णु बैरागी, मंदसौर के रंगकर्मी विजय बैरागी, कीर्ति शर्मा, सह निर्देशक श्वेता कटारिया भी उपस्थित थी।