खेल सरोकार : राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के माता-पिता को बैंगलुरू में राज्यपाल गहलोत द्वारा जीजा माता सम्मान से किया सम्मानित

⚫ बैंगलुरू के राजभवन में हुआ क्रीड़ा भारती द्वारा आयोजित जीजा माता सम्मान समारोह

⚫ क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष एवं विधायक चेतन्य काश्यप रहे उपस्थित

हरमुद्दा
रतलाम/बेंगलुरु, 6 फरवरी। क्रीड़ा भारती द्वारा कर्नाटक के बैंगलुरू में गत दिवस राज भवन में जीजा माता सम्मान समारोह आयोजित हुआ। राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने कर्नाटक के राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के माता-पिता को सम्मानित किया। इनमें 9 राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी, 4 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी तैयार करने वाले कोच और 4 खेलों के समर्पित संस्था के प्रतिनिधि सम्मानित हुए।

नई शिक्षा नीति को लागू करने वाले पहले राज्य के रूप में अग्रणी कर्नाटक

राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने कहा कि क्रीड़ा भारती देश में स्थानीय और स्थापित दोनों खेलों का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। संगठन राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय खिलाड़ियों के माता-पिता के बलिदान, कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प को पहचानता है और उनका सम्मान करता है। जीजा माता सम्मान उल्लेखनीय है। देश के प्रधानमंत्री ने खेल और खेलों को दैनिक जीवन में शामिल करने के महत्व पर जोर दिया है और खेल सुविधाओं को बढ़ाने और खिलाड़ियों के उत्साह को बढ़ाने के लिए कदम उठाए हैं। फिट इंडिया आंदोलन और खेलो इंडिया कार्यक्रम भारत के माननीय प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण का हिस्सा हैं। महामहीम राज्यपाल श्री गहलोत ने कहा कि कर्नाटक नई शिक्षा नीति को लागू करने वाले पहले राज्य के रूप में अग्रणी है, जिसमें खेल और योग को पाठ्यक्रम के अनिवार्य भाग के रूप में शामिल किया गया है।

जीजा माता के माध्यम से खिलाड़ियों के माता-पिता का सम्मान करना गर्व का विषय

कार्यक्रम में क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष एवं रतलाम विधायक चेतन्य काश्यप ने क्रीड़ा भारती को बढ़ावा देने के उद्देश्य के बारे में बात कही। उन्होने कहा कि जीजा माता के माध्यम से खिलाड़ियों के माता-पिता का सम्मान करना गर्व का विषय है। माननीय महामहीम राज्यपाल महोदय मध्यप्रदेश के गौरव है और मध्यप्रदेश के राजनेताओं के प्रेरणास्त्रोत है। जिनकी व्यक्तिगत खेल पृष्ठभूमि है और वे हमेशा खेल के प्रति उत्साही रहे हैं, उन्हें खेलों के प्रोत्साहन के लिए जाना जाता था। वह बिड़ला कंपनी के एक साधारण कर्मचारी से उठकर अपनी सामाजिक सेवाओं के लिए राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त व्यक्ति बन गए, एक केंद्रीय मंत्री और राज्यपाल के रूप में एक प्रेरणा बन गए। कार्यक्रम के दौरान कबड्डी खिलाड़ी बीसी रमेश और बीसी सुरेश की मां पद्मम्मा, तैराक श्री हरि नटराज की मां कल्याणी नटराज, एथलीट प्रिया मोहन की मां चंद्रकला, तलवारबाजी खिलाड़ी लक्ष्मी की मां सुमंगला भट्ट और एथलीट विजयाकुमारी की मां प्रेमा को पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

यह थे मौजूद

इस दौरान क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष एवं रतलाम शहर विधायक चेतन्य काश्यप, क्रीड़ा भारती कर्नाटक के अध्यक्ष मुकुंदराव किलेकर, पद्मश्री अवार्डी, क्रीड़ा भारती कर्नाटक के उपाध्यक्ष केवाई वेंकटेश, भारतीय खेल अकादमी के सेवानिवृत्त एथलेटिक ट्रेनर डॉ. वाईएस लक्ष्मीश, क्रीड़ा भारती दक्षिण कर्नाटक के अध्यक्ष पूर्व विधायक, क्रीड़ा भारती कर्नाटक के उपाध्यक्ष नागराज शेट्टी आदि उपस्थित थे।

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