उम्दा अभिनय से अभिभूत कर नन्हें अभिनेताओं ने दिया अदभुत संदेश
हरमुद्दा
रतलाम, 22 जून। “युगबोध” संस्था की खास प्रस्तुति का साहित्य व कला प्रेमी शहर सालभर इंतजार करता है। शनिवार को इंतजार खत्म हुआ। न केवल नन्हें अभिनेताओं ने उम्दा अभिनय से अभिभूत किया, अपितु जनहित का अदभुत संदेश भी दिया।
शहर का गर्व और गौरव रंगकर्मी ओमप्रकाश मिश्र की पारखी नजरों से शहर के नवाचारी साहित्य प्रेमियों की नई पौध को कला से सिंचितकर “युगबोध” संस्था के बैनर तले शनिवार की शाम को लायन्स हाल में मंच पर उतारा।
कला को निखारा 100 घण्टे में
30 दिन याने की मात्र 100 घण्टे की मेहनत में नोनिहाल की कला को निखार कर कलाकार बना दिया। इस अभिनव प्रयास का हिस्सा बनकर श्वेता कटारिया ने सह निर्देशक का कार्य बखूबी किया।
प्रभावी लेखन का उम्दा मंचन
युवा साहित्यकार, कथाकार कवि आशीष दशोत्तर द्वारा लिखित प्रभावी नाटक ” घूरे के दिन फिरे ” और “मुन्ना मोबाइल” का उम्दा मंचन कर कलाकरों ने खूब दाद बटोरी। पहले ने सफाई व स्वच्छता का सीख दी तो दूसरे ने मोबाइल के सही उपयोग के सकारात्मक और गलत उपयोग के नकारात्मक सबक बताए। जिनकी प्रशंसा हुई।
बड़ों के अनुभवों को साकार किया
नन्हों ने
अपने-अपने क्षेत्र में सिद्ध श्री मिश्र व श्री दशोत्तर के अनुभवों को साकार किया अनंत शुक्ला, आश्रय पांचाल, वैदिक शर्मा, अमोघ राठौर, श्रेयांश शर्मा, लघु कटारिया, धैर्य शर्मा ,मिलिंद राठौर, विनायक रिया राठौर, सुरभि राठौर, काश्वी कटारिया, विनायक पांचाल, हेमांगी राठौर ने।
अंतरराष्ट्रीय चित्रकार रहे मुख अतिथि
युगबोध संस्था की ग्रीष्मकालीन बाल नाट्य शिविर के समापन समारोह के मुख्य अतिथि अंतरराष्ट्रीय चित्रकार महावीर वर्मा थे। अध्यक्षता लायंस क्लब रतलाम के अध्यक्ष प्रशांत व्यास ने की। संस्था अध्यक्ष ओमप्रकाश मिश्र मंचासिन थे।
अतिथियों का किया स्वागत
अतिथियों का स्वागत कैलाश व्यास, नवनीत मेहता, अब्दुल जब्बार, ललित चौरड़िया, सतीश भावे, मिथिलेश मिश्र ने किया। आयोजन में शहर के प्रसिद्ध व ख्यातनाम सुधिजन मौजूद थे। संचालन आशीष दशोत्तर ने किया।
बच्चों में सामाजिक संस्कार
खुशी की बात है बच्चों में संस्कार दिए जा रहे है। सामाजिक परिवेश की समझ समझाई जा रही है। समस्याओं को बताकर सबक दिए जा रहे है। जितने मंचन हो रहे हैं वे सामयिक है।
▪ महावीर वर्मा, अंतरराष्ट्रीय चित्रकार
चलता रहेगा कारवां
नाट्य प्रशिक्षण का कारवां 11 साल से चल रहा है। आप सभी के सहयोग से सफर चलता रहेगा। उद्देश्य केवल यही है कि नई पीढ़ी सामाजिक दायित्व को समझे।
▪ ओमप्रकाश मिश्र, रंगकर्मी
हरेक आयोजन यहीं हो
यह तो सौभाग्य की बात है कि अच्छे आयोजन के लिए लायन्स क्लब के हाल को अवसर मिला। आज से शुरू सिलसिला लगातार चलता रहे, यही अपेक्षा है।
▪ प्रशांत व्यास, समाजसेवी