… और जिला आ गया अव्वल : सत्यापित कांटे बाट उपयोग करने वाले 124 व्यापारियों पर और भ्रामक जानकारी देने पर 134 निर्माताओं पर प्रकरण
⚫ नापतोल विभाग ने वर्ष 2022 23 में 98 इलेक्ट्रॉनिक वेब्रिज का किया सत्यापन
⚫ इनका व्यापार फैल रहा पूरे देशभर में
⚫ वित्तीय वर्ष में 20 लाख 23 हजार राशि जिले में प्राप्त
⚫ 258 अभियोजन प्रकरण पंजीबद्ध
हरमुद्दा
रतलाम, 27 अप्रैल। बगैर सील के या असत्यापित कांटे बांट एवं इलेक्ट्रॉनिक तोल कांटे का उपयोग करने पर 124 व्यापारियों के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध किए गए हैं। पैकेज वस्तु नियम में निर्माता द्वारा जो जानकारी पैकेज पर उपभोक्ताओं के हित में लिखना चाहिए। उसमें से किसी भी जानकारी के नहीं होने या भ्रामक जानकारी देने पर प्रकरण पंजीबद्ध किए जाते हैं। इस वर्ष पैकेज वस्तु नियम में विभाग द्वारा निर्माताओं पर 134 प्रकरण पंजीबद्ध किए गए। इस से जारी वित्तीय वर्ष में 20 लाख 23 हजार राशि जिले में प्राप्त हुई। इस कार्य में जिला प्रदेश में प्रथम स्थान पर आया है।
जिले में उपभोक्ताओं से उपकरणों के द्वारा एवं पैकेज वस्तु नियम में किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी नहीं हो और उपभोक्ताओं को सही वजन मात्रा में सामान मिले इसके लिए विभाग निरीक्षण एवं अभियोजन प्रकरणों की कार्यवाही व्यापारियों पर करता है। विभाग के अभियोजन प्रकरणों की जानकारी में बताया गया कि 1 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023 तक 258 अभियोजन प्रकरण पंजीबद्ध किए गए
व्यापार को संचालित करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वेब्रिज का उपयोग
कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी के निर्देशन में जिला नापतोल विभाग द्वारा वर्ष 2022 23 में 98 इलेक्ट्रॉनिक वेब्रिज धर्म कांटा का सत्यापन एवं मुद्रा अंकन का कार्य किया गया है जिले में व्यापारियों द्वारा बड़ी मात्रा में व्यापार को संचालित करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वेब्रिज का उपयोग किया जा रहा है। इनका व्यापार पूरे देश भर में फैला है। यह सामान खरीद कर इन्हें इलेक्ट्रॉनिक वेब्रिज पर कॉल करते हैं और अपना माल इसी वेब्रिज पर कॉल कर पूरे भारत में बेचने का कार्य करते हैं। जिससे लाखों करोड़ों रुपए का क्रय विक्रय किया जाता है।
उचित मूल्य राशन की 500 दुकानों पर भी होता है निरीक्षण परीक्षण, ताकि उपभोक्ताओं को मिले सही वजन की सामग्री
जिला नापतोल निरीक्षक नसीम खान ने बताया कि सभी वेब्रिज का वार्षिक सत्यापन का कार्य विभाग द्वारा किया जाता है। सत्यापन के कार्य में राजस्व की प्राप्ति भी शासन को होती है। नापतोल निरीक्षक द्वारा बताया गया कि जिले में खाद्य विभाग द्वारा आवंटित लगभग 500 उचित मूल्य की दुकानों से उपभोक्ताओं को राशन प्रदान किया जाता है। निर्धारित मात्रा में राशन मिले। कोई हेराफेरी नहीं हो इसके लिए नापतोल विभाग द्वारा उचित मूल्य दुकानों पर रखे इलेक्ट्रॉनिक स्केल तथा अन्य नापतोल उपकरणों का सत्यापन भी किया जाता है। जारी वित्तीय वर्ष 2022 23 में विभाग ने 502 उचित मूल्य दुकानों का सत्यापन एवं मुद्रा अंकन का कार्य किया है।