सूरज के तल्ख तेवर : रतलाम में लगातार बढ़ रहा है सूरज का पारा, 44 डिग्री के पार हुआ पारा

आमजन हुए परेशान

⚫ व्यापारियों को बंदी उम्मीद बिकेंगे कूलर पंखे ए सी

⚫ चिकित्सक की सलाह लू से बचें

⚫ जरूरी होने पर निकले घर से बाहर और रखे एहतियात

हरमुद्दा
रतलाम, 11 मई। मई के पहले सप्ताह में जहां हालात सामान्य थे वहीं अब सूरज ने अपने तल्ख तेवर दिखा दिए हैं लगातार बढ़ते तापमान से आमजन परेशान हैं। गुरुवार को अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 25.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। दिन और रात दोनों परेशान किए हुए हैं। चिकित्सकों ने सलाह दी है कि गर्मी में जरूरत होने पर ही घर से बाहर निकले और एहतियात रखें। लू से बचें।

सूरज के तल्ख तेवर बढ़ते ही आमजन जहां परेशान हैं वहीं कूलर एसी पंखे बेचने वालों के चेहरे पर रौनक लौट आई है। पूरा अप्रैल निकल चुका लेकिन उनका व्यापार ठप पड़ा रहा। जैसे ही सूरज ने अपने तेवर दिखाए हैं वैसे ही व्यापारी अपने कूलर सहित अन्य सामग्री सड़कों पर रखकर प्रदर्शन करने लगे हैं, ताकि लोग आकर्षित होकर खरीदारी करें। प्रकाश शिवानी का कहना है कि 3 दिन से लगातार तापमान बढ़ने के कारण एसी कूलर खरीदने वालों की पूछ परख बढ़ी है लेकिन खरीदारी अभी शुरू नहीं हुई है।

लगातार बढ़ रहा है तापमान

रतलाम में मंगलवार को 42.2 डिग्री, बुधवार को 43.2 और आज 44.2 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। दिन के साथ ही रात का पारा भी लगातार बढ़ रहा है।

ना होने दे पानी की कमी, वाटर बॉटल रखे साथ

प्रभारी सीएमएचओ डॉ. वर्षा कुरील ने बताया बढ़ती गर्मी में लू की चपेट में आने से बचने के लिये पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें। नींबू पानी, छाछ, लस्सी, जूस और ओआरएस का घोल शरीर को पानी की कमी से बचाए रखता है। तरबूज, खरबूजा, संतरा, अंगूर, अनानास, खीरा आदि अधिक पानी की मात्रा वाले फल और सब्जियां खाएँ। घर से निकलते वक्त पानी की बॉटल साथ रखें।

डॉ. कुरील ने बताया कि घर से बाहर निकलते वक्त अपने सिर को टोपी, दुपट्टे, छाता, गमछा या किसी अन्य कपड़े से ढक कर ही निकलें, सीधी धूप में आने से बचें। अगर बाहर निकलना आवश्यक न हो, तो घर में ही रहें और अपने आवश्यक काम हो सके तो सुबह और शाम करें। टीवी, रेडियो, समाचार-पत्र आदि के माध्यम से तापमान पर नजर रखें। घर के ऐसे दरवाजे और खिड़कियाँ, जो सीधे धूप के प्रभाव में रहते हैं, उन्हें बंद रखें या पर्दे डालकर रखें। इन्हें रात में शुद्ध हवा के लिये खोलें।

बीमारी से परेशान रोगी रखे अतिरिक्त सावधानी

बच्चे, गर्भवती महिलाएं, मानसिक रोगी, ब्लड प्रेशर, हृदय रोग आदि गंभीर बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति अतिरिक्त सावधानी बरतें। सामान्यतः शरीर का तापमान 36.4 डिग्री सेल्सियस से 37.2 डिग्री सेल्सियस होता है। लू लगने पर तापमान में बढ़ोतरी, घमोरियां, हाथ-पाँव और टखनों में सूजन, बेहोशी, मांसपेशियों में ऐंठन आदि हो सकती हैं। हीट स्ट्रोक हृदय, श्वसन और किडनी के मरीजों को परेशानी में डाल सकता है।

अधिक शक्कर वाले पेय पदार्थों का नहीं करें उपयोग

अगर आप धूप से आएँ हैं और चक्कर, बेहोशी, जी मचलाना, उल्टी, सिरदर्द, तीव्र, प्यास और साँस-धडक़न तेज हो गई है, तो फौरन ठंडे स्थान पर पहुँचे और ठंडे पेय पदार्थ लेना शुरू कर दें। खाना बनाते समय दरवाजा और खिडक़ी खोलकर रखें। चाय, काफी, साफ्ट ड्रिंक और जिनमें अधिक मात्रा में शक्कर होती है ऐसे पेय पदार्थों का सेवन न करें। यह पदार्थ शरीर के जल को कम करते हैं और पेट में मरोड़ उत्पन्न करते हैं। बासी भोजन करने से बचें। अधिकतम पानी का सेवन सर्वोत्तम है। अगर एक घंटे से अधिक समस्या रहती है, तो चिकित्सकीय सलाह लें।

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