धर्म संस्कृति : धार्मिक संस्कार शिविर के तहत बच्चों को करवाए बिबड़ोद जैन तीर्थ के दर्शन, प्रदेश के अलावा राजस्थान महाराष्ट्र के भी शामिल हुए शिविरार्थी
⚫ धार्मिक संस्कार शिविर के प्रति बच्चो में दिखा उत्साह
हरमुद्दा
रतलाम, 21मई। आज के इस व्यस्तम दौर में बच्चे जहा मोबाइल के आदी बन चुके है, उनसे मोबाइल को दूर करवाना सभी के लिए बहुत मुश्किल काम हो गया है। इसी तारतम्य में बच्चें धार्मिक संस्कार शिविर में शामिल होकर मोबाइल और सोशल मीडिया से दूरी बनाकर धार्मिक गतिविधियों में रह रहे।
समाजसेवी निलेश बाफना ने बताया कि धार्मिक शिविर में बच्चो को तीर्थ दर्शन के अंतर्गत बिबड़ोद तीर्थ ले जाकर दादा आदिनाथ के दर्शन करवाए गए। तीर्थ दर्शन के दौरान बच्चों में बहुत उत्साह और उमंग धर्म के प्रति देखा गया। यह शिविर श्रमण संघ के आचार्य डॉ शिवमुनि जी मसा की आज्ञाअनुवर्ती आयम्बिल तप चक्रेश्वरी पूज्या अरुणप्रभा जी मसा आदि ठाणा 4 के सान्निध्य में 150 से अधिक बच्चो का संस्कार शिविर सागोद रोड स्थित स्मारक भवन पर चल रहा है।
इन सब की देखरेख में चल रहा है शिविर
शिविर श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ एवं श्री जैन दिवाकर नवयुवक मंडल के सदस्यों के देखरेख चल रहा है।
मध्य प्रदेश के अलावा राजस्थान व महाराष्ट्र से भी आए शिविरार्थी
इस शिविर के लाभार्थी शांताकुमारी इन्दरमल जैन (वकील सा.) ने बताया कि इस शिविर में भाग लेने के लिये बालक बालिकाएं रतलाम नगर के साथ जावरा, मन्दसौर, नीमच, निम्बाहेड़ा, उज्जैन, मुंबई से आए है। जो मोबाइल से दूर रहकर सुबह 6.30 से रात 8 बजे तक दिनभर प्रार्थना , प्रवचन , धार्मिक अध्ययन, गेम्स, प्रतिक्रमण अपने को व्यस्त है । श्री जैन दिवाकर स्मारक पर 10 दिवसीय बाल संस्कार शिविर लर्न एंड टर्न मिनीमाइजेशन संस्कार शिविर में उपप्रवर्तिनी तप चक्रेश्वरी आयम्बिल आराधिका पूज्याश्री अरुणप्रभाजी म.सा., शतावधानी पूज्या श्री गुरु कीर्ति जी म.सा. मधुर गायिका पूज्या श्री गुरु निधी जी मसा एंव नवदीक्षिता श्री अरुण कीर्ति जी म.सा. एंव नगर के बुद्धिजीवी गणमान्य ज्ञानीजन बच्चों को संस्कार प्रदान कर रहे है ।