आंखों देखी: घर पर बीवी बच्चों को कभी बाल बांधने के लिए नहीं दिया होगा रबड़ बैंड, उन प्रोफेसरों ने दिया महिला परीक्षार्थियों को
⚫ दिक्कत यह है कि परीक्षार्थी नहीं पढ़ते हैं दिशा निर्देश
⚫ मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक चयन परीक्षा जिले के 11 केंद्र पर शुरू
⚫ परीक्षा केंद्रों पर चाक-चौबंद व्यवस्था
हरमुद्दा
रतलाम, 21 मई। रविवार को मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग प्रारंभिक चयन परीक्षा रतलाम जिले के 11 केंद्रों पर तय समय पर शुरू हुई। कभी घर पर बीवी बच्चों को बाल बांधने के लिए रबड़ बैंड नहीं दिया होगा, उन प्रोफेसरों ने महिला परीक्षार्थियों को रबड़ बैंड उपलब्ध करवाएं ताकि वह खुले बालों से परीक्षा ना दें। सबसे बड़ी दिक्कत तो यह कि परीक्षार्थियों ने दिशा निर्देश ध्यान से नहीं पढ़े। इसके चलते परीक्षार्थियों के निरीक्षण में काफी वक्त भी जाया हुआ।
पुरुष परीक्षार्थियों का परीक्षण करते हैं प्रोफेसर
रविवार को शासकीय कन्या महाविद्यालय में महिला एवं पुरुष परीक्षार्थियों की लंबी-लंबी लाइनें थी। महिला एवं पुरुष परीक्षार्थियों का परीक्षण चार प्रोफ़ेसर कर रहे थे। परीक्षण के उपरांत ही परीक्षा कक्ष और हाल में प्रवेश दिया जा रहा था। इस दौरान महिला परीक्षार्थियों के साथ काफी वक्त जाया हुआ। अधिकांश महिला परीक्षार्थियों के साथ पेन के पाउच थे। पानी की बोतल, स्केचर, मोबाइल, ज्वेलरी पहने हुए थी। कई परीक्षार्थी तो खुले बाल में परीक्षा देने आए। फिर प्रोफेसर ने उन्हें रबड़ बैंड उपलब्ध करवाएं। बाल बांधे तत्पश्चात उन्हें अंदर जाने की अनुमति दी गई। ऐसा लग रहा था परीक्षा विद्यार्थियों को देना उतना जरूरी नहीं था जितना कि परीक्षकों के लिए परीक्षा लेना जरूरी था क्योंकि प्रोफेसरों ने वह काम भी किए जो वह घर पर नहीं करते हैं जाहिर तौर पर। बीवी बच्चों को कभी रबड़ बैंड नहीं दिया होगा मगर वहां पर परीक्षार्थियों के लिए वे मुस्तैद रहे। सभी परीक्षार्थियों की चुन्नी भी चेक की गई।
महिला प्रोफेसर परीक्षण करते हुए
यह थे मौजूद
इस दौरान पशु चिकित्सा उपसंचालक डॉक्टर जैन , महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आरके कटारे, डॉ. सुरेश कटारिया, डॉ. वी. शास्त्री सहित अन्य मुस्तैद रहे। इनकी चाक चौबंद व्यवस्था नजर आई। 9:30 बजे के पहले सभी परीक्षार्थी अपने अपने कक्ष और हाल में पहुंच गए थे। उल्लेखनीय है कि करीब 3000 परीक्षार्थियों के लिए 11 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर दो सत्र में परीक्षा संपन्न होगी। प्रथम सत्र प्रातः 10:00 से 12:00 तथा द्वितीय सत्र दोपहर 2:15 से सायं 4:15 तक का रहेगा।
निर्देश का पालन कर लें परीक्षार्थी तो नहीं हो इतनी दिक्कत
परीक्षकों ने हरमुद्दा से चर्चा में बताया कि दिक्कत यह है कि परीक्षार्थी दिशा निर्देश पढ़ते नहीं हैं। इसके चलते इतनी सारी दिक्कतें होती है। जबकि जहां पर रोल नंबर के साथ परीक्षा कक्षों की जानकारी दी गई थी, वहां सूचना बोर्ड पर भी दिशा निर्देश दे रखे है लेकिन परीक्षार्थियों को उनसे कोई मतलब नहीं था। जबकि स्पष्ट निर्देश है कि परीक्षार्थी अपने साथ प्रवेश पत्र, परिचय पत्र, दो पेन के अलावा कुछ भी अंदर नहीं ले जा सकेंगे। फिर भी उनके साथ बहुत सारे तामझाम थे।
यह थे निर्देश
⚫ परीक्षा में किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के उपयोग को रोकने के लिए परीक्षा कक्ष में जूते-मोजे पहनकर प्रवेश नहीं कर सकते।
⚫ परीक्षार्थी चप्पल एवं सैंडल पहन कर आ सकते हैं।
⚫ चेहरे को ढक कर परीक्षा कक्ष में प्रवेश करने की मनाही है।
⚫ परीक्षा में पेंसिल, रबड़, व्हाइटनर तथा एसेसरी जैसे बालों को बांधने का क्लेचर, बक्कल, घड़ी, हाथ में पहने जाने वाले मैट्लीक, चमड़े के बेल्ट, कमर में पहने जाने वाले बेल्ट, धूप में पहने जाने वाला चश्मा, वालेट, टोपी सब के लिए मना किया है।
⚫ परीक्षार्थियों के लिए अनिवार्य होगा कि वह परीक्षा प्रारंभ होने के 1 घंटा पूर्व संबंधित परीक्षा केंद्र पर उपस्थित हो जाएं।