सामाजिक सरोकार : लावारिसों की अस्थियों को लेकर धर्मालुजनों का दल रवाना हुआ हरिद्वार, विधि-विधान से होगा उनका विसर्जन
⚫ हरिद्वार की पवित्र गंगा नदी में 100 से अधिक महिला पुरुषों की अस्थियों का होगा विसर्जन
⚫ 27 सालों से सेवा का सिलसिला लगातार काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन का
हरमुद्दा
रतलाम, 22 जून। काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा विगत 27 वर्षों से शहर के अज्ञात, लावारिस, निस्सहाय, मानसिक रोगियों की इलाज के दौरान मृत्यु होने पर उनका अंतिम संस्कार विधि विधान से समाजसेवियों की मदद से किया जाता है। तत्पश्चात उनका उनकी अस्थियों का विसर्जन हरिद्वार में होता आया है यह सिलसिला 27 सालों से चल रहा है।
फाउंडेशन के गोविंद काकानी ने हरमुद्दा को बताया कि अंतिम संस्कार के पश्चात अस्थियों को भक्तन की बावड़ी शमशान पर शमशान समिति की देखरेख में सुरक्षित रखा जाता है। अनेक बार परिजन के मिलने पर उन्हें अस्थियां सौप दी जाती है। इस बार 100 से अधिक शेष अस्थियों को 2 वर्ष के अंतराल लेकर रवाना हुए हैं।
विधि विधान से होता है अस्थियों का विसर्जन
समन्वय परिवार एवं प्रभु प्रेमी संघ के राष्ट्रीय संतों के द्वारा मंत्रोचार के साथ पुष्पांजलि अर्पित करते हैं। पवित्र गंगा नदी में आश्रम के साधकों के साथ विधि विधान से अस्थियां विसर्जित होगी।
रवाना हुए दल में यह है शामिल
इस बार भी काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के अध्यक्ष माधव काकानी, श्रीमती संतोष काकानी, सचिव गोविंद काकानी, समाजसेवी तारा बहन सोनी निर्मला सोनी, सुरभि रत्नेश राठी, कुमारी प्रिशा रत्नेश राठी अस्थियां लेकर हरिद्वार रवाना हुए।
इन्होंने दी विदाई
जिन्हें बिदा करने काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सदस्य गौरव काकानी, श्रीमती जागृति काकानी, कुमारी आध्या काकानी, शिवराम शर्मा, सुशील सोनी, श्रीमती नीलम सोनी, बहन संगीता गोयल, भक्तन की बावड़ी शमशान व्यवस्था समिति के मनोज बोरवाल, विष्णु नाथ आदि ने नमन आंखों से अस्थियों को विसर्जन के लिए रवाना किया।