धर्म संस्कृति : आचार्य श्री विजय कुलबोधि सूरीश्वरजी म.सा. का कहना “दुनिया में 750 से अधिक धर्म है लेकिन जिन शासन जैसी व्यवस्था कहीं नहीं”
⚫ कनेक्टिंग, कनवेसिंग, कनर्वटिंग, कंट्रोलिंग व कान्ट्रूब्यूट हरेक व्यक्ति लेकर चले यह 5 पॉवर
⚫ आचार्य श्री विजय कुलबोधि सूरीश्वरजी म.सा. का हुआ भव्य चातुर्मासिक मंगल प्रवेश
⚫ भव्य चल समारोह निकला शहर में
⚫ शहर विधायक का हुआ महोत्सव में बहुमान
हरमुद्दा
रतलाम, 25 जून। पूज्य प्रभावक प्रवचनकार आचार्य श्री विजय कुलबोधि सूरीश्वरजी म.सा. ने देश के विभिन्न स्थानों से आए भक्तों के साथ रतलामवासियों से कहा कि दुनिया में 750 से अधिक धर्म है लेकिन जिन शासन जैसी व्यवस्था कहीं नहीं है। इसमें संत चार महीने एक जगह रहकर धर्म प्रभावना करते है। रतलाम में धर्म के प्रति जैसी आस्था आज दिखी है, वह सर्वत्र प्रशंसनीय है।
श्री देवसूर तपागच्छ चारथुई जैन श्रीसंघ गुजराती उपाश्रय, श्री ऋषभदेवजी केशरीमलजी जैन श्वेताम्बर तीर्थ पेढ़ी रतलाम के तत्वावधान में सैलाना वालों की हवेली मोहन टाॅकिज पर आयोजित विशाल धर्मसभा में पूज्य प्रभावक प्रवचनकार आचार्य श्री विजय कुलबोधि सूरीश्वरजी म.सा. ने रविवार को 5 पॉवर के महत्व बताएं और कहा कि प्रत्येक व्यक्ति में 5 पॉवर होना आवश्यक है। ये 5 पॉवर कनेक्टिंग, कनवेसिंग, कनर्वटिंग, कंट्रोलिंग व कान्ट्रूब्यूट हैं। यदि जीवन में यह साथ होंगे, तो जीवन सफल हो जाएगा।
जुलूस में गरबा के साथ गुरूवंदना रही आकर्षण का केंद्र
धर्मसभा से पूर्व आचार्य श्री विजय कुलबोधि सूरीश्वरजी म.सा. आदि ठाणा- 4, साध्वी श्री निलमप्रभा श्रीजी म.सा. एवं श्री तारकरत्ना श्रीजी म.सा. का नगर में भव्य मंगल प्रवेश हुआ। प्रवेश जुलूस नौलाईपुरा से आरंभ होकर प्रमुख मार्गों से होते हुए मोहन टाॅकिज पहुंचा। मार्ग में कई जगह रंगोली सजाई गई थी। जुलूस के आगे घुड़सवार धर्मपताक लिए चल रहे थे। गुरू भगवंतों की तस्वीर रथ में विराजीत रही। उसके बाद बैंड बाजों के साथ रतलाम श्री संघ के विभिन्न महिला मंडल आकर्षक परिधानों में अपनी प्रस्तुतियां देते निकले। जुलूस के मार्ग में जगह-जगह स्वागत द्वार लगाए गए थे। शहरवासियों ने मार्ग में आचार्य श्री गहूली की अहमदाबाद से आई ताशा मंडली ने गरबा के साथ गुरू वंदना की प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया।
देश के विभिन्न स्थानों से आए गुरु भक्त
प्रवेश जुलूस में विधायक चेतन्य काश्यप, पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी, संघ अध्यक्ष अभय लुनिया सहित समस्त पदाधिकारी, श्रावक, श्राविका एवं मुंबई, येवतमाल, जालना, औरंगाबाद, सूरत, अहमदाबाद, इंदौर तथा बड़ौदा आदि स्थानों के गुरू भक्त शामिल हुए। मोहन टाॅकिज में प्रवचन के बाद स्वामी वात्सल्य का आयोजन हुआ।
परिवर्तन का शंखनाद शिविरों के लाभार्थी रहेंगे विधायक चेतन्य काश्यप
धर्मसभा में आचार्य श्री के उद्बोधन से पूर्व संगीतकार मेहुल चैपड़ा ने सुमधुर स्वागत एवं भक्ति गीत प्रस्तुत किए। श्री संघ की ओर से अभय लुनिया, मोहनलाल कासवा, राजेश पटवा, राजेश सुराना आदि ने विधायक चेतन्य काश्यप का बहुमान किया।
युवाओं को संस्कारित करने की जरूरत : काश्यप
श्री काश्यप ने इस मौके पर कहा कि रतलाम में गुरूदेव का यह चातुर्मास ऐतिहासिक होगा। युवाओं को संस्कारित करने की आज महती आवश्यकता हैं और गुरूदेव इसी उद्देश्य से चातुर्मास के दौरान परिर्वतन का शंखनाद शिविरों का आयोजन करेंगे। श्री काश्यप ने कहा कि 16 जुलाई से 13 अगस्त तक प्रति रविवार होने वाले इन शिविरों के लाभार्थी वे रहेंगे। उनके परिवार का सौभाग्य है कि आचार्य श्री की निश्रा में युवाओं को संस्कारित करने के इस प्रकल्प का लाभ उन्हे मिला है। श्री संघ अध्यक्ष अभय लुनिया ने बताया कि मोहन टाॅकिज में 26 जून से प्रतिदिन प्रातः 9.15 से 10.15 बजे तक आचार्य श्री के प्रेरक प्रवचन होंगे।