धर्म संस्कृति : पात्रता से बदल जाती है, ताकत, तकदीर और तासीर
⚫ आचार्य प्रवर 1008 श्री विजयराजजी मसा ने कहा
⚫ वर्षावास में आत्म कल्याण के मार्ग पर चलने का आह्वान
हरमुद्दा
रतलाम, 02 जुलाई। श्री हुक्मगच्छीय साधुमार्गी शान्त क्रांति जैन श्रावक संघ रतलाम के तत्वावधान में 2 जुलाई से परम पूज्य प्रज्ञा निधि युगपुरूष आचार्य प्रवर 1008 श्री विजयराजजी मसा की निश्रा में वर्षावास की भव्यातिभव आराधना शुरू होगी। आचार्यश्री ने समाजजनों ने वर्षावास में आत्म कल्याण के मार्ग पर चलने का आव्हान किया है। उन्होंने कहा कि वर्षावास प्रभु कृपा की पात्रता पाने का दिव्य अवसर होता है। पात्रता व्यक्ति की ताकत, तकदीर और तासीर बदल देती है।
सिलावटों का वास स्थित नवकार भवन में आयोजित प्रवचन के दौरान आचार्यश्री ने कहा कि वर्षावास कुबुद्धि को सुबुद्धि, कुमति को सुमति और कुसंगति को सदसंगति में बदलने का पर्व है। इसमें बुद्धि निर्मल होती है और ताकत, तकदीर एवं तासीर बदलने में सहायक है। वर्तमान में सभी ताकतवर बनना चाहते है, लेकिन अच्छा खाने-पीने से ही ताकत नहीं मिलती। खानपान से शरीर ताकतवर हो सकता है, जबकि मन तथा आत्मा की ताकत केवल पात्रता हासिल करने से बढती है।
धर्म के मार्ग पर चलकर करें आत्म कल्याण
आचार्यश्री ने कहा कि रतलाम की धर्मभूमि पर वर्षावास में सभी धर्म के मार्ग पर चलकर आत्म कल्याण करे। आरंभ में उपाध्याय, प्रज्ञारत्न श्री जितेशमुनिजी मसा एवं विद्वान सेवारत्न श्री रत्नेश मुनिजी मसा ने विचार व्यक्त किए। विद्वान श्री धेर्यमुनिजी मसा ने अधिक से अधिक तप-आराधना करने का आव्हान किया। संचालन दिव्यांशु मूणत ने किया।
छोटू भाई की बगीची में प्रवचन
श्री हुक्मगच्छीय साधुमार्गी शान्त क्रांति जैन श्रावक संघ के अध्यक्ष मोहनलाल पिरोदिया एवं सचिव दिलीप मूणत ने बताया कि 2 जुलाई से आचार्यश्री के प्रवचन समता शीतल पैलेस छोटू भाई की बगीची में आयोजित किए जाएंगे। प्रवचन प्रतिदिन सुबह 9 बजे आरंभ होंगे।
अलसुबह अरिहंत बोधी क्लास में ज्ञानवर्धन
सिलावटों का वास स्थित नवकार भवन में परम पूज्य प्रज्ञा निधि युगपुरूष आचार्य प्रवर 1008 श्री विजयराजजी मसा अलसुबह अरिहंत बोधी क्लास ले रहे है। इसमें श्रावक-श्राविकागण उमड रहे है। शनिवार को इसमें बताया गया कि प्रशंसा हदय से, हस्तक्षेप दिमाग से, प्रतिक्रिया विवेक से और अनुकरण समझदारी से करने वाला समझदार होता है। आचार्यश्री ने बताया कि सुबह साढे छ से सवा सात बजे तक यह क्लास जीवन में रूपातंरण, आध्यात्म में प्रवेश, सत्य की जानकारी बढाने और धर्म के प्रति जनजागरण के लिए लगाई जा रही है।