वेब पोर्टल हरमुद्दा डॉट कॉम में समाचार भेजने के लिए हमें harmudda@gmail.com पर ईमेल करे मून मिशन सक्सेस : जीत के चंद्र पथ पर चलने का क्षण, अब बच्चे नहीं कहेंगे चंदा मामा दूर के, अब कहेंगे चंदा मामा टूर के, धरती पर संकल्प लिया और चांद पर सरकार किया, हार से सबक लेकर जीत का जश्न मना रहा भारत -

मून मिशन सक्सेस : जीत के चंद्र पथ पर चलने का क्षण, अब बच्चे नहीं कहेंगे चंदा मामा दूर के, अब कहेंगे चंदा मामा टूर के, धरती पर संकल्प लिया और चांद पर सरकार किया, हार से सबक लेकर जीत का जश्न मना रहा भारत

1 min read

ब्रिक्स सम्मेलन के लिए दक्षिण अफ्रीका गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया संबोधित

सूर्य के विस्तृत अध्ययन के लिए इसरो आदित्य एल वन मिशन लॉन्च करेगा शीघ्र

फिर विश्व में भारत का 56 इंच का सीना

अंतरिक्ष में नए भारत की नई उड़ान के बने साक्षी 140 करोड़ भारतवासी

जश्न में डूबा देश, हुई आतिशबाजी, उल्लास, उमंग छाया चहुं ओर

हरमुद्दा

बुधवार, 23 अगस्त। सही समय पर चंद्रयान विक्रम 3 का सफलतापूर्वक लैंडिंग हो गया। इसके तत्काल बाद ब्रिक्स सम्मेलन के लिए दक्षिण अफ्रीका पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा सफलता की अमृत वर्षा हुई है। हमने धरती पर संकल्प लिया और चांद पर उसे साकार किया। वैज्ञानिक साथियों ने कहा आज हम अंतरिक्ष में नए भारत की नई उड़ान के 140 करोड़ भारतवासी साक्षी बने हैं। हार से सबक लेकर जीत का जश्न भारत मना रहा है।

दक्षिण अफ्रीका से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा हर देशवासी की तरह मेरा मन चंद्रयान महा अभियान पर लगा हुआ था। नया इतिहास बनते ही हर भारतीय जश्न में डूब गया। हर घर में उत्सव शुरू हो गया। हृदय से में भी अपने देशवासियों के साथ अपने परिवार जनों के साथ उमंग उल्लास से जुड़ा हुआ हूं। चंद्रयान सफलता पर इसरो और देश के सभी वैज्ञानिकों को जी जान से बहुत-बहुत बधाई देता हूं जिन्होंने इस पल के लिए वर्षों तक इतना परिश्रम किया।

140 करोड़ देशवासियों को कोटि-कोटि बधाइयां

प्रधानमंत्री ने कहा उत्साह, उमंग, आनंद और भावुकता से भरे इस अद्भुत पल के लिए 140 करोड़ देशवासियों को भी कोटि-कोटि बधाइयां देता हूं। मेरे परिवार जनों हमारे वैज्ञानिकों के परिश्रम और प्रतिभा से भारत चंद्रमा के उस दक्षिणी ध्रुव तक पहुंचा है, जहां आज तक दुनिया का कोई भी देश नहीं पहुंच सका है। आज के बाद से चांद से जुड़े मिथक बदल जाएंगे। कथानक भी बदल जाएंगे। नई पीढ़ी के लिए कहावतें भी बदल जाएगी। हम सभी लोग धरती को मां कहते हैं और चांद को मामा बुलाते हैं। कभी कहा जाता था चंदा मामा बहुत दूर के हैं, अब एक दिन वह आएगा, जब बच्चे कहा करेंगे चंदा मामा एक टूर के हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा अब यह सब करेंगे

हम चंद्रमा की कक्षाओं से आगे जाएगी। हम हमारे सौरमंडल की सीमाओं का सामर्थ देखेंगे और मानव के लिए ब्रह्मांड की अनेक संभावनाओं को साकार करने के लिए भी जरूर काम करेंगे। हमने भविष्य के लिए कई बड़े और महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किए हैं। जल्द ही सूर्य के विस्तृत अध्ययन के लिए इसरो आदित्य एल वन मिशन लॉन्च करने जा रहा है। शुक्र भी लक्ष में से एक है।

साइंस टेक्नोलॉजी भारत के उज्जवल भविष्य का आधार

प्रधानमंत्री ने कहा भारत बार-बार साबित कर रहा है। आकाश की कोई लिमिट नहीं। साइंस टेक्नोलॉजी देश के उज्जवल भविष्य का आधार है। आज के इस दिन को देश हमेशा के लिए याद रखेगा। यह दिन हम सभी को एक उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा। यह दिन हमें अपने संकल्पों की सिद्धि का रास्ता दिखाएगा। यह दिन इस बात का प्रतीक है कि हार से सबक लेकर जीत कैसे हासिल की जाती है। एक बार फिर देश के सभी वैज्ञानिकों को बहुत-बहुत बधाई। भविष्य के मिशन के लिए ढेरों शुभकामनाएं।

चांद पर भारत का तिरंगा

पूरे देश में जश्न का माहौल

देशभर का हर एक हिंदुस्तानी जश्न में डूबा हुआ है चारों ओर आतिशबाजी हुई है। पटाखे की गूंज हुई है। खुशी का इजहार हुआ। हर घर में सभी ने करतल ध्वनि से स्वागत किया। सभी का सीना फूल के 56 इंच का हो गया। क्योंकि आज की तारीख भी 23 8 2023 है। 23+8+2+0+23 इसका योग भी 56 ही होता है। रतलाम के साहित्यकार आशीष दशोत्तर का लिखा हुआ गीत भी सार्थक हो गया।

रतलाम में दो बत्ती चौराहे पर आतिशबाजी करते हुए युवा और हाथ में तिरंगा लिए हुए खुशी का इजहार करते हुए। फोटो : राकेश पोरवाल

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed