सामाजिक सरोकार : मिलावट से मुक्ति अभियान, किनके हुए 18 नमूने फैल, आम जनता को जानने की जरूरत नहीं, जिम्मेदारों ने सभी के नाम छुपाए, उजागर होने से बचाए
⚫ मिलावटी घी और मावे की रिपोर्ट आना बाकी
⚫ अपर कलेक्टर न्यायालय में हुए प्रकरण दर्ज
⚫ 8 लाख 99 हजार रुपए का मिला शासन को राजस्व
हरमुद्दा
रतलाम, 8 सितंबर। मिलावट के खिलाफ मुक्ति अभियान के तहत सैकड़ो नमूने लिए और उन्हें जांच के लिए भेजा, जिनमें से 18 नमूने की रिपोर्ट फैल आई। खास बात तो यह है कि जिम्मेदारों ने उन सभी लोगों और संस्थाओं के नाम छिपा लिए हैं जिन्होंने सेहत हीन खाद्य सामग्री का विक्रय किया और कर रहे हैं। इससे स्पष्ट होता है कि विभाग नहीं चाहता कि आम जनता को पता चले कि कौन व्यक्ति मिलावट का सामान बेचता है। विभाग तो बस इसमें खुश है कि कुल 1 लाख 50 हजार रुपए जुर्माना राशि भी जमा की गई है। विगत 5 महीना में लाइसेंस और पंजीयन से जिले में 8 लाख 99 हजार रुपए का राजस्व शासन को प्राप्त हुआ है।
सरकार की तो मंशा है कि आमजन को मिलावट रहित खाद्य सामग्री मिले। इसके लिए पूरा अमला है खाद्य विभाग के अधिकारी नमूने लेते हैं और प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजते है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा लगातार नमूने लेकर कार्रवाई की जा रही है। रतलाम जिले से प्रयोगशाला भोपाल को भेजे गए नमूनों में से 18 नमूने फैल पाए गए हैं जिनके प्रकरण अपर कलेक्टर न्यायालय में दर्ज किए गए हैं जो कि विचाराधीन है।
नमूने फेल फिर भी खरीदारी उसी से करें आमजन, यह विभाग का खेल
मुद्दे की खास बात तो यह है कि विभाग ने उन 18 फेल हुए दुकानदार और संस्थाओं के नाम बताने से परहेज किया है, इससे स्पष्ट होता है कि विभाग भी नहीं चाहता कि आम जनता को शुद्ध खाद्य सामग्री मिले और जो दोषी हैं उनका नाम उजागर ना हो। मिलावट करने वाला मिलावट करेगा ही और उसका नाम, दुकान का नाम बदनाम भी नहीं होगा और आम जनता को मिलावटी ही खाना पड़ेगा। जिम्मेदारी विभाग का खेल चल रहा है।
5 महीने में लिए 253 नमूने
जन संपर्क विभाग के माध्यम से खाद्य सुरक्षा अधिकारी कमलेश जमरा ने बताया कि विगत माह अप्रैल से लेकर अगस्त तक जिले के शहरों एवं ग्रामीण क्षेत्र के विभिन्न खाद्य प्रतिष्ठानो, दुकानों का निरीक्षण अधिकारियों द्वारा किया जाकर 253 नमूने प्राप्त किए गए जिनकी जांच के लिए खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भोपाल भेजा गया।
मिलावटी घी और मावे की रिपोर्ट आना बाकी
इनमें मिलावट की शंका के आधार पर 1 लाख 16 हजार रुपए मूल्य का मावा और घी भी सम्मिलित है जिसकी जांच रिपोर्ट अभी आना बाकी है।
1 लाख 50 हजार जुर्माना राशि हुई वसूल
भोपाल प्रयोगशाला से जिले के 245 नमूने की जांच रिपोर्ट में 18 नमूने फैल पाए गए जो अपर कलेक्टर रतलाम के न्यायालय में दर्ज करके निर्णय हेतु विचाराधीन है। कुल 1 लाख 50 हजार रुपए जुर्माना राशि भी जमा की गई है। विगत 5 महीना में लाइसेंस और पंजीयन से जिले में 8 लाख 99 हजार रुपए का राजस्व शासन को प्राप्त हुआ है।