सामाजिक सरोकार : हर आने वाले कल का रचनाकार है इंजीनियर
⚫ मुख्य अतिथि एम. के. जैन ने कहा
⚫ श्री योगींद्र सागर महाविद्यालय, रतलाम ने भारत रत्न सर एम. विश्वेश्वरैया की जयंती इंजीनियर डे के रूप में मनाई
हरमुद्दा
रतलाम, 15 सितंबर। हर आने वाले कल का रचनाकार इंजीनियर ही है। इंजीनियर के बिना विकास संभव नहीं है। इंजीनियर की बदौलत ही हम हर क्षेत्र में उन्नति और प्रगति कर रहे हैं। समाज में सभी का अपना-अपना महत्व है। किसी भी क्षेत्र में किसी को भी नजरअंदाज नहीं कर सकते सभी एक दूसरे के पूरक हैं।
यह विचार मध्य प्रदेश विद्युत मंडल के असिस्टेंट इंजीनियर एमके जैन ने व्यक्त किए। श्री जैन श्री योगीन्द्र सागर महाविद्यालय रतलाम में भारत रत्न सर एम विश्वेश्वरैया की जयंती के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि एम. के. जैन, आई .टी. अधिकारी मुकेश गुप्ता ने चित्र पर माल्यार्पणकर दीप प्रज्वलित किया।
जीवन यात्रा और उपलब्धियां को किया साझा
रामचरण सिंह (वंडर सीमेंट), विनोबा तिवारी (सहायक यंत्री, एम.पी.ई.बी.), अनिता मैडम (सेबी रिसोर्स वक्ता), वाइस चेयरमैन श्री उमेश शर्मा, श्री वरदान शर्मा, डीन एडमिन प्रो. अंजली वर्मा, डीन एकेडमिक प्रो. गोविंद झंवर, प्रो तुषार पुरोहित (ट्रेनिंग एवम प्लेसमेंट अधिकारी) ने सर एम. विश्वेश्वरैया की जीवन यात्रा और उपलब्धियों को साझा किया और छात्रों को इंजीनियर और राष्ट्र निर्माता बनने के लिए कड़ी मेहनत करने और आवश्यक कौशल हासिल करने के लिए प्रेरित किया।
कई गतिविधियों में उत्साह से भाग लिया
इंजीनियरिंग विभाग द्वारा कई गतिविधियों का आयोजन किया गया जिसमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्राचार्य डॉ. आनंद त्रिवेदी ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए फैकल्टी के प्रयासों की सराहना की और छात्रों को इस तरह के आयोजनों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।