लापरवाही : श्री गणेश प्रतिमा स्थापना विसर्जन, छपाक छई से हादसों को निमंत्रण, ताक पे नियंत्रण
⚫ ईद मिलादुन्नबी के चल समारोह में तख्तियों से दिए संदेश
⚫ प्रतिमा विसर्जन के लिए क्रेन का उपयोग
⚫ दोपहर में हुई झमाझम बारिश से प्रतिमाएं हुई ठंडी
⚫ सुबह निकले जुलूस का नहीं हुआ कचरा साफ, दो बत्ती पर कचरे से पटी सड़क
⚫ आयोजन स्थल पर पहुंचे झांकियां देखने
हरमुद्दा
रतलाम, 28 सितंबर। गुरुवार का दिन शहर में दो उत्सव का साक्षी रहा। सुबह जहां ईद मिलादुन्नबी का चल समारोह निकाला गया, वहीं श्री गणेश प्रतिमा स्थापना विसर्जन समारोह भी निकला। चारों ओर उत्सवी माहौल नजर आया। मगर विसर्जन के दौरान हद दर्जे की लापरवाही नजर आई। नदी में छपाक छई से हादसे को निमंत्रण दिया और नियंत्रण ताक पर नजर आया। कोई रोकने टोकने वाला नहीं। भारी भरकम प्रतिमा का विसर्जन क्रेन के माध्यम से किया गया। शाम को झांकी स्थल पर लोग दृश्य देखने गए।
शहर में सुबह जहां ईद मिलादुन्नबी का भव्य चल समारोह शहर के विभिन्न मार्गो से निकल गया। सुबह आबकारी चौराहा से चल समारोह निकाला, जो विभिन्न मार्गो से होता हुआ पुनः आबकारी चौराहे से कसाई मंडी पहुंचा। चल समारोह का विभिन्न मंचों से स्वागत किया गया। खाद्य सामग्री तथा पेय पदार्थ का वितरण किया गया। चल समारोह में समाजजन सामाजिक सरोकार रखने वाली तख्तियां लेकर चल रहे थे। हर उम्र के लोगों में जोश, जुनून और उत्साह का नजर आया।
शाम तक नहीं उठा सड़क से कचरा जो फैला था सुबह से
खास बात यह रही कि जिन मार्गो से सुबह ईद मिलादुन्नबी का चल समारोह निकाला, वहां की सफाई नहीं हुई। शाम तक दो बत्ती पर सड़क कचरे से पटी हुई थी। नगर निगम का सफाई अमला और न ही कोई जिम्मेदार नजर आए। गणेश विसर्जन के दौरान शहर में आने वाले लोगों का स्वागत कचरे से किया जा रहा था।
गणेश विसर्जन के दौरान ना तो शहर में और न ही शहर के बाहर प्रतिमा विसर्जन स्थल पर जिम्मेदार जिम्मेदारी का निर्वहन करते नजर आए। बाजना रोड स्थित जामन पाटली नदी पर जब प्रतिमा विसर्जन किया जा रहा था, तब ऊपर पुल से ही युवा नीचे नदी में छपाक छई करते हुए कूद रहे थे मगर उन्हें रोकने वाला कोई नहीं था। कोई अनहोनी हो सकती थी। पुल पर काफी संख्या में लोग भी खड़े थे।
संभवतय: यह पहला अवसर रहा होगा जब जामन पाटली नदी पर क्रेन के माध्यम से बहुत बड़ी प्रतिमा का विसर्जन किया गया। जिसे काफी मशक्कत के बाद नदी में उतर गया और प्रतिमा का विसर्जन हुआ।
झमाझम बारिश में प्रतिमा ठंडी
प्रतिमा विसर्जन का क्रम चल ही रहा था कि दोपहर में झमाझम बारिश हो गई। इसके चलते कई पंडाल स्थल से विसर्जन के लिए ले जा रहे थे, वे प्रतिमा रास्ते में ही ठंडी हो गई। श्री कालिका माता मंदिर परिसर, श्री हनुमान ताल सहित अन्य स्थानों पर धर्मालुजन प्रतिमा विसर्जन के लिए पहुंचे। जहां पर भगवान की पूजा अर्चना कर आरती की गई प्रसाद वितरण हुआ।
झांकियां के निर्माण स्थल पर ही पहुंच गए आमजन
गुरुवार की शाम को शहर के विभिन्न क्षेत्रों में निकलने वाली झांकियां के निर्माण स्थल पर ही आमजन पहुंचे, वहां पर झांकियां देखने लगे। खासकर चांदनी चौक, बाजना बस स्टैंड, राजेंद्र नगर, सैलाना बस स्टैंड सहित अन्य क्षेत्रों में झांकियां 7:30 से 8:00 तैयार हो गई थी। शहर के विभिन्न मार्गों पर झांकियां के स्वागत एवं अखाड़े के पहलवान और कलाकारों के सम्मान के लिए मंच सजाए गए। धार्मिक प्रसंग पर आधारित दृश्य बनाए गए।