धर्म संस्कृति : शक्ति की आराधना का शारदीय नवरात्रि उत्सव 15 अक्टूबर से, गरबा उत्सव के लिए लुभा रही है नयनाभिराम प्रतिमाएं

श्री कालिका माता मंदिर सहित अन्य शक्तिपीठों पर तैयारी अंतिम चरण में

गरबा पंडाल को सजाने में व्यस्त है समिति के लोग

बाजार में नए-नए परिधान गरबा खेलने वालों को कर रहे हैं आकर्षित

24 अक्टूबर को होगा दशहरा

हरमुद्दा
रतलाम, 13 अक्टूबर। देवी आराधना का शारदीय नवरात्रि उत्सव 15 अक्टूबर से शुरू होगा। श्री कालिका माता मंदिर सहित अन्य शक्तिपीठ पर तैयारियां अंतिम चरण में चल रही है। शहर में कई स्थानों पर गरबा पंडाल सजाने में समिति के कार्यकर्ता व्यस्त नजर आ रहे हैं। बाजारों में गरबा खेलने वालों के लिए नए-नए परिधान आकर्षित कर रहे हैं। बाजारों में कई स्थानों पर नयनाभिराम प्रतिमाएं आमजन को लुभा रही है।  दशहरा उत्सव 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा।

ज्योतिर्विद ज्योतिषाचार्य दुर्गाशंकर ओझा ने हरमुद्दा से चर्चा में बताया कि 14 अक्टूबर को सर्वपितृ अमावस्या के पश्चात 15 अक्टूबर से देवी आराधना का उत्सव शुरू होगा। 22 अक्टूबर को दुर्गा अष्टमी मनाई जाएगी। 23 अक्टूबर को नवमी पूजन होगा, वही 14 अक्टूबर को दशहरा उत्सव मनाया जाएगा।

ज्योतिर्विद ज्योतिषाचार्य दुर्गाशंकर ओझा

महिलाओं को अपनाना चाहिए यह सभी गुण

श्री ओझा ने बताया कि नवरात्रि में मां की आराधना के दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती हैं। मां दुर्गा के नौ स्वरूप उनके नौ गुणों का प्रतीक हैं। धैर्य, सहनशीलता, भक्ति, शक्ति, तपस्या, साहस, धर्म, पवित्रता और सिद्धि के महत्व को समझाने के लिए नवरात्रि का पर्व एक प्रतीक के तौर पर मनाते हैं। इस दौरान व्रत किया जाता है और पूजा अर्चना करते हैं।  महिलाओं को यह सभी गुण अपनाना चाहिए ताकि परिवार में सुख समृद्धि और शांति बनी रहे आपसी तालमेल बना रहे।

शहर में तैयारी

शहर के राजेंद्र नगर श्री गीता मंदिर रोड श्री राम मंदिर सज्जन मिल सहित अन्य स्थानों पर गरबा पांडाल सजे जा रहे हैं। इसी के साथ श्री राम मंदिर सज्जन मिल रोड,  नेहरू स्टेडियम तरफ माता जी की आकर्षक प्रतिमाएं आमजन को लुभा रही है। हजारों में नए-नए परिधान गरबा खेलने वालों को आकर्षित कर रहे हैं।

श्री कालिका माता सेवा मंडल द्वारा गरिमामय माहौल में मनाया जाएगा उत्सव

श्री कालिका माता सेवा मंडल ट्रस्ट द्वारा नवरात्रि महोत्सव धूमधाम वह पारंपरिक तरीके से गरिमामय  माहौल में  मनाया जाएगा। इस दौरान विभिन्न आयोजन संपन्न होंगे। श्री कालिका माता सेवा मंडल ट्रस्ट के प्रवक्ता राकेश पोरवाल ने बताया कि श्री कालिका माता मंदिर में 15 अक्टूबर रविवार से 24 अक्टूबर मंगलवार तक सुबह 4 बजे से 6 बजे तक व शाम 7 बजे से रात्रि 10 बजे तक गरबा रास एवं शाम 7:30 बजे से मां अन्नपूर्णा का भोजन प्रसाद जरूरतमंदों को वितरीत किया जाएगा  वही मां श्री कालिका माता का दरबार में प्रतिदिन सुबह 4 बजे से रात्रि 12 बजे तक दर्शनों के लिए खुला रहेगा । माता जी की आरती प्रतिदिन सुबह 6 बजे व रात 9 बजे होगी।

ट्रस्ट अध्यक्ष राजाराम मोतियानी, उपाध्यक्ष मोहनलाल भट्ट ने बताया कि प्राचीन मां कालिका माता मंदिर की स्थापना तत्कालीन महाराजा ने लगभग 200 वर्ष पूर्व की थी। मां श्री कालिका मंदिर में श्री कालिका माता, श्री चामुंडा माता, श्री अन्नपूर्णा माता के साथ-साथ शिव जलाधारी भगवान, श्री गणपति के साथ  स्थापित है। श्री कालिका माता सेवा मंडल ट्रस्ट की स्थापना सन 1948 में की गई थी। इसके पहले अध्यक्ष नेहरूमल अवतानी थे।  वर्ष 1980 में मंडल का रजिस्ट्रेशन करवाया गया।

30000 वर्ग फीट में बनाया है गरबा पांडाल

लगभग 30 हजार वर्ग फ़ीट के  पूरे गरबा पांडाल व मंदिर परिसर को सीसीटीवी कैमेंरे की निगाह में सुरक्षित किया गया है। मंदिर परिसर में होने वाली गतिविधियों के लिए विभिन्न समितियां गठित की गई है।

मंदिर समिति व्यवस्था हरीश कुमार बिंदल, बृजेश सक्सेना, पंडित हेमंत पुजारी।

भोजन व्यवस्था राजाराम मोतियानी व सभी कार्यकर्ता,

श्री रामायण मूल पाठ प्रभारी राजेंद्र शर्मा।

गरबा समिति पूरणमल अग्रवाल, प्रेमलता कसेरा, वीणा गोयल, पुष्पा व्यास, माया बक्शी, इंदिरा बैंन पांचाल।

आमजन से आयोजन में शामिल होने का आह्वान

ट्रस्ट संरक्षक देव प्रकाश शर्मा, संजय व्यास, परामर्शदाता दीपक पुरोहित, अध्यक्ष राजाराम मोतियानी, उपाध्यक्ष मोहनलाल भट्ट ,सचिव हरीश कुमार बिंदल, कोषाध्यक्ष सत्यनारायण कसेरा, संगठन सचिव पूरणमल अग्रवाल, सदसय  बाबू सिंह देवड़ा, राधा वल्लभ पुरोहित, राजेंद्र शर्मा, पुरण चोइथानी, दिनेश वाघेला ने नागरिकों से सभी आयोजनों में भाग लेने का आह्वान किया है ।

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