सनातन-संस्कृति और परंपरा: सर्वपितृ अमावस्या पर लावारिस मृतकों के लिए किया तर्पण और श्राद्ध
⚫ लावारिस मृतकों का हुआ भक्तन की बावड़ी पर अंतिम संस्कार
⚫ सबका हरिद्वार में किया अस्थि विसर्जन
⚫ काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन का अनुकरणीय प्रकल्प
⚫ लावारिसों का सम्मान पूर्वक अंतिम संस्कार का बीड़ा उठा रखा है काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन ने : माधव काकानी
हरमुद्दा
रतलाम, 14 अक्टूबर। विगत वर्ष रतलाम जिले के जिन अज्ञात लावारिस मृतक की पहचान नहीं हो सकी, उनका अंतिम संस्कार विधि-विधान से भक्तन की बावड़ी पर सचिव गोविंद काकानी द्वारा किया गया। तत्पश्चात हरिद्वार में अस्थि विसर्जन का कार्यक्रम संतो के पुष्पांजलि आशीर्वाद प्राप्त करने के पश्चात समन्वय परिवार हरिद्वार के पंडितों के सहयोग से समन्वय परिवार के सदस्यों की उपस्थिति में मई माह में किया गया। शनिवार को सर्व पितृ अमावस्या पर सभी के लिए तर्पण और श्राद्ध किया गया।
काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के अध्यक्ष माधव काकानी ने हरमुद्दा बताया कि प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी श्राद्ध पक्ष में दिवंगत आत्माओं की तृप्ति एवं मुक्ति के लिए तर्पण सनातन संस्कृति अनुसार महत्वपूर्ण कर्मकांड है। काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री काकानी एवं सदस्यों ने शास्त्री नगर शिव मंदिर पर पंडित नंदकिशोर उपाध्याय एवं उपस्थित पंडित के मंत्रोच्चार द्वारा सामूहिक समरसता का तर्पण कार्य विधि-विधान से करवाया।
इन सबका रहा आर्थिक सहयोग
सचिव गोविंद काकानी ने बताया कि इस पुनीत कार्य के लिए इस वर्ष मदद करने वाले समाजसेवी डूंगरवाल परिवार धानमंडी, वंदना बरबेटा परिवार पेटलावद, महाराष्ट्रीयन परिवार द्वारा अशोक सोनी, राजेंद्र सोमानी परिवार ताल ,अनोखीलाल लालवानी परिवार द्वारा दीपक डोशी, राजेश ओझा, नरेश परमार द्वारा शिवराम, स्वर्गीय वंदना बोचरे की स्मृति में बोचरे परिवार , संजू काबरा परिवार मुंबई, स्वर्गीय दिलीप दवे की स्मृति में दवे परिवार महलवाडा रतलाम द्वारा प्रदत्त राशि से संपन्न किया गया।
लावारिसों का सम्मान पूर्वक अंतिम संस्कार का बीड़ा उठा रखा है काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन ने
उल्लेखनीय है कि लावारिस के अंतिम संस्कार की समस्या को दूर करने के लिए काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के गोविंद काकानी ने समाजसेवियों की मदद से अंतिम संस्कार सम्मानजनक तरीके से करने का बीड़ा उठा रखा है। इस सेवा कार्य में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से, आर्थिक रूप से मदद करने वाले, समन्वय परिवार एवं सेवाभावी जनता की ओर से तर्पण का कार्यक्रम कर उन्हें मुक्ति के लिए परम पिता परमेश्वर से प्रार्थना कर पुष्पांजलि अर्पित की।