सामाजिक सरोकार : विश्व धरोहर सप्ताह के अंतर्गत मुद्राशास्त्री डॉ. ठाकुर का सम्मान
⚫ डॉ. ठाकुर 85 वर्ष की उम्र में इतिहास, पुरातत्व और भारतीय संस्कृति के उत्थान के लिए हमेशा समर्पित और सक्रिय
हरमुद्दा
रतलाम, 30 नवंबर। विश्व धरोहर सप्ताह के अंतर्गत अश्विनी शोध संस्थान महिदपुर के निदेशक, प्रसिद्ध मुद्रा शास्त्री डॉ आर. सी . ठाकुर का रतलाम आगमन पर राजा भोज जनकल्याण सेवा समिति रतलाम (मालवा) द्वारा सम्मान किया गया।
संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेन्द्रसिंह पॅंवार ने बताया कि डॉ. ठाकुर ने बिना किसी शासकीय सहयोग के महिदपुर जैसे छोटे से स्थान पर अश्विन शोध संस्थान नाम से एक निजी संग्रहालय स्थापित किया है। उक्त संग्रहालय में दो हजार वर्ष पूर्व की हजारों मुद्राएं, हथियार, आभूषण और दैनिक उपयोग में आने वाली वस्तुओं का संग्रह है। यह संग्रहालय हमारे प्रदेश ही नहीं देश के लिए अमूल्य निधि है।
ऐसी महान विभूति का राजा भोज जनकल्याण सेवा समिति रतलाम (मालवा) के कार्यालय पर पदार्पण होने पर स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मान किया गया।
इस अवसर पर डॉ ठाकुर से रतलाम और मालवा के साहित्य, इतिहास और पुरातत्व को लेकर विचार-विमर्श हुआ । आपके मार्गदर्शन में संपूर्ण मालवा के साहित्य, इतिहास और पुरातत्व को लेकर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन रतलाम में किया जाएगा। डॉ ठाकुर साहब 85 वर्ष की उम्र में इतिहास, पुरातत्व और भारतीय संस्कृति के उत्थान के लिए हमेशा समर्पित और सक्रिय रहते हैं।