मिले चिकित्सक परिवार के शव : चिकित्सक, पत्नी व दो बच्चे संदिग्ध हालात में मिले मृत
⚫ दो दिन से बंद था डॉक्टर का आवास
⚫ संदेह होने पर पड़ोसियों ने दी पुलिस को सूचना
⚫ पत्नी और दो बच्चों के शव मिले बेड पर
⚫ डॉक्टर मिला फंदे पर लटका
⚫ क्षेत्र में फैली सनसनी
हरमुद्दा
रायबरेली 6 दिसंबर। जिले में लालगंज में आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना परिसर स्थित अस्पताल में डीएमओ के पद पर पदस्थ नेत्र सर्जन डॉ. अरुण सिंह का शव मंगलवार रात उनके सरकारी आवास में फंदे से लटका मिला। उनकी पत्नी अर्चना, बेटी अदीवा और बेटा आरव के शव बेड पर पड़े मिले। पुलिस ने सभी को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा। आखिर डॉक्टर दंपति ने मौत को गले क्यों लगाया? इस मामले में जांच की जा रही है।
आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना (आरेडिका) परिसर स्थित अस्पताल में डीएमओ के पद पर तैनात नेत्र सर्जन डॉ. अरुण सिंह (45) का शव मंगलवार देर रात उनके सरकारी आवास में फंदे से लटका मिला। उनकी पत्नी अर्चना, बेटी अदीवा (12) और बेटा आरव (4) के शव बेड पर पड़े मिले।
संदेह होने पर पड़ोसियों ने दी सूचना
डॉक्टर व उनके परिजन दो दिन से आवास के बाहर नहीं देखे जा रहे थे। आवास का दरवाजा भी अंदर से बंद था। संदेह होने पर मंगलवार देर रात आसपास के लोगों ने पुलिस और आरपीएफ को सूचना दी। मौके पर पहुंचे सीओ महिपाल पाठक व अपराध निरीक्षक पंकज त्यागी ने आवास दरवाजा तोड़वाया। पुलिसकर्मी अंदर पहुंचे तो डॉक्टर शव फंदे से लटका मिला। इस जानकारी पर एएसपी नवीन सिंह फॉरेंसिंक टीम के पास मौके पहुंचे। देर रात तक छानबीन जारी थी। डॉ. अरुण मिर्जापुर जनपद के चुनार क्षेत्र के फरहाना गांव के रहने वाले थे।
स्टाफ के अनुसार डिप्रेशन में थे डॉक्टर
फॉरेंसिक टीम जांच कर रही है।स्टाफ के लोगों से पता चला है कि डॉक्टर काफी दिनों से डिप्रेशन में था। सभी शवों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। चारों की मौत की सही वजह पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगी।
⚫ आलोक प्रियदर्शी, पुलिस अधीक्षक, रायबरेली