वर्तमान में आयुर्वेद को श्रेष्ठ तथा उपयोगी सिद्ध करना जरूरी: आभा आयुर्वेद महासम्मेलन में सकलेचा ने कहा
हरमुद्दा
रतलाम, 15 जुलाई।अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन मध्यप्रदेश के चिकित्सक समागम के अवसर पर उज्जैन, इंदौर , देवास, नागदा, ग्वालियर, भिण्ड, जबलपुर से आए चिकित्सकों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय जन प्रवक्ता पारस सकलेचा ने आयुर्वेद में शोध एवम अनुसंधान की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि वर्तमान समय में आयुर्वेद को अपने आपको श्रेष्ठ तथा उपयोगी सिद्ध करना होगा। जन सामान्य को आकर्षित करने के लिए आधुनिक मार्केटिंग के तौर तरीकों को अपनाना होगा। रतलाम नगर में आयुर्वेद औषधि अनुसंधान के लिए मांग करना चाहिए और मैं उसकी स्थापना में पूरी सहायता करूंगा।
जन सेवक हर समय उपलब्ध
विशिष्ट अतिथि दिलीप मेहता ने कहा कि आप लोग जनता के चिकित्सक है। कम मूल्य पर जनता की चिकित्सा करते हैं। हर समय उपलब्ध रहते हैं। मैं आप लोगों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।
भगवान धन्वंतरि के चित्र पर माल्यार्पण से शुरुआत
कार्यक्रम के प्रारंभ में मध्यप्रदेश आयुर्वेद महासम्मेलन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. वासुदेव काबरा , राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. एसएन पाण्डे, विशिष्ट अतिथि दिलीप मेहता, मुख्य अतिथि पारस सकलेचा ने भगवान धन्वंतरि के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
किया स्वागत
अतिथियों का शाब्दिक स्वागत एवं अतिथि परिचय वैद्य दिनेश जोशी ने किया। अतिथियों का स्वागत डॉ. डीसी राठौर , डॉ. महेंद्र राजपुरोहित, डॉ. सुरेंद्र पुरोहित, डॉ. आईपी त्रिवेदी , वैद्य राधेश्याम सोनी. डॉ. ऋषि भट्ट, डॉ. दिनेश पोरवाल, डॉ. हरिओम तिवारी, डॉ. निर्मला डांगी ने पुष्पहारों से किया।
किया शाल श्रीफल से अभिनन्दन
धन्वंतरि आयुर्वेद के वैद्य अब्दुल गुरुक्कल एवं मध्यप्रदेश आयुर्वेद चिकित्सा बोर्ड के भूतपूर्व रजिस्ट्रार एससी खाम्बरा का शॉल एवं श्रीफल से अतिथियों ने अभिनंदन किया।
सदस्यता अभियान प्रारंभ करने की हुई घोषणा
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष डॉ. त्रिवेदी और महामंत्री वैद्य राधेश्याम सोनी द्वारा सदस्यता अभियान प्रारंभ करने की घोषणा की। रतलाम जिला आयुर्वेद सम्मेलन द्वारा प्रदेश के सम्मानित चिकित्सक गण का अभिनंदन किया गया। संचालन वैद्य रत्नदीप निगम ने किया। चिकित्सक समागम के संयोजक डॉ. डीसी राठौर एवं डॉ. दिलीप पंडया ने आभार व्यक्त किया।